बिहार की सियासत में एक बड़ा मोड़ तब आया जब चर्चित पूर्व आईपीएस अधिकारी और हिंद सेना के संस्थापक शिवदीप लांडे ने शुक्रवार को अररिया सदर विधानसभा सीट से चुनावी रणभूमि में उतरने की घोषणा कर दी। लांडे ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन दाखिल कर चुनावी जंग का बिगुल फूंक दिया।
नामांकन के लिए वे भारी संख्या में समर्थकों के साथ सदर एसडीओ कार्यालय पहुंचे। वहां का माहौल पूरी तरह उनके समर्थकों के नारों से गूंज उठा— “शिवदीप लांडे जिंदाबाद!” “भ्रष्टाचार मिटाओ, लांडे को जिताओ!”
लांडे के साथ-साथ हिंद सेना से जुड़े जिला पार्षद अमन राज ने भी चुनावी ताल ठोक दी है। उन्होंने रानीगंज (सुरक्षित) विधानसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल किया।
मीडिया से बातचीत में शिवदीप लांडे ने कहा: “यह चुनाव मेरे लिए सिर्फ राजनीति नहीं, बल्कि एक मिशन है। बिहार की धरती ने मुझे बहुत कुछ दिया है, अब वक्त है कि मैं उसका कर्ज चुकाऊं। भ्रष्टाचार और अन्याय के खिलाफ मेरी लड़ाई अब विधानसभा के मंच से होगी।”
अमन राज ने भी अपने बयान में कहा: “हमारा मकसद सत्ता नहीं, सेवा है। रानीगंज की जनता के साथ मिलकर हम एक नया इतिहास रचेंगे।”
अब देखना दिलचस्प होगा कि पूर्व आईपीएस अधिकारी के रूप में पहचान बना चुके शिवदीप लांडे की यह नई राजनीतिक पारी जनता के बीच कितना असर छोड़ती है। क्या ‘हिंद सेना’ का यह कदम बिहार की सियासत में कोई बड़ा बदलाव लाएगा? इसका जवाब तो आने वाले दिनों में चुनावी नतीजे ही देंगे।
अररिया से विशेष रिपोर्ट बिहार की सियासत में एक बड़ा मोड़ तब आया जब चर्चित पूर्व आईपीएस अधिकारी और हिंद सेना के संस्थापक शिवदीप लांडे ने शुक्रवार को अररिया सदर विधानसभा सीट से चुनावी रणभूमि में उतरने की घोषणा कर दी। लांडे ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन दाखिल कर चुनावी जंग का बिगुल फूंक दिया।
नामांकन के लिए वे भारी संख्या में समर्थकों के साथ सदर एसडीओ कार्यालय पहुंचे। वहां का माहौल पूरी तरह उनके समर्थकों के नारों से गूंज उठा— “शिवदीप लांडे जिंदाबाद!” “भ्रष्टाचार मिटाओ, लांडे को जिताओ!”
लांडे के साथ-साथ हिंद सेना से जुड़े जिला पार्षद अमन राज ने भी चुनावी ताल ठोक दी है। उन्होंने रानीगंज (सुरक्षित) विधानसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल किया।
मीडिया से बातचीत में शिवदीप लांडे ने कहा: “यह चुनाव मेरे लिए सिर्फ राजनीति नहीं, बल्कि एक मिशन है। बिहार की धरती ने मुझे बहुत कुछ दिया है, अब वक्त है कि मैं उसका कर्ज चुकाऊं। भ्रष्टाचार और अन्याय के खिलाफ मेरी लड़ाई अब विधानसभा के मंच से होगी।”
अमन राज ने भी अपने बयान में कहा: “हमारा मकसद सत्ता नहीं, सेवा है। रानीगंज की जनता के साथ मिलकर हम एक नया इतिहास रचेंगे।”
अब देखना दिलचस्प होगा कि पूर्व आईपीएस अधिकारी के रूप में पहचान बना चुके शिवदीप लांडे की यह नई राजनीतिक पारी जनता के बीच कितना असर छोड़ती है। क्या ‘हिंद सेना’ का यह कदम बिहार की सियासत में कोई बड़ा बदलाव लाएगा? इसका जवाब तो आने वाले दिनों में चुनावी नतीजे ही देंगे।
सारस न्यूज, वेब डेस्क।
बिहार की सियासत में एक बड़ा मोड़ तब आया जब चर्चित पूर्व आईपीएस अधिकारी और हिंद सेना के संस्थापक शिवदीप लांडे ने शुक्रवार को अररिया सदर विधानसभा सीट से चुनावी रणभूमि में उतरने की घोषणा कर दी। लांडे ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन दाखिल कर चुनावी जंग का बिगुल फूंक दिया।
नामांकन के लिए वे भारी संख्या में समर्थकों के साथ सदर एसडीओ कार्यालय पहुंचे। वहां का माहौल पूरी तरह उनके समर्थकों के नारों से गूंज उठा— “शिवदीप लांडे जिंदाबाद!” “भ्रष्टाचार मिटाओ, लांडे को जिताओ!”
लांडे के साथ-साथ हिंद सेना से जुड़े जिला पार्षद अमन राज ने भी चुनावी ताल ठोक दी है। उन्होंने रानीगंज (सुरक्षित) विधानसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल किया।
मीडिया से बातचीत में शिवदीप लांडे ने कहा: “यह चुनाव मेरे लिए सिर्फ राजनीति नहीं, बल्कि एक मिशन है। बिहार की धरती ने मुझे बहुत कुछ दिया है, अब वक्त है कि मैं उसका कर्ज चुकाऊं। भ्रष्टाचार और अन्याय के खिलाफ मेरी लड़ाई अब विधानसभा के मंच से होगी।”
अमन राज ने भी अपने बयान में कहा: “हमारा मकसद सत्ता नहीं, सेवा है। रानीगंज की जनता के साथ मिलकर हम एक नया इतिहास रचेंगे।”
अब देखना दिलचस्प होगा कि पूर्व आईपीएस अधिकारी के रूप में पहचान बना चुके शिवदीप लांडे की यह नई राजनीतिक पारी जनता के बीच कितना असर छोड़ती है। क्या ‘हिंद सेना’ का यह कदम बिहार की सियासत में कोई बड़ा बदलाव लाएगा? इसका जवाब तो आने वाले दिनों में चुनावी नतीजे ही देंगे।
अररिया से विशेष रिपोर्ट बिहार की सियासत में एक बड़ा मोड़ तब आया जब चर्चित पूर्व आईपीएस अधिकारी और हिंद सेना के संस्थापक शिवदीप लांडे ने शुक्रवार को अररिया सदर विधानसभा सीट से चुनावी रणभूमि में उतरने की घोषणा कर दी। लांडे ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन दाखिल कर चुनावी जंग का बिगुल फूंक दिया।
नामांकन के लिए वे भारी संख्या में समर्थकों के साथ सदर एसडीओ कार्यालय पहुंचे। वहां का माहौल पूरी तरह उनके समर्थकों के नारों से गूंज उठा— “शिवदीप लांडे जिंदाबाद!” “भ्रष्टाचार मिटाओ, लांडे को जिताओ!”
लांडे के साथ-साथ हिंद सेना से जुड़े जिला पार्षद अमन राज ने भी चुनावी ताल ठोक दी है। उन्होंने रानीगंज (सुरक्षित) विधानसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल किया।
मीडिया से बातचीत में शिवदीप लांडे ने कहा: “यह चुनाव मेरे लिए सिर्फ राजनीति नहीं, बल्कि एक मिशन है। बिहार की धरती ने मुझे बहुत कुछ दिया है, अब वक्त है कि मैं उसका कर्ज चुकाऊं। भ्रष्टाचार और अन्याय के खिलाफ मेरी लड़ाई अब विधानसभा के मंच से होगी।”
अमन राज ने भी अपने बयान में कहा: “हमारा मकसद सत्ता नहीं, सेवा है। रानीगंज की जनता के साथ मिलकर हम एक नया इतिहास रचेंगे।”
अब देखना दिलचस्प होगा कि पूर्व आईपीएस अधिकारी के रूप में पहचान बना चुके शिवदीप लांडे की यह नई राजनीतिक पारी जनता के बीच कितना असर छोड़ती है। क्या ‘हिंद सेना’ का यह कदम बिहार की सियासत में कोई बड़ा बदलाव लाएगा? इसका जवाब तो आने वाले दिनों में चुनावी नतीजे ही देंगे।
Leave a Reply