अररिया नगर परिषद के सभा भवन में बुधवार को नवपदस्थापित एसडीओ द्वारा प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट की निगरानी में सामान्य बोर्ड की बैठक 11 बजे की जगह 12 बजे से शुरू हुई। बैठक में मुख्य पार्षद विजय कुमार मिश्र, उप मुख्य पार्षद गौतम कुमार साह, नप इओ भवेश कुमार सहित एक वार्ड के नगर पार्षद को छोड़कर 28 नगर पार्षद मौजूद थे। करीब 01 घंटे चली बैठक के बाद से ही 15 नगर पार्षदों का हो-हंगामा शुरू हुआ। मुख्य पार्षद विजय कुमार मिश्र द्वारा शहर के विकास के लिए जारी 01 से 11 एजेंडा को 29 नगर पार्षदों से बंटे दूसरे खेमे के 15 पार्षद कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हुए व रजिस्टर पर हस्ताक्षर करने से मना किया। इसी दौरान मुख्य पार्षद के अनुसार बागी नगर पार्षद में ही किसी एक के द्वारा रजिस्टर का पन्ना को फाड़ दिया गया व उनके खेमे से जुड़े नगर पार्षद टीपू राज को वार्ड संख्या 16 की नगर पार्षद नीतू कुमारी ने चमचा कहा। इन सारी बातों व हरकतों को देखते हुए मुख्य पार्षद, उप मुख्य पार्षद गौतम कुमार साह सहित 13 नगर पार्षद सभा भवन की बैठक से बाहर होकर नप स्थित अपने कार्यालय जाने लगे।
जिसमें मुख्य पार्षद के बाहर होने के साथ ही मौजूद मजिस्ट्रेट सह अररिया बीईओ धीरेंद्र सिंह मुख्य पार्षद को समझाने के लिए उनके पीछे आए। लेकिन मुख्य पार्षद के समक्ष हुए दूसरे खेमे में एकत्र 15 नगर पार्षद द्वारा गलत व्यवहार को उन्होंने बताया। जिसमें दोनों के बीच भी कहासुनी हुई। इसके बाद मुख्य पार्षद द्वारा उप मुख्य पार्षद व 13 नगर पार्षद को अपने कार्यालय लेकर चले गए। ज्ञात हो कि इससे पहले बीते 09 मार्च को अररिया नप में सामान्य बैठक आयोजित हुई थी। लेकिन उस दिन भी गहमागहमी व हो हंगामा के बीच बैठक संपन्न भी हो सकी। जिसके बाद दूसरे खेमे में बंटे 14 नगर पार्षदों ने गुपचुप ढंग से मुख्य पार्षद के विरोध में बैठक की थी। जिसका विरोध बुधवार 13 मार्च की आयोजित सामान्य बोर्ड की बैठक में भी नजर आया। मुख्य पार्षद का बैठक छोड़कर चले जाने के बाद 15 नगर पार्षद ने नप इओ से करीब 02 घंटे वार्तालाप किया। साथ ही मजिस्ट्रेट की निगरानी में नप इओ सहित डीएम, एसडीओ सहित नगर विकास आयुक्त को मुख्य पार्षद के कार्य शेली के विरोध में उन्हें हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन सौंपा है। जिसमें अररिया नप इओ ने उन्हें आश्वासन दिया है।
दूसरे खेमे के 15 नगर पार्षद ने नप इओ को सौंपा ज्ञापन।
अररिया नप के सभा भवन में चल रही सामान्य बोर्ड की बैठक को हो हंगामा के बीच मुख्य पार्षद द्वारा छोड़कर चले जाने के बाद दूसरे खेमे में बंटे हुए 15 नगर पार्षद ने नप इओ से वार्तालाप कर अपने समस्याओं को बताते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा है। जिसमें उन्होंने कहा है कि बीते 09 मार्च को आयोजित बैठक में पत्रांक 498 पत्रांक के सभी 01 से 11 प्रस्ताव को पूर्ण बहुमत से खारिज करने की मांग नप के इओ, डीएम, एसडीओ व नगर विकास आयुक्त को ज्ञापन देकर की गई है। बताया गया कि 13 मार्च बुधवार को अररिया नप में पत्रांक 498 के आलोक में बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में एसडीओ द्वारा दंडाधिकारी, सशस्त्र बल व लाठी बल की उपस्थिति भी रही।
इस बैठक में मुख्य पार्षद, उप मुख्य पार्षद सहित 01 से 29 वार्ड के कुल 28 पार्षद उपस्थित रहे। वहीं एक पार्षद वार्ड संख्या 19 के अनुपस्थित दिखे। बैठक में 02 मार्च के पत्रांक 409 के आधार पर क्रमांक 01 से 11 तक के सभी प्रस्ताव को बहुमत से निरस्त कर दिया गया। लेकिन मुख्य पार्षद के द्वरा उपस्थिति पंजी में नगर पार्षदों को नहीं करने दिया जा रहा था। नप इओ के हस्तक्षेप के बाद से पार्षदों द्वारा उपस्थिति पंजी में हस्ताक्षर दर्ज की गई। बताया गया कि मुख्य पार्षद व उप मुख्य पार्षद द्वारा प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी के समक्ष जबरन पंजी छीनकर पार्षदों के साथ धक्का-मुक्की करते हुए धमकी देते हुए उपस्थिति पंजी को लेकर बैठक से बाहर चले गए। दूसरे खेमे के पार्षदों ने मुख्य पार्षद पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्होंने 498 पत्रांक के 01 से 11 प्रस्ताव को निरस्त करने से मना किया है व पंजी बुक उनका है। जो मर्जी वो करेंगे। यह सभी प्रस्ताव कुल 15 पार्षद के विरोध के बाद भी पारित कर लेंगे। जिसको जो करना वो करें। हम किसी कि परवाह नहीं करते. ऐसे गंभीर आरोप मुख्य पार्षद पर लगाए गए। जिसमें 15 नगर पार्षदों ने नप इओ सहित डीएम, एसडीओ, नगर विकास आयुक्त को ज्ञापन देकर अपने विरोध को दर्ज करते हुए 498 पत्रांक के सभी प्रस्ताव को निरस्त/खारिज करने मांग की है।
रजिस्टर पंजी नगर पार्षदों ने नहीं है फाड़ा।
अररिया नप के इओ ने बताया कि सामान्य बोर्ड की बैठक में अलग खेमे के 15 पार्षद मुख्य पार्षद के 01 से 11 एजेंडों का समर्थन नहीं दे रहे हैं। जिसको लेकर बीच बैठक में हो हंगामा हुआ है। इन 15 पार्षदों ने उक्त प्रस्ताव को निरस्त करने की मांग हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन देकर किया है। जिसपर वरीय पदाधिकारी से विचार विमर्श के बाद कार्य किया जायेगा। भवेश कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद अररिया।
रजिस्टर पंजी को बागी पार्षदों द्वारा फाड़ा गया, एक पार्षद को कहा गया बुरा भला।
अलग खेमे में बंटे 15 नगर पार्षद को लेकर मुख्य पार्षद ने बताया कि वे लोग मुझसे जनता की नजर से छिपाकर चोरी कराना चाहते हैं। जो मेरे द्वारा हरगिज संभव नहीं है। उन्हें शुरू से ही मलाई खाने की आदत पड़ी हुई है। मुख्य पार्षद ने बताया कि वे नगर पार्षदों के वोट से चुनकर नहीं आए हैं। अररिया नगर परिषद क्षेत्र के 29 वार्ड की हरेक तबके सहित गरीब, शोषित, वंचित, नि:सहाय गरीब, ठेले, खोमचे जैसे जनता ने अपना एक एक वोट देकर जिताया है। अब ऐसे नगर पार्षद चाहते हैं कि विकास की जगह गरीब जनता के विकास के लिए आवंटित रुपए की चोरी करना शुरू कर दूं। बंद कमरे में मुझे एक नगर पार्षद ने बुलाकर कहा कि सभी 29 नगर पार्षद का 200-200 वेपर लाइट उन्हें दे दिया। जिसमें आधा नप क्षेत्र में लगाया जायेगा व आधा को बेच दिया जायेगा। जिससे नगर पार्षद का भी घर चल सके। विजय कुमार मिश्र, मुख्य पार्षद, नगर परिषद अररिया।
सारस न्यूज, अररिया।
अररिया नगर परिषद के सभा भवन में बुधवार को नवपदस्थापित एसडीओ द्वारा प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट की निगरानी में सामान्य बोर्ड की बैठक 11 बजे की जगह 12 बजे से शुरू हुई। बैठक में मुख्य पार्षद विजय कुमार मिश्र, उप मुख्य पार्षद गौतम कुमार साह, नप इओ भवेश कुमार सहित एक वार्ड के नगर पार्षद को छोड़कर 28 नगर पार्षद मौजूद थे। करीब 01 घंटे चली बैठक के बाद से ही 15 नगर पार्षदों का हो-हंगामा शुरू हुआ। मुख्य पार्षद विजय कुमार मिश्र द्वारा शहर के विकास के लिए जारी 01 से 11 एजेंडा को 29 नगर पार्षदों से बंटे दूसरे खेमे के 15 पार्षद कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हुए व रजिस्टर पर हस्ताक्षर करने से मना किया। इसी दौरान मुख्य पार्षद के अनुसार बागी नगर पार्षद में ही किसी एक के द्वारा रजिस्टर का पन्ना को फाड़ दिया गया व उनके खेमे से जुड़े नगर पार्षद टीपू राज को वार्ड संख्या 16 की नगर पार्षद नीतू कुमारी ने चमचा कहा। इन सारी बातों व हरकतों को देखते हुए मुख्य पार्षद, उप मुख्य पार्षद गौतम कुमार साह सहित 13 नगर पार्षद सभा भवन की बैठक से बाहर होकर नप स्थित अपने कार्यालय जाने लगे।
जिसमें मुख्य पार्षद के बाहर होने के साथ ही मौजूद मजिस्ट्रेट सह अररिया बीईओ धीरेंद्र सिंह मुख्य पार्षद को समझाने के लिए उनके पीछे आए। लेकिन मुख्य पार्षद के समक्ष हुए दूसरे खेमे में एकत्र 15 नगर पार्षद द्वारा गलत व्यवहार को उन्होंने बताया। जिसमें दोनों के बीच भी कहासुनी हुई। इसके बाद मुख्य पार्षद द्वारा उप मुख्य पार्षद व 13 नगर पार्षद को अपने कार्यालय लेकर चले गए। ज्ञात हो कि इससे पहले बीते 09 मार्च को अररिया नप में सामान्य बैठक आयोजित हुई थी। लेकिन उस दिन भी गहमागहमी व हो हंगामा के बीच बैठक संपन्न भी हो सकी। जिसके बाद दूसरे खेमे में बंटे 14 नगर पार्षदों ने गुपचुप ढंग से मुख्य पार्षद के विरोध में बैठक की थी। जिसका विरोध बुधवार 13 मार्च की आयोजित सामान्य बोर्ड की बैठक में भी नजर आया। मुख्य पार्षद का बैठक छोड़कर चले जाने के बाद 15 नगर पार्षद ने नप इओ से करीब 02 घंटे वार्तालाप किया। साथ ही मजिस्ट्रेट की निगरानी में नप इओ सहित डीएम, एसडीओ सहित नगर विकास आयुक्त को मुख्य पार्षद के कार्य शेली के विरोध में उन्हें हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन सौंपा है। जिसमें अररिया नप इओ ने उन्हें आश्वासन दिया है।
दूसरे खेमे के 15 नगर पार्षद ने नप इओ को सौंपा ज्ञापन।
अररिया नप के सभा भवन में चल रही सामान्य बोर्ड की बैठक को हो हंगामा के बीच मुख्य पार्षद द्वारा छोड़कर चले जाने के बाद दूसरे खेमे में बंटे हुए 15 नगर पार्षद ने नप इओ से वार्तालाप कर अपने समस्याओं को बताते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा है। जिसमें उन्होंने कहा है कि बीते 09 मार्च को आयोजित बैठक में पत्रांक 498 पत्रांक के सभी 01 से 11 प्रस्ताव को पूर्ण बहुमत से खारिज करने की मांग नप के इओ, डीएम, एसडीओ व नगर विकास आयुक्त को ज्ञापन देकर की गई है। बताया गया कि 13 मार्च बुधवार को अररिया नप में पत्रांक 498 के आलोक में बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में एसडीओ द्वारा दंडाधिकारी, सशस्त्र बल व लाठी बल की उपस्थिति भी रही।
इस बैठक में मुख्य पार्षद, उप मुख्य पार्षद सहित 01 से 29 वार्ड के कुल 28 पार्षद उपस्थित रहे। वहीं एक पार्षद वार्ड संख्या 19 के अनुपस्थित दिखे। बैठक में 02 मार्च के पत्रांक 409 के आधार पर क्रमांक 01 से 11 तक के सभी प्रस्ताव को बहुमत से निरस्त कर दिया गया। लेकिन मुख्य पार्षद के द्वरा उपस्थिति पंजी में नगर पार्षदों को नहीं करने दिया जा रहा था। नप इओ के हस्तक्षेप के बाद से पार्षदों द्वारा उपस्थिति पंजी में हस्ताक्षर दर्ज की गई। बताया गया कि मुख्य पार्षद व उप मुख्य पार्षद द्वारा प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी के समक्ष जबरन पंजी छीनकर पार्षदों के साथ धक्का-मुक्की करते हुए धमकी देते हुए उपस्थिति पंजी को लेकर बैठक से बाहर चले गए। दूसरे खेमे के पार्षदों ने मुख्य पार्षद पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्होंने 498 पत्रांक के 01 से 11 प्रस्ताव को निरस्त करने से मना किया है व पंजी बुक उनका है। जो मर्जी वो करेंगे। यह सभी प्रस्ताव कुल 15 पार्षद के विरोध के बाद भी पारित कर लेंगे। जिसको जो करना वो करें। हम किसी कि परवाह नहीं करते. ऐसे गंभीर आरोप मुख्य पार्षद पर लगाए गए। जिसमें 15 नगर पार्षदों ने नप इओ सहित डीएम, एसडीओ, नगर विकास आयुक्त को ज्ञापन देकर अपने विरोध को दर्ज करते हुए 498 पत्रांक के सभी प्रस्ताव को निरस्त/खारिज करने मांग की है।
रजिस्टर पंजी नगर पार्षदों ने नहीं है फाड़ा।
अररिया नप के इओ ने बताया कि सामान्य बोर्ड की बैठक में अलग खेमे के 15 पार्षद मुख्य पार्षद के 01 से 11 एजेंडों का समर्थन नहीं दे रहे हैं। जिसको लेकर बीच बैठक में हो हंगामा हुआ है। इन 15 पार्षदों ने उक्त प्रस्ताव को निरस्त करने की मांग हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन देकर किया है। जिसपर वरीय पदाधिकारी से विचार विमर्श के बाद कार्य किया जायेगा। भवेश कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद अररिया।
रजिस्टर पंजी को बागी पार्षदों द्वारा फाड़ा गया, एक पार्षद को कहा गया बुरा भला।
अलग खेमे में बंटे 15 नगर पार्षद को लेकर मुख्य पार्षद ने बताया कि वे लोग मुझसे जनता की नजर से छिपाकर चोरी कराना चाहते हैं। जो मेरे द्वारा हरगिज संभव नहीं है। उन्हें शुरू से ही मलाई खाने की आदत पड़ी हुई है। मुख्य पार्षद ने बताया कि वे नगर पार्षदों के वोट से चुनकर नहीं आए हैं। अररिया नगर परिषद क्षेत्र के 29 वार्ड की हरेक तबके सहित गरीब, शोषित, वंचित, नि:सहाय गरीब, ठेले, खोमचे जैसे जनता ने अपना एक एक वोट देकर जिताया है। अब ऐसे नगर पार्षद चाहते हैं कि विकास की जगह गरीब जनता के विकास के लिए आवंटित रुपए की चोरी करना शुरू कर दूं। बंद कमरे में मुझे एक नगर पार्षद ने बुलाकर कहा कि सभी 29 नगर पार्षद का 200-200 वेपर लाइट उन्हें दे दिया। जिसमें आधा नप क्षेत्र में लगाया जायेगा व आधा को बेच दिया जायेगा। जिससे नगर पार्षद का भी घर चल सके। विजय कुमार मिश्र, मुख्य पार्षद, नगर परिषद अररिया।