Saaras News – सारस न्यूज़ – चुन – चुन के हर खबर, ताकि आप न रहें बेखबर

दर्शन गोलछा ने अमेरिका में बैचलर ऑफ साइंस इन कंप्यूटर एंड डाटा साइंसेज में 97.5 प्रतिशत अंक प्राप्त कर जिले का नाम किया रौशन।

सारस न्यूज, अररिया।


फारबिसगंज सिविल सोसाइटी के अध्यक्ष व समाजसेवी मांगीलाल गोलछा के सुपौत्र दर्शन गोलछा ने अमेरिका में हाल ही में संपन्न बैचलर ऑफ साइंस इन कंप्यूटर एंड डाटा साइंसेज में 97.5 प्रतिशत अंक प्राप्त कर न सिर्फ अपने परिवार बल्कि पूरे फारबिसगंज का नाम रौशन किया है। दर्शन गोलछा फारबिसगंज के एक प्रतिष्ठित औद्योगिक और व्यावसायिक घराने के पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट मनीष गोलछा व सामाजिक कार्यों में सक्रिय संगीता गोलछा के एकमात्र पुत्र हैं। दर्शन यूनिवर्सिटी ऑफ विस्कॉन्सिन, शिकागो (अमेरिका) में अध्ययनरत हैं।

अपनी प्रारंभिक शिक्षा सिलीगुड़ी के जी. डी. गोयंका स्कूल से करने के बाद हाई स्कूल की पढ़ाई दिल्ली पब्लिक स्कूल, नई दिल्ली से की। उसके उपरांत उच्चतर शिक्षा के लिए अमेरिका चले गए। दर्शन की दादी मीना देवी का कहना है कि वह बचपन से ही मेधावी था और पढ़ाई के प्रति समर्पित रहा है।

दर्शन की इस शानदार उपलब्धि पर पूरे जिले के लोग गौरव महसूस कर रहे हैं। अररिया सांसद प्रदीप कुमार सिंह, फारबिसगंज विधायक विद्यासागर उर्फ मंचन केशरी, नगर परिषद की मुख्य पार्षद वीणा देवी, उपमुख्य पार्षद नूतन भारती, चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष मूलचंद गोलछा, तेरापंथ सभा के अध्यक्ष महेंद्र वेद, समाजसेवी मोतीलाल शर्मा, पूनम पांडिया, श्याम महेश्वरी, वाहिद अंसारी, सुशील घोषल, युवा व्यवसायी सह समाजसेवी इजहार अंसारी सहित अन्य लोगों ने उन्हें बधाई दी है।

स्थानीय राखेचा हाउस में फारबिसगंज सिविल सोसाइटी द्वारा दर्शन गोलछा का सम्मान किया गया। इस अवसर पर पूर्व सांसद सुखदेव पासवान, सिविल सोसाइटी के अध्यक्ष मांगीलाल गोलछा, सचिव विनोद सरावगी, संरक्षक बच्छराज राखेचा व आजाद शत्रु अग्रवाल, फारबिसगंज केमिस्ट्स एसोसिएशन के प्रशासनिक सचिव राकेश रौशन, फारबिसगंज मारवाड़ी सम्मेलन के सचिव सुभाष अग्रवाल, जुट एसोसिएशन के कार्यकारी अध्यक्ष भंवरलाल डाकलिया, समाजसेवी चंदन भगत सहित अन्य लोगों ने दर्शन गोलछा को माला पहनाकर व उनका मुँह मीठा कराकर बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

इस सम्मान से अभिभूत दर्शन गोलछा ने भावविभोर होकर कहा कि भविष्य में उनका लक्ष्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में कोर्स करने का है। इसके बाद वे भारत लौटकर अपनी सेवाएँ राष्ट्र को समर्पित करेंगे।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *