सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
हिन्दू पंचांग अनुसार:
विक्रम संवत – 2082
शक संवत – 1947
मास – कार्तिक माह
पक्ष – शुक्ल पक्ष
तिथि – द्वितीया तिथि (23 अक्टूबर प्रातः 7:54 बजे तक), इसके बाद तृतीया तिथि आरंभ
वार – गुरुवार
नक्षत्र – विशाखा (प्रातः 10:18 बजे तक), इसके बाद अनुराधा नक्षत्र आरंभ
योग – शोभन योग (दोपहर 2:36 बजे तक), इसके बाद अतिगंड योग
करण – तैतिल करण (प्रातः 7:54 बजे तक), उसके बाद गर करण
चंद्रमा – वृश्चिक राशि में
सूर्य – तुला राशि में
🌅 सूर्योदय और सूर्यास्त:
सूर्योदय – प्रातः 6:08 बजे
सूर्यास्त – सायं 5:26 बजे
🌙 चंद्रोदय और चंद्रास्त:
चंद्रोदय – प्रातः 8:13 बजे
चंद्रास्त – सायं 6:58 बजे
⏰ दिन का प्रमुख काल:
अभिजीत मुहूर्त – प्रातः 11:44 बजे से 12:28 बजे तक (शुभ कार्यों हेतु श्रेष्ठ समय)
ब्रह्म मुहूर्त – प्रातः 4:34 बजे से 5:26 बजे तक (जप, ध्यान और साधना के लिए सर्वोत्तम)
अमृत काल – रात्रि 10:45 बजे से 12:08 बजे तक
गुलिक काल – प्रातः 9:00 बजे से 10:30 बजे तक
☀️ अशुभ काल (राहुकाल, यमगंड, गुलिक):
राहुकाल – दोपहर 1:30 बजे से 3:00 बजे तक (इस दौरान कोई भी शुभ कार्य प्रारंभ न करें)
यमगंड काल – प्रातः 6:08 बजे से 7:30 बजे तक
गुलिक काल – प्रातः 9:00 बजे से 10:30 बजे तक
🧭 दिशा शूल:
आज दक्षिण दिशा में यात्रा निषेध है। यदि यात्रा आवश्यक हो, तो तिल या दही खाकर घर से निकलें।
💫 आज के शुभ मुहूर्त:
- गृह प्रवेश, वस्त्र या आभूषण की खरीद, धार्मिक यात्रा, वाहन पूजन के लिए दिन शुभ।
- नया व्यवसाय आरंभ करने या सगाई हेतु मध्यान्ह का समय अनुकूल।
🔥 व्रत एवं पर्व:
- कार्तिक शुक्ल द्वितीया (भाई दूज पूर्व)
- यम द्वितीया की तैयारी का शुभ दिन
- तुला संक्रांति प्रभाव काल
🪔 आज का दैनिक उपाय:
गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा करें। पीले वस्त्र पहनें, तुलसी पत्र अर्पित करें, और गरीबों को चने की दाल या पीली वस्तु का दान करें। इससे कार्य सिद्धि और धन की वृद्धि होती है।
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