Post Views: 44
सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
📅 दिनांक और वार
- तिथि: कृष्ण पक्ष चतुर्दशी — चतुर्दशी तिथि 19 अक्टूबर 01:51 PM से 20 अक्टूबर 03:45 PM तक; उसके बाद अमावस्या आरंभ।
- वार: सोमवार
- मास: कार्तिक माह
- पक्ष: कृष्ण पक्ष
- विक्रम संवत: 2082 (कालयुक्ता)
- शक संवत: 1947 (विश्ववसु)
- सौर मास: रवि उष्णा 28
- ऋतु: शरद ऋतु
🌅 सूर्य और चंद्र
- सूर्योदय: 06:29 AM
- सूर्यास्त: 05:53 PM
- चन्द्रमा राशि: कन्या (Virgo)
- चन्द्रमा नक्षत्र: हस्त नक्षत्र 19 अक्टूबर 05:49 PM से 20 अक्टूबर 08:16 PM तक; उसके बाद चित्रा नक्षत्र।
- चन्द्रमा वास: दक्षिण
- चन्द्रमा अंग: गला (Throat)
🕉️ पंचांग के अन्य अंग
- करण: शकुनि करण 20 अक्टूबर 02:46 AM से 03:45 PM तक; तत्पश्चात चतुष्पद करण।
- योग: वैधृति योग 20 अक्टूबर 02:04 AM से 02:34 AM तक; उसके बाद विष्कंभ योग।
- दिशाशूल: पूर्व दिशा
- व्रत/पर्व: नरक चतुर्दशी, काली पूजा
🕰️ अशुभ समय (अवधियाँ)
- राहुकाल: 07:55 AM – 09:20 AM
- यमगंड: 10:46 AM – 12:11 PM
- गुलिक: 01:37 PM – 03:02 PM
- दुरमुहूर्त: 12:34 PM – 01:19 PM, 02:51 PM – 03:36 PM
- वर्ज्यम: 05:10 AM – 06:57 AM
🌟 शुभ मुहूर्त
- अभिजीत मुहूर्त: 11:48 AM – 12:34 PM
- अमृत काल: 01:39 PM – 03:25 PM
- ब्रह्म मुहूर्त: 04:53 AM – 05:41 AM
🪔 विशेष पर्व और पूजा
- नरक चतुर्दशी: यह पर्व दीपावली के पूर्व दिन मनाया जाता है, जिसमें उबटन, स्नान और दीपदान की परंपरा है।
- काली पूजा: यह पूजा बंगाल, ओडिशा और झारखंड में मनाई जाती है, जिसमें काली माता की पूजा अर्चना की जाती है।
सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
📅 दिनांक और वार
- तिथि: कृष्ण पक्ष चतुर्दशी — चतुर्दशी तिथि 19 अक्टूबर 01:51 PM से 20 अक्टूबर 03:45 PM तक; उसके बाद अमावस्या आरंभ।
- वार: सोमवार
- मास: कार्तिक माह
- पक्ष: कृष्ण पक्ष
- विक्रम संवत: 2082 (कालयुक्ता)
- शक संवत: 1947 (विश्ववसु)
- सौर मास: रवि उष्णा 28
- ऋतु: शरद ऋतु
🌅 सूर्य और चंद्र
- सूर्योदय: 06:29 AM
- सूर्यास्त: 05:53 PM
- चन्द्रमा राशि: कन्या (Virgo)
- चन्द्रमा नक्षत्र: हस्त नक्षत्र 19 अक्टूबर 05:49 PM से 20 अक्टूबर 08:16 PM तक; उसके बाद चित्रा नक्षत्र।
- चन्द्रमा वास: दक्षिण
- चन्द्रमा अंग: गला (Throat)
🕉️ पंचांग के अन्य अंग
- करण: शकुनि करण 20 अक्टूबर 02:46 AM से 03:45 PM तक; तत्पश्चात चतुष्पद करण।
- योग: वैधृति योग 20 अक्टूबर 02:04 AM से 02:34 AM तक; उसके बाद विष्कंभ योग।
- दिशाशूल: पूर्व दिशा
- व्रत/पर्व: नरक चतुर्दशी, काली पूजा
🕰️ अशुभ समय (अवधियाँ)
- राहुकाल: 07:55 AM – 09:20 AM
- यमगंड: 10:46 AM – 12:11 PM
- गुलिक: 01:37 PM – 03:02 PM
- दुरमुहूर्त: 12:34 PM – 01:19 PM, 02:51 PM – 03:36 PM
- वर्ज्यम: 05:10 AM – 06:57 AM
🌟 शुभ मुहूर्त
- अभिजीत मुहूर्त: 11:48 AM – 12:34 PM
- अमृत काल: 01:39 PM – 03:25 PM
- ब्रह्म मुहूर्त: 04:53 AM – 05:41 AM
🪔 विशेष पर्व और पूजा
- नरक चतुर्दशी: यह पर्व दीपावली के पूर्व दिन मनाया जाता है, जिसमें उबटन, स्नान और दीपदान की परंपरा है।
- काली पूजा: यह पूजा बंगाल, ओडिशा और झारखंड में मनाई जाती है, जिसमें काली माता की पूजा अर्चना की जाती है।
Leave a Reply