अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) की नगर इकाई अररिया ने सोमवार को संगठन का 77वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया। इस अवसर को राष्ट्रीय छात्र दिवस के रूप में शिवपुरी स्थित परिषद कार्यालय परिसर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्रो. एम. पी. सिंह (सिंडिकेट सदस्य, पीयू) ने दीप प्रज्वलन कर किया।
कार्यक्रम का संचालन पूर्णिया विभाग के सह-संयोजक अजीत रंजन ने किया। उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए प्रो. सिंह ने कहा कि अभाविप का गठन जून 1948 में हुआ और 9 जुलाई 1949 को यह एक पंजीकृत छात्र संगठन बना। तभी से हर वर्ष 9 जुलाई को स्थापना दिवस पूरे देश में श्रद्धा और गर्व के साथ मनाया जाता है।
उन्होंने कहा कि एक छोटे से प्रयास के रूप में शुरू हुआ यह संगठन आज विशाल वटवृक्ष का रूप ले चुका है, और यह संभव हो पाया है परिषद कार्यकर्ताओं के वर्षों के समर्पण, त्याग और अनुशासन के बल पर। उन्होंने इसे विश्व का सबसे बड़ा अनुशासित छात्र संगठन बताते हुए कहा कि यह मंच देश की युवा पीढ़ी को राष्ट्र सेवा और सामाजिक जागरूकता की दिशा में निरंतर प्रेरित करता रहा है।
इस मौके पर दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे जिनमें प्रमुख रूप से अंकित सिंहा, सौरभ कुमार, गोविंद मंडल, राहुल आर्यन, मनीष कुमार, संतोष कुमार, संजीव कुमार, नवनीत झा, पप्पू कुमार, अंशु रंजन, प्रियंका कुमारी, लक्की कुमारी, राजनंदनी, दिशा कुमारी सहित अन्य शामिल थे।
सभी कार्यकर्ताओं ने संगठन के प्रति आस्था और समर्पण जताते हुए छात्र हितों और सामाजिक सरोकारों को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता दोहराई।
सारस न्यूज़, अररिया।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) की नगर इकाई अररिया ने सोमवार को संगठन का 77वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया। इस अवसर को राष्ट्रीय छात्र दिवस के रूप में शिवपुरी स्थित परिषद कार्यालय परिसर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्रो. एम. पी. सिंह (सिंडिकेट सदस्य, पीयू) ने दीप प्रज्वलन कर किया।
कार्यक्रम का संचालन पूर्णिया विभाग के सह-संयोजक अजीत रंजन ने किया। उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए प्रो. सिंह ने कहा कि अभाविप का गठन जून 1948 में हुआ और 9 जुलाई 1949 को यह एक पंजीकृत छात्र संगठन बना। तभी से हर वर्ष 9 जुलाई को स्थापना दिवस पूरे देश में श्रद्धा और गर्व के साथ मनाया जाता है।
उन्होंने कहा कि एक छोटे से प्रयास के रूप में शुरू हुआ यह संगठन आज विशाल वटवृक्ष का रूप ले चुका है, और यह संभव हो पाया है परिषद कार्यकर्ताओं के वर्षों के समर्पण, त्याग और अनुशासन के बल पर। उन्होंने इसे विश्व का सबसे बड़ा अनुशासित छात्र संगठन बताते हुए कहा कि यह मंच देश की युवा पीढ़ी को राष्ट्र सेवा और सामाजिक जागरूकता की दिशा में निरंतर प्रेरित करता रहा है।
इस मौके पर दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे जिनमें प्रमुख रूप से अंकित सिंहा, सौरभ कुमार, गोविंद मंडल, राहुल आर्यन, मनीष कुमार, संतोष कुमार, संजीव कुमार, नवनीत झा, पप्पू कुमार, अंशु रंजन, प्रियंका कुमारी, लक्की कुमारी, राजनंदनी, दिशा कुमारी सहित अन्य शामिल थे।
सभी कार्यकर्ताओं ने संगठन के प्रति आस्था और समर्पण जताते हुए छात्र हितों और सामाजिक सरोकारों को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता दोहराई।
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