सारस न्यूज़, अररिया।
पूर्णिया परिक्षेत्र के डीआईजी प्रमोद कुमार मंडल ने मंगलवार को अररिया साइबर थाना का निरीक्षण किया। यह दौरा राज्य के पुलिस महानिदेशक के निर्देश पर एक नियमित प्रक्रिया के तहत किया गया। डीआईजी मंडल का यह साइबर थानों की कार्यप्रणाली की समीक्षा के क्रम में पहला निरीक्षण था।
निरीक्षण के दौरान डीआईजी ने थाना की व्यवस्था, केस फाइलिंग प्रणाली, तकनीकी उपकरणों की उपलब्धता और स्टाफ की दक्षता की बारीकी से जांच की। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि सभी पहलुओं का सूक्ष्मता से अवलोकन कर यह समझने का प्रयास किया जा रहा है कि कौन-से क्षेत्र में सुधार की ज़रूरत है और कहां पर कमियां हैं।

साइबर अपराधों पर जताई गंभीर चिंता
डीआईजी मंडल ने साइबर अपराधों में हो रही निरंतर वृद्धि पर चिंता जताते हुए कहा कि तकनीकी अपराधों से निपटने के लिए पुलिस को भी तकनीकी रूप से दक्ष और सतर्क रहना होगा। उन्होंने थाना स्टाफ को निर्देशित किया कि वे साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए त्वरित और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करें। साथ ही आम जनता को भी जागरूक करने के लिए अभियान चलाए जाएं।
पुलिस बल को अपडेट रहने की दी सलाह
उन्होंने यह भी कहा कि साइबर अपराध का स्वरूप तेजी से बदल रहा है, ऐसे में पुलिस को भी समय-समय पर प्रशिक्षण और अपडेटेड जानकारी से लैस होना अनिवार्य है। निरीक्षण के दौरान तकनीकी संसाधनों की उपयोगिता और स्टाफ की तत्परता की सराहना करते हुए डीआईजी ने सुधारात्मक सुझाव भी दिए।
निरीक्षण के दौरान मौजूद रहे अधिकारी
इस मौके पर अररिया एसपी अंजनी कुमार, साइबर थाना की डीएसपी राजिया सुल्ताना, फारबिसगंज एसडीपीओ मुकेश कुमार साह, डीआईयू प्रभारी इंस्पेक्टर मनोज कुमार, नगर थानाध्यक्ष मनीष कुमार, साइबर थाना प्रभारी नितेश कुमार, इंस्पेक्टर रवि रंजन सिंह, पुअनी मनिषा कुमारी और पुअनी कुन्दन कुमार सहित कई पुलिस अधिकारी और जवान उपस्थित रहे।
निरीक्षण का निष्कर्ष
निरीक्षण के समापन पर डीआईजी प्रमोद कुमार मंडल ने साइबर थाना की वर्तमान कार्यप्रणाली की सराहना की, लेकिन साथ ही सुधार की गुंजाइश को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के निरीक्षण से न सिर्फ पुलिस बल की जवाबदेही सुनिश्चित होती है, बल्कि उनकी कार्यक्षमता में भी निरंतर सुधार आता है।