अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति (एडवा) का जिलास्तरीय जीबी बैठक जिला निबंधन कार्यालय परिसर स्थित पेंशनर समाज भवन में आयोजित हुआ। इस बैठक की अध्यक्षता अमेरिका देवी, सरीता देवी और सावो खातुन ने संयुक्त रूप से की। बैठक में समिति की बिहार राज्य उपाध्यक्ष रामपरी देवी विशेष रूप से उपस्थित रहीं। बैठक को सीपीएम जिला सचिव कॉमरेड राम विनय राय ने भी संबोधित किया।
रामपरी देवी ने कहा कि आज देश और बिहार राज्य की स्थिति अत्यंत चिंताजनक है। महंगाई अपने चरम पर है, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार हर तरफ हावी हैं। इन सभी समस्याओं का सबसे अधिक प्रभाव गरीब महिलाओं पर पड़ रहा है। बैठक में निम्नलिखित मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की गई:
मनरेगा योजना – कार्य की उपलब्धता और इसके प्रभावी संचालन पर जोर।
खेती में उपयोग होने वाले उर्वरक – उर्वरकों की कीमत और उपलब्धता पर चर्चा।
राशन कार्ड और वृद्धा पेंशन योजना – सभी पात्र लोगों तक इन योजनाओं का लाभ पहुंचाने पर बल।
भूमिहीन परिवारों के लिए भूमि उपलब्ध कराना – प्रत्येक परिवार को 10 डिसमिल जमीन उपलब्ध कराने की मांग।
पीडीएस प्रणाली में सुधार – गेहूं, चावल के साथ दाल, तेल, चीनी और 14 अन्य आवश्यक वस्तुएं प्रदान करने की मांग।
रसोई गैस की बढ़ती कीमत – महिलाओं पर इसके बढ़ते प्रभाव की चिंता।
दाखिल-खारिज प्रक्रिया – इसे सरल और पारदर्शी बनाने की आवश्यकता।
केंद्र और राज्य सरकार द्वारा लागू की जा रही जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए एडवा बिहार राज्य कमेटी ने राज्यपाल को संबोधित एक पत्र पर हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की। यह अभियान जिला के सभी हिस्सों में चलाया जाएगा। बैठक में कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संचालित करने के लिए आयोजन समिति का गठन किया गया।
इस बैठक में अंजीर खातून, निर्मला देवी, पुष्पा देवी, अमेरिका देवी, नगीना खातुन, सोगरा खातुन, नाहिदा खातुन, लालो देवी, सोधनी देवी, सावो खातुन, बीबी प्रवीण, नुजहत बानो, सुशीला देवी, मेनका देवी, सरिता देवी, ओबेला खातून, पुष्पा कुमारी, शबाना खातून, हलिमा खातून, तुलसी देवी, झबरी खातून, मंजू देवी और प्रियंका देवी सहित अन्य महिला सदस्यों का चयन किया गया।
बैठक को सफल बनाने में मो. सराफत, प्रमोद सिंह, रोहित कुमार विश्वास, विन्देश्वरी यादव, ज्ञान देव पासवान, राजू ऋषिदेव, शंकर मंडल, सत्यनारायण शर्मा और राजकिशोर मांझी सहित अन्य साथियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। यह बैठक महिलाओं के लिए रोजगार, महंगाई और सरकारी योजनाओं की बेहतर उपलब्धता सुनिश्चित करने के प्रयास में एक अहम कदम है।
सारस न्यूज, अररिया।
अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति (एडवा) का जिलास्तरीय जीबी बैठक जिला निबंधन कार्यालय परिसर स्थित पेंशनर समाज भवन में आयोजित हुआ। इस बैठक की अध्यक्षता अमेरिका देवी, सरीता देवी और सावो खातुन ने संयुक्त रूप से की। बैठक में समिति की बिहार राज्य उपाध्यक्ष रामपरी देवी विशेष रूप से उपस्थित रहीं। बैठक को सीपीएम जिला सचिव कॉमरेड राम विनय राय ने भी संबोधित किया।
रामपरी देवी ने कहा कि आज देश और बिहार राज्य की स्थिति अत्यंत चिंताजनक है। महंगाई अपने चरम पर है, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार हर तरफ हावी हैं। इन सभी समस्याओं का सबसे अधिक प्रभाव गरीब महिलाओं पर पड़ रहा है। बैठक में निम्नलिखित मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की गई:
मनरेगा योजना – कार्य की उपलब्धता और इसके प्रभावी संचालन पर जोर।
खेती में उपयोग होने वाले उर्वरक – उर्वरकों की कीमत और उपलब्धता पर चर्चा।
राशन कार्ड और वृद्धा पेंशन योजना – सभी पात्र लोगों तक इन योजनाओं का लाभ पहुंचाने पर बल।
भूमिहीन परिवारों के लिए भूमि उपलब्ध कराना – प्रत्येक परिवार को 10 डिसमिल जमीन उपलब्ध कराने की मांग।
पीडीएस प्रणाली में सुधार – गेहूं, चावल के साथ दाल, तेल, चीनी और 14 अन्य आवश्यक वस्तुएं प्रदान करने की मांग।
रसोई गैस की बढ़ती कीमत – महिलाओं पर इसके बढ़ते प्रभाव की चिंता।
दाखिल-खारिज प्रक्रिया – इसे सरल और पारदर्शी बनाने की आवश्यकता।
केंद्र और राज्य सरकार द्वारा लागू की जा रही जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए एडवा बिहार राज्य कमेटी ने राज्यपाल को संबोधित एक पत्र पर हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की। यह अभियान जिला के सभी हिस्सों में चलाया जाएगा। बैठक में कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संचालित करने के लिए आयोजन समिति का गठन किया गया।
इस बैठक में अंजीर खातून, निर्मला देवी, पुष्पा देवी, अमेरिका देवी, नगीना खातुन, सोगरा खातुन, नाहिदा खातुन, लालो देवी, सोधनी देवी, सावो खातुन, बीबी प्रवीण, नुजहत बानो, सुशीला देवी, मेनका देवी, सरिता देवी, ओबेला खातून, पुष्पा कुमारी, शबाना खातून, हलिमा खातून, तुलसी देवी, झबरी खातून, मंजू देवी और प्रियंका देवी सहित अन्य महिला सदस्यों का चयन किया गया।
बैठक को सफल बनाने में मो. सराफत, प्रमोद सिंह, रोहित कुमार विश्वास, विन्देश्वरी यादव, ज्ञान देव पासवान, राजू ऋषिदेव, शंकर मंडल, सत्यनारायण शर्मा और राजकिशोर मांझी सहित अन्य साथियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। यह बैठक महिलाओं के लिए रोजगार, महंगाई और सरकारी योजनाओं की बेहतर उपलब्धता सुनिश्चित करने के प्रयास में एक अहम कदम है।