बुनियाद केंद्र, अररिया में मंगलवार को दिव्यांगजनों के लिए एक दिवसीय जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि एनआईएलडी के डायरेक्टर डॉ. ललित नारायण और जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग के सहायक निदेशक नितेश पाठक ने दीप प्रज्वलित कर किया।
डायरेक्टर डॉ. ललित नारायण ने कहा कि सीआरसी पटना बिहार में दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए जमीनी स्तर पर कार्य कर रही है। इसी प्रयास के तहत अररिया जिले के ग्रामीण इलाकों में दिव्यांगजनों को जागरूक करने के उद्देश्य से यह कार्यशाला आयोजित की गई।
उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते दिव्यांगजन समाज के लिए प्रेरणा हैं। दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 के प्रभावी कार्यान्वयन के तहत शिक्षा, कौशल विकास, रोजगार, सहायक उपकरण और समावेशी वातावरण जैसी आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। यह पहल न केवल उनकी क्षमताओं को बढ़ावा देती है, बल्कि उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने में भी सहायक साबित हो रही है।
कार्यक्रम में 153 से अधिक दिव्यांगजन व अन्य लोग उपस्थित रहे।
शिविर में सहायक निदेशक नितेश पाठक, सोशल विकास मैनेजर चंदा कुमारी, प्रबंधक मूल्यांकन व अनुश्रवण गीता कुमारी, बुनियाद केंद्र मैनेजर इकबाल आसिफ, जीविका के जिला प्रबंधक, सीआरसी पटना के प्रशासनिक अधिकारी कुमार भारत भूषण, पुनर्वास विशेषज्ञ पार्थ सारथी समेत सीआरसी पटना व जीविका के अधिकारी, कर्मचारी, बड़ी संख्या में वृद्धजन, दिव्यांगजन और उनके अभिभावक उपस्थित रहे।
सारस न्यूज़, अररिया।
बुनियाद केंद्र, अररिया में मंगलवार को दिव्यांगजनों के लिए एक दिवसीय जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि एनआईएलडी के डायरेक्टर डॉ. ललित नारायण और जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग के सहायक निदेशक नितेश पाठक ने दीप प्रज्वलित कर किया।
डायरेक्टर डॉ. ललित नारायण ने कहा कि सीआरसी पटना बिहार में दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए जमीनी स्तर पर कार्य कर रही है। इसी प्रयास के तहत अररिया जिले के ग्रामीण इलाकों में दिव्यांगजनों को जागरूक करने के उद्देश्य से यह कार्यशाला आयोजित की गई।
उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते दिव्यांगजन समाज के लिए प्रेरणा हैं। दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 के प्रभावी कार्यान्वयन के तहत शिक्षा, कौशल विकास, रोजगार, सहायक उपकरण और समावेशी वातावरण जैसी आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। यह पहल न केवल उनकी क्षमताओं को बढ़ावा देती है, बल्कि उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने में भी सहायक साबित हो रही है।
कार्यक्रम में 153 से अधिक दिव्यांगजन व अन्य लोग उपस्थित रहे।
शिविर में सहायक निदेशक नितेश पाठक, सोशल विकास मैनेजर चंदा कुमारी, प्रबंधक मूल्यांकन व अनुश्रवण गीता कुमारी, बुनियाद केंद्र मैनेजर इकबाल आसिफ, जीविका के जिला प्रबंधक, सीआरसी पटना के प्रशासनिक अधिकारी कुमार भारत भूषण, पुनर्वास विशेषज्ञ पार्थ सारथी समेत सीआरसी पटना व जीविका के अधिकारी, कर्मचारी, बड़ी संख्या में वृद्धजन, दिव्यांगजन और उनके अभिभावक उपस्थित रहे।
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