गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए साइबर थाना अररिया की टीम ने एक संगठित साइबर ठगी गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से बड़ी मात्रा में नकदी, मोबाइल और अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं।
सूत्रों के अनुसार, साइबर थाना में पदस्थापित पु०अ०नि० सरोज कुमार को सूचना मिली थी कि एक संदिग्ध युवक अररिया ओवरब्रिज के पास स्थित रितिक कुमार के ब्रो फोन्स एंड सीएसपी सेंटर पर संदिग्ध लेन-देन करने आया है। सूचना मिलते ही पुलिस उपाधीक्षक सह थानाध्यक्ष, साइबर थाना अररिया के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई और छापेमारी की गई।
छापेमारी के दौरान पकड़े गए युवक ने अपनी पहचान प्रशांत कुमार मल्लिक (उम्र 30 वर्ष, पिता – कुन्दन कुमार मल्लिक, सा० शंकरपुर सिंझुआ, थाना कुर्साकांटा, जिला अररिया) के रूप में बताई। पूछताछ में उसने खुलासा किया कि वह साइबर फ्रॉड से प्राप्त रकम को सीएसपी खातों के माध्यम से नकद निकालता है और इसके बदले कमीशन पाता है। उसने यह भी स्वीकार किया कि इस काम में उसके तीन और साथी शामिल हैं और गिरोह का सरगना शौकत अली है।
प्रशांत की निशानदेही पर पुलिस ने मास्टरमाइंड शौकत अली (उम्र 40 वर्ष, पिता – अब्दुल कैयूम, सा० कमलदाहा, वार्ड संख्या-03, थाना कुर्साकांटा, जिला अररिया) को भी धर दबोचा। शौकत ने पूछताछ में अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। पुलिस अब गिरोह के अन्य फरार सदस्यों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है।
गिरफ्तार अभियुक्त
प्रशांत कुमार मल्लिक, उम्र 30 वर्ष, सा० शंकरपुर सिंझुआ, थाना कुर्साकांटा, जिला अररिया
साइबर थाना अररिया ने बताया कि गिरोह पिछले एक वर्ष से सक्रिय था और यह ठगी के जरिए लाखों रुपये की हेराफेरी कर चुका है। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है और जल्द ही शेष सदस्यों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
सारस न्यूज़, अररिया।
गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए साइबर थाना अररिया की टीम ने एक संगठित साइबर ठगी गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से बड़ी मात्रा में नकदी, मोबाइल और अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं।
सूत्रों के अनुसार, साइबर थाना में पदस्थापित पु०अ०नि० सरोज कुमार को सूचना मिली थी कि एक संदिग्ध युवक अररिया ओवरब्रिज के पास स्थित रितिक कुमार के ब्रो फोन्स एंड सीएसपी सेंटर पर संदिग्ध लेन-देन करने आया है। सूचना मिलते ही पुलिस उपाधीक्षक सह थानाध्यक्ष, साइबर थाना अररिया के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई और छापेमारी की गई।
छापेमारी के दौरान पकड़े गए युवक ने अपनी पहचान प्रशांत कुमार मल्लिक (उम्र 30 वर्ष, पिता – कुन्दन कुमार मल्लिक, सा० शंकरपुर सिंझुआ, थाना कुर्साकांटा, जिला अररिया) के रूप में बताई। पूछताछ में उसने खुलासा किया कि वह साइबर फ्रॉड से प्राप्त रकम को सीएसपी खातों के माध्यम से नकद निकालता है और इसके बदले कमीशन पाता है। उसने यह भी स्वीकार किया कि इस काम में उसके तीन और साथी शामिल हैं और गिरोह का सरगना शौकत अली है।
प्रशांत की निशानदेही पर पुलिस ने मास्टरमाइंड शौकत अली (उम्र 40 वर्ष, पिता – अब्दुल कैयूम, सा० कमलदाहा, वार्ड संख्या-03, थाना कुर्साकांटा, जिला अररिया) को भी धर दबोचा। शौकत ने पूछताछ में अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। पुलिस अब गिरोह के अन्य फरार सदस्यों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है।
गिरफ्तार अभियुक्त
प्रशांत कुमार मल्लिक, उम्र 30 वर्ष, सा० शंकरपुर सिंझुआ, थाना कुर्साकांटा, जिला अररिया
साइबर थाना अररिया ने बताया कि गिरोह पिछले एक वर्ष से सक्रिय था और यह ठगी के जरिए लाखों रुपये की हेराफेरी कर चुका है। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है और जल्द ही शेष सदस्यों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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