सारस न्यूज, अररिया।
कृषि विज्ञान केंद्र, अररिया में छह दिवसीय मखाना प्रसंस्करण तकनीक एवं उससे बनने वाले उत्पादों पर आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसका समापन वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान डॉ. विनोद कुमार, पौधा संरक्षण विषय वस्तु विशेषज्ञ डॉ. संजीत कुमार, और कृषि अभियंत्रण विषय वस्तु विशेषज्ञ डॉ. निकिता मिश्रा द्वारा प्रमाण-पत्र वितरण के साथ हुआ।
समापन सत्र के दौरान केंद्र के प्रधान ने मखाना की वर्तमान परिदृश्य में बढ़ती महत्ता और वैश्विक स्तर पर इसकी मांग की पूर्ति के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किस प्रकार किसान मखाना प्रसंस्करण के माध्यम से मुनाफा कमा सकते हैं, और अररिया क्षेत्र में मखाना की खेती की अपार संभावनाओं का उल्लेख किया। उन्होंने इसे आय सृजन का एक उत्कृष्ट साधन बताया।
मुख्य प्रशिक्षक, डॉ. निकिता मिश्रा, जो कृषि अभियंत्रण की विशेषज्ञ हैं, ने मखाना प्रसंस्करण में उपयोग होने वाली आधुनिक मशीनों, जैसे पॉपिंग मशीन, क्लीनिंग मशीन, और भूनने की मशीन की उपयोगिता और क्रियान्वयन पर जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि मखाना के विभिन्न उत्पाद, जैसे मखाना खीर मिक्स, मखाना लड्डू, मसाला मखाना और कैरामलाइज्ड मखाना, किस प्रकार आकर्षक पैकेजिंग के साथ बाजार में बेचकर आय सृजित किए जा सकते हैं।
प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को मखाना से बने मूल्यवर्धित उत्पादों की निर्माण विधि का भी प्रशिक्षण दिया गया। इस कार्यक्रम के अंत में 40 प्रशिक्षार्थियों को प्रमाण-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।