विक्रमी संवत: 2082 शक संवत: 1947 माह: कार्तिक पक्ष: कृष्ण पक्ष तिथि: एकादशी तिथि का आरंभ: 21 अक्टूबर रात्रि 09:42 से तिथि का अंत: 22 अक्टूबर रात्रि 07:51 तक वार: बुधवार
नक्षत्र: पूर्वा फाल्गुनी (रात्रि 10:56 तक), इसके बाद उत्तरा फाल्गुनी योग: साध्य (रात्रि 12:34 तक), इसके बाद शुभ करण: बालव (रात्रि 07:51 तक), उसके बाद कौलव
राहुकाल: दोपहर 12:00 से 01:30 तक गुलिक काल: प्रातः 10:30 से 12:00 तक अभिजीत मुहूर्त: प्रातः 11:42 से 12:28 तक दिशा शूल: उत्तर दिशा
शुभ मुहूर्त:
विवाह हेतु: आज उपयुक्त नहीं
गृह प्रवेश: दोपहर 01:00 से 02:30 तक
वाहन क्रय: शाम 04:00 से 05:15 तक
व्यापार प्रारंभ: सुबह 09:00 से 10:15 तक
आज का पर्व / व्रत: रमा एकादशी व्रत
दैनिक उपाय: भगवान विष्णु को तुलसीदल चढ़ाएं और “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” का 108 बार जप करें। इससे घर में शांति और समृद्धि बनी रहती है।
सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
विक्रमी संवत: 2082 शक संवत: 1947 माह: कार्तिक पक्ष: कृष्ण पक्ष तिथि: एकादशी तिथि का आरंभ: 21 अक्टूबर रात्रि 09:42 से तिथि का अंत: 22 अक्टूबर रात्रि 07:51 तक वार: बुधवार
नक्षत्र: पूर्वा फाल्गुनी (रात्रि 10:56 तक), इसके बाद उत्तरा फाल्गुनी योग: साध्य (रात्रि 12:34 तक), इसके बाद शुभ करण: बालव (रात्रि 07:51 तक), उसके बाद कौलव
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