सिंचाई प्रमंडल, अररिया के तत्वावधान में जल-जीवन-हरियाली दिवस के अवसर पर एक महत्वपूर्ण परिचर्चा का आयोजन समाहरणालय स्थित डी.आर.डी.ए. सभागार में किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता उप विकास आयुक्त श्रीमती रोजी कुमारी ने की।
इस परिचर्चा का मुख्य विषय था — “पेयजल संकट वाले क्षेत्रों के लिए गंगा जल आपूर्ति योजना”, जिसमें जिले के 15 संबंधित विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
परिचर्चा के दौरान जल-जीवन-हरियाली अभियान के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 में किए गए कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गई। साथ ही, आगामी योजनाओं और कार्यों की दिशा और रूपरेखा भी प्रस्तुत की गई।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उप विकास आयुक्त श्रीमती रोजी कुमारी ने कहा:
“सभी विभागों के समन्वित प्रयासों से जल-जीवन-हरियाली अभियान के लक्ष्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा किया जा रहा है। यह अभियान सिर्फ जल संरक्षण तक सीमित नहीं, बल्कि पर्यावरण संतुलन की दिशा में भी एक बड़ा और दूरगामी कदम है।”
प्रतिभागी अधिकारियों में शामिल थे:
कार्यपालक अभियंता, सिंचाई प्रमंडल, अररिया
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, मनरेगा
जिला मिशन प्रबंधक, जल-जीवन-हरियाली
जिला अंकेक्षक प्रबंधक
सहायक अभियंता
अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी व कर्मी
इस अवसर पर सभी प्रतिभागियों ने जल संरक्षण और हरियाली बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और भविष्य में बेहतर समन्वय के साथ कार्य करने का संकल्प लिया।
सारस न्यूज़, अररिया।
गंगा जल आपूर्ति योजना पर की गई विस्तार से चर्चा
सिंचाई प्रमंडल, अररिया के तत्वावधान में जल-जीवन-हरियाली दिवस के अवसर पर एक महत्वपूर्ण परिचर्चा का आयोजन समाहरणालय स्थित डी.आर.डी.ए. सभागार में किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता उप विकास आयुक्त श्रीमती रोजी कुमारी ने की।
इस परिचर्चा का मुख्य विषय था — “पेयजल संकट वाले क्षेत्रों के लिए गंगा जल आपूर्ति योजना”, जिसमें जिले के 15 संबंधित विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
परिचर्चा के दौरान जल-जीवन-हरियाली अभियान के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 में किए गए कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गई। साथ ही, आगामी योजनाओं और कार्यों की दिशा और रूपरेखा भी प्रस्तुत की गई।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उप विकास आयुक्त श्रीमती रोजी कुमारी ने कहा:
“सभी विभागों के समन्वित प्रयासों से जल-जीवन-हरियाली अभियान के लक्ष्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा किया जा रहा है। यह अभियान सिर्फ जल संरक्षण तक सीमित नहीं, बल्कि पर्यावरण संतुलन की दिशा में भी एक बड़ा और दूरगामी कदम है।”
प्रतिभागी अधिकारियों में शामिल थे:
कार्यपालक अभियंता, सिंचाई प्रमंडल, अररिया
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, मनरेगा
जिला मिशन प्रबंधक, जल-जीवन-हरियाली
जिला अंकेक्षक प्रबंधक
सहायक अभियंता
अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी व कर्मी
इस अवसर पर सभी प्रतिभागियों ने जल संरक्षण और हरियाली बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और भविष्य में बेहतर समन्वय के साथ कार्य करने का संकल्प लिया।
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