सारस न्यूज़, अररिया।
फारबिसगंज नगर के गोढियारे, दल्लू टोला वार्ड संख्या 18 में गुरुवार दोपहर उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक आवासीय परिसर में हुए देशी बम विस्फोट में 14 वर्षीय एक बालक गंभीर रूप से घायल हो गया। धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
घटना के बाद परिजनों और स्थानीय लोगों ने बालक को गंभीर हालत में अनुमंडल अस्पताल पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे बेहतर इलाज के लिए बाहर रेफर कर दिया। चिकित्सकों के अनुसार, बालक का बायां हाथ पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है, साथ ही चेहरे और पैरों में भी गहरे घाव हैं।
घायल बालक की पहचान मोहम्मद मुनाजिर (14 वर्ष), पिता मोहम्मद अलीमुद्दीन उर्फ नाज, निवासी वार्ड संख्या 18, दल्लू टोला के रूप में हुई है। वह स्थानीय मध्य विद्यालय गोढियारे में कक्षा 8वीं का छात्र है। बताया गया कि मुनाजिर स्कूल से लौटकर घर के पीछे स्थित बाड़ी में खेलने गया था, तभी यह विस्फोट हुआ।

घटना की जानकारी मिलते ही एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा, थानाध्यक्ष राघवेंद्र कुमार सिंह तथा अन्य पुलिस पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। एसडीपीओ ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह विस्फोट देशी बम का प्रतीत हो रहा है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि यह बम कहां से आया और बालक के पास कैसे पहुंचा। मामला संवेदनशील है, इसलिए हर पहलू की बारीकी से जांच की जा रही है।
डॉग स्क्वॉड और एफएसएल की टीम ने संभाली जांच की कमान
घटना के गंभीर स्वरूप को देखते हुए बथनाहा स्थित एसएसबी 56वीं बटालियन की डॉग स्क्वॉड टीम और अररिया-सुपौल से विधि विज्ञान प्रयोगशाला (FSL) की विशेषज्ञ टीम भी जांच के लिए घटनास्थल पर पहुंची। डॉग स्क्वॉड की टीम में एसएसबी के असिस्टेंट इंस्पेक्टर आशु, कांस्टेबल मनदीप कुमार और कृष्ण कुमार शामिल थे। इन्होंने अपने खोजी कुत्तों के साथ पूरे स्थल की गहनता से जांच की।

वहीं, एफएसएल की टीम ने विस्फोट के अवशेषों की वैज्ञानिक जांच शुरू कर दी है। इस दौरान बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी मौके पर जुट गए।
थानाध्यक्ष राघवेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि डॉग स्क्वॉड और एफएसएल की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

परिजनों का बयान
घायल बालक के पिता ने बताया कि वह घटना के समय घर पर मौजूद नहीं थे। उन्हें सूचना मिलने के बाद अस्पताल पहुंचे। उन्होंने कहा कि उनके बेटे से ही यह जानकारी मिल सकेगी कि आखिर उस स्थान पर क्या था जिससे इतना जोरदार विस्फोट हुआ।
नोट: इस घटना ने न केवल इलाके में दहशत का माहौल पैदा किया है, बल्कि यह सुरक्षा व्यवस्था पर भी कई सवाल खड़े करता है। पुलिस और जांच एजेंसियों की रिपोर्ट से ही स्पष्ट हो सकेगा कि यह विस्फोट आकस्मिक था या इसके पीछे कोई गहरा षड्यंत्र छिपा है।