रानीगंज गोली हत्याकांड: भूमि विवाद में दो लाख रुपये देकर साजिश के तहत अमरोज की हत्या।
रानीगंज थाना क्षेत्र के हसनपुर गांव स्थित सरवाहा घाट के पास 22 अगस्त की सुबह करीब 06 बजे एक व्यक्ति की अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। घटना की जानकारी मिलने पर एसपी अमित रंजन ने तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए। रानीगंज थाना, एफएसएल, और डीआईयू की टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्रित किए। मृतक की पहचान रानीगंज थाना क्षेत्र के बड़ी रामपुर वार्ड संख्या 03 निवासी अमरोज आलम, पिता अफरोज आलम, के रूप में हुई।
मृतक अमरोज आलम की पत्नी के बयान के आधार पर रानीगंज थाना में कांड संख्या 383/24 के तहत पांच नामजद आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया था। इस घटना के सफल उद्भेदन और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसपी अमित रंजन के निर्देश पर एएसपी सह एसडीपीओ रामपुकार सिंह के नेतृत्व में रानीगंज थानाध्यक्ष और डीआईयू की संयुक्त विशेष टीम का गठन किया गया।
तकनीकी और वैज्ञानिक अनुसंधान तथा आसूचना संकलन के बाद यह खुलासा हुआ कि प्राथमिकी में नामजद आरोपियों ने एक साजिश के तहत 2 लाख रुपये देकर मृतक की हत्या करवाई थी। मुख्यालय डीएसपी फखरे आलम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर बताया कि घटना में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार आरोपी हैं: रानीगंज थाना क्षेत्र के बड़हारा वार्ड संख्या 14 निवासी आशीष कुमार यादव, पिता रामचंद्र यादव; हसनपुर वार्ड संख्या 03 निवासी सूरज कुमार उर्फ सूर्या यादव, पिता अशोक यादव; नरपतगंज थाना क्षेत्र के झिंगली चौक चकला वार्ड संख्या 05 निवासी मो. उमर आलम, पिता मो. फिरोज आलम; और बड़ी रामपुर वार्ड संख्या 04 निवासी इमादुल्लाह उर्फ इमदा, पिता हसीब।
शेष आरोपियों की गिरफ्तारी और घटना में प्रयुक्त शस्त्र की बरामदगी के लिए छापेमारी जारी है। डीएसपी मुख्यालय ने यह भी बताया कि घटना में प्रयुक्त एक बाइक और 2 मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं। इस छापेमारी और गिरफ्तारी अभियान में पुनि सह रानीगंज थानाध्यक्ष संजय कुमार, पुअनि पूनम कुमारी, पुअनि सह डीआईयू प्रभारी अजीत चौधरी, डीआईयू शाखा के पुअनि विवेक कुमार सहित डीआईयू टीम और सशस्त्र बल शामिल थे।
रानीगंज थाना क्षेत्र के रामपुर निवासी अमरोज की हत्या का मामला अब सुलझा लिया गया है। गत 21 अगस्त की देर रात, अपराधियों ने अमरोज की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद पुलिस और डीआइयू टीम ने मामले का सफल उद्भेदन किया और चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
इस हत्याकांड का मुख्य सूत्रधार इम्मदुल्लाह उर्फ इमदाद निकला, जो मृतक का मौसरे भाई है। इमदाद ने पुलिस को बताया कि अमरोज ने अपने चाचा प्रवेज आलम उर्फ मुन्ना के हिस्से की जमीन को गुप्त रूप से बेच दिया था। इस बात से नाराज होकर प्रवेज उर्फ मुन्ना ने इमदाद को 2 लाख रुपये में अमरोज की हत्या करने का सुपारी दी थी।
इमदाद ने घटना के दिन अमरोज को पैसे देने के बहाने से बुलाकर घटनास्थल पर लाया, जहां अपराधियों ने उसे गोली मारकर हत्या कर दी।
रानीगंज थानाध्यक्ष ने बताया कि इस गोलीकांड और हत्याकांड में शामिल अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी अभियान जारी है। पुलिस इस मामले में और भी जानकारियाँ जुटाने में लगी हुई है।
सारस न्यूज़, अररिया।
रानीगंज गोली हत्याकांड: भूमि विवाद में दो लाख रुपये देकर साजिश के तहत अमरोज की हत्या।
रानीगंज थाना क्षेत्र के हसनपुर गांव स्थित सरवाहा घाट के पास 22 अगस्त की सुबह करीब 06 बजे एक व्यक्ति की अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। घटना की जानकारी मिलने पर एसपी अमित रंजन ने तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए। रानीगंज थाना, एफएसएल, और डीआईयू की टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्रित किए। मृतक की पहचान रानीगंज थाना क्षेत्र के बड़ी रामपुर वार्ड संख्या 03 निवासी अमरोज आलम, पिता अफरोज आलम, के रूप में हुई।
मृतक अमरोज आलम की पत्नी के बयान के आधार पर रानीगंज थाना में कांड संख्या 383/24 के तहत पांच नामजद आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया था। इस घटना के सफल उद्भेदन और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसपी अमित रंजन के निर्देश पर एएसपी सह एसडीपीओ रामपुकार सिंह के नेतृत्व में रानीगंज थानाध्यक्ष और डीआईयू की संयुक्त विशेष टीम का गठन किया गया।
तकनीकी और वैज्ञानिक अनुसंधान तथा आसूचना संकलन के बाद यह खुलासा हुआ कि प्राथमिकी में नामजद आरोपियों ने एक साजिश के तहत 2 लाख रुपये देकर मृतक की हत्या करवाई थी। मुख्यालय डीएसपी फखरे आलम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर बताया कि घटना में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार आरोपी हैं: रानीगंज थाना क्षेत्र के बड़हारा वार्ड संख्या 14 निवासी आशीष कुमार यादव, पिता रामचंद्र यादव; हसनपुर वार्ड संख्या 03 निवासी सूरज कुमार उर्फ सूर्या यादव, पिता अशोक यादव; नरपतगंज थाना क्षेत्र के झिंगली चौक चकला वार्ड संख्या 05 निवासी मो. उमर आलम, पिता मो. फिरोज आलम; और बड़ी रामपुर वार्ड संख्या 04 निवासी इमादुल्लाह उर्फ इमदा, पिता हसीब।
शेष आरोपियों की गिरफ्तारी और घटना में प्रयुक्त शस्त्र की बरामदगी के लिए छापेमारी जारी है। डीएसपी मुख्यालय ने यह भी बताया कि घटना में प्रयुक्त एक बाइक और 2 मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं। इस छापेमारी और गिरफ्तारी अभियान में पुनि सह रानीगंज थानाध्यक्ष संजय कुमार, पुअनि पूनम कुमारी, पुअनि सह डीआईयू प्रभारी अजीत चौधरी, डीआईयू शाखा के पुअनि विवेक कुमार सहित डीआईयू टीम और सशस्त्र बल शामिल थे।
रानीगंज थाना क्षेत्र के रामपुर निवासी अमरोज की हत्या का मामला अब सुलझा लिया गया है। गत 21 अगस्त की देर रात, अपराधियों ने अमरोज की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद पुलिस और डीआइयू टीम ने मामले का सफल उद्भेदन किया और चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
इस हत्याकांड का मुख्य सूत्रधार इम्मदुल्लाह उर्फ इमदाद निकला, जो मृतक का मौसरे भाई है। इमदाद ने पुलिस को बताया कि अमरोज ने अपने चाचा प्रवेज आलम उर्फ मुन्ना के हिस्से की जमीन को गुप्त रूप से बेच दिया था। इस बात से नाराज होकर प्रवेज उर्फ मुन्ना ने इमदाद को 2 लाख रुपये में अमरोज की हत्या करने का सुपारी दी थी।
इमदाद ने घटना के दिन अमरोज को पैसे देने के बहाने से बुलाकर घटनास्थल पर लाया, जहां अपराधियों ने उसे गोली मारकर हत्या कर दी।
रानीगंज थानाध्यक्ष ने बताया कि इस गोलीकांड और हत्याकांड में शामिल अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी अभियान जारी है। पुलिस इस मामले में और भी जानकारियाँ जुटाने में लगी हुई है।
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