गत सोमवार को हड़ियाबाड़ा स्थित वन विभाग के जंगल से एक नीलगाय भागकर ओम नगर वार्ड संख्या 08 पहुंची, जहां दो घरों के बीच स्थित खाली स्थान के कोने में जाकर फँस गई। बताया जा रहा है कि फँसने से उसकी सांस अवरुद्ध हो गई, जिससे उसकी मौत हो गई।
स्थानीय लोगों को इसकी जानकारी देर शाम हुई, जब उन्होंने उसकी चिल्लाने की आवाज सुनी। इसके बाद स्थानीय थाना और संबंधित विभाग को सूचना दी गई। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और नीलगाय को बाहर निकाला, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
अररिया वन विभाग के रेंजर राधे श्याम ने बताया कि हड़ियाबाड़ा के जंगल में 7 से 8 नीलगायें हैं, जिनमें से एक निकलकर ओम नगर पहुंच गई थी। इसी दौरान यह हादसा हुआ, जिसमें कोने में फँसने से उसकी मौत हो गई। मृत नीलगाय को रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया और बाद में उसे दफना दिया गया।
सारस न्यूज, अररिया।
गत सोमवार को हड़ियाबाड़ा स्थित वन विभाग के जंगल से एक नीलगाय भागकर ओम नगर वार्ड संख्या 08 पहुंची, जहां दो घरों के बीच स्थित खाली स्थान के कोने में जाकर फँस गई। बताया जा रहा है कि फँसने से उसकी सांस अवरुद्ध हो गई, जिससे उसकी मौत हो गई।
स्थानीय लोगों को इसकी जानकारी देर शाम हुई, जब उन्होंने उसकी चिल्लाने की आवाज सुनी। इसके बाद स्थानीय थाना और संबंधित विभाग को सूचना दी गई। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और नीलगाय को बाहर निकाला, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
अररिया वन विभाग के रेंजर राधे श्याम ने बताया कि हड़ियाबाड़ा के जंगल में 7 से 8 नीलगायें हैं, जिनमें से एक निकलकर ओम नगर पहुंच गई थी। इसी दौरान यह हादसा हुआ, जिसमें कोने में फँसने से उसकी मौत हो गई। मृत नीलगाय को रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया और बाद में उसे दफना दिया गया।
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