सदर प्रखंड के बसंतपुर पंचायत वार्ड संख्या 03 के लोगों का सब्र अब टूटने लगा है। जिला मुख्यालय से महज कुछ किलोमीटर दूर बसे इस गांव तक पहुंचने के लिए कोई पक्की सड़क नहीं है। बरसात के दिनों में हालात और बदतर हो जाते हैं—कच्ची पगडंडी कीचड़ में तब्दील हो जाती है, और तेज बारिश व परमान नदी का उफान गांव का मुख्य मार्ग से संपर्क पूरी तरह काट देता है।
ग्रामीणों का कहना है कि बारिश के मौसम में कई बार उन्हें भूखे पेट सोना पड़ता है, क्योंकि बाजार तक पहुंच पाना मुश्किल हो जाता है। स्कूल जाने वाले बच्चों की पढ़ाई महीनों बाधित रहती है, जबकि गर्भवती महिलाओं और आपातकालीन मरीजों के लिए समय पर इलाज मिलना लगभग असंभव हो जाता है।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, पिछले 10 वर्षों से वे इस समस्या के समाधान की मांग कर रहे हैं, लेकिन न पंचायत प्रतिनिधियों ने और न ही जिला प्रशासन ने इस पर ध्यान दिया। अब ग्रामीणों ने साफ चेतावनी दी है—अगर 2025 विधानसभा चुनाव से पहले सड़क नहीं बनी तो सभी मिलकर वोट का बहिष्कार करेंगे।
सोमवार को इसी मांग को लेकर ग्रामीणों ने एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किया और टोला मोहल्ला से लेकर मुख्य मार्ग तक लंबी मानव श्रृंखला बनाई। साथ ही, यह भी घोषणा की कि अगर जल्द ही सांसद, विधायक या जिला प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की, तो पचकौड़ी चौक से रामपुर होकर सिकटी जाने वाली मुख्य सड़क को जाम कर धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
यह आंदोलन केवल सड़क के लिए नहीं, बल्कि उस सम्मान और सुविधा के लिए है, जिसके हकदार ये ग्रामीण लंबे समय से वंचित हैं।
सारस न्यूज़, अररिया।
सदर प्रखंड के बसंतपुर पंचायत वार्ड संख्या 03 के लोगों का सब्र अब टूटने लगा है। जिला मुख्यालय से महज कुछ किलोमीटर दूर बसे इस गांव तक पहुंचने के लिए कोई पक्की सड़क नहीं है। बरसात के दिनों में हालात और बदतर हो जाते हैं—कच्ची पगडंडी कीचड़ में तब्दील हो जाती है, और तेज बारिश व परमान नदी का उफान गांव का मुख्य मार्ग से संपर्क पूरी तरह काट देता है।
ग्रामीणों का कहना है कि बारिश के मौसम में कई बार उन्हें भूखे पेट सोना पड़ता है, क्योंकि बाजार तक पहुंच पाना मुश्किल हो जाता है। स्कूल जाने वाले बच्चों की पढ़ाई महीनों बाधित रहती है, जबकि गर्भवती महिलाओं और आपातकालीन मरीजों के लिए समय पर इलाज मिलना लगभग असंभव हो जाता है।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, पिछले 10 वर्षों से वे इस समस्या के समाधान की मांग कर रहे हैं, लेकिन न पंचायत प्रतिनिधियों ने और न ही जिला प्रशासन ने इस पर ध्यान दिया। अब ग्रामीणों ने साफ चेतावनी दी है—अगर 2025 विधानसभा चुनाव से पहले सड़क नहीं बनी तो सभी मिलकर वोट का बहिष्कार करेंगे।
सोमवार को इसी मांग को लेकर ग्रामीणों ने एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किया और टोला मोहल्ला से लेकर मुख्य मार्ग तक लंबी मानव श्रृंखला बनाई। साथ ही, यह भी घोषणा की कि अगर जल्द ही सांसद, विधायक या जिला प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की, तो पचकौड़ी चौक से रामपुर होकर सिकटी जाने वाली मुख्य सड़क को जाम कर धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
यह आंदोलन केवल सड़क के लिए नहीं, बल्कि उस सम्मान और सुविधा के लिए है, जिसके हकदार ये ग्रामीण लंबे समय से वंचित हैं।
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