सारस न्यूज़, अररिया।
बैठक में मौजूद पदाधिकारी एवं अन्य।
कृषि विज्ञान केंद्र में 15वीं वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक केवीके सभागार में आयोजित हुई। जिसमें वर्ष 2023-24 का प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया और वर्ष 2024 की प्रस्तावित कार्य योजना पर चर्चा की गई। इस बैठक की अध्यक्षता बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर, भागलपुर के सह निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. आर्यन सिंह ने की।
बैठक की शुरुआत सभी सम्मानित सदस्यों को फलदार बाल वृक्ष देकर सम्मानित करने के साथ हुई। बैठक की कार्यवाही की शुरुआत कृषि विज्ञान केंद्र अररिया के वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान डॉ. विनोद कुमार द्वारा प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत कर की गई। इसके बाद सह निदेशक प्रसार शिक्षा, बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर, भागलपुर के डॉ. आर. एन. सिंह ने बताया कि वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक कृषि विज्ञान केंद्र के लिए अनिवार्य है। इस बैठक के माध्यम से किए गए कार्यों की समीक्षा की जाती है और भविष्य की कार्य योजना पर विचार-विमर्श होता है।
वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान, कृषि विज्ञान केंद्र अररिया के डॉ. बिनोद कुमार ने बताया कि अररिया जिले में पोटाश की काफी कमी देखी गई है। इसके लिए किसानों के खेतों में परीक्षण की तैयारी की जा रही है ताकि पोटाश की मात्रा को बढ़ाया जा सके। पर्यावरण के सुधार और किसानों की आय दोगुनी करने के लिए कार्य योजना तैयार की गई है।
किसानों ने इस बैठक की सराहना की और कहा कि सभी चर्चाएं किसानों के हित में हैं, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी। बैठक में आवश्यक सुझाव और मार्गदर्शन भी दिया गया, जिसमें मुख्य रूप से केवीके को नाबार्ड से समन्वय स्थापित कर कार्य करने का सुझाव दिया गया।
इस बैठक में डीडीएम नाबार्ड अररिया, जिला कृषि पदाधिकारी अररिया, सहायक निदेशक उद्यान अररिया, सहायक कृषि अभियंत्रण अररिया, आकाशवाणी पूर्णिया, जिला पशुपालन पदाधिकारी अररिया, जिला मत्स्य पदाधिकारी अररिया, आरसेटी एसबीआई अररिया, और सलाहकार समिति के सम्मानित महिला व पुरुष सदस्य किसान उपस्थित थे। सभी ने अपने विचार और सलाह बैठक में रखे और जिले के किसानों की बेहतरी के लिए कार्य योजना पर चर्चा की। बैठक का समापन डॉ. संजीव कुमार द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। इस बैठक में केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. संजीत कुमार, डॉ. ए. के. मौर्य, डॉ. प्रतिभा कुमारी, मनीष कुमार, और आफताब आलम सहित अन्य मौजूद थे।