सारस न्यूज, अररिया।
आईडी कार्ड का वितरण करते प्रधानाचार्य ओर अन्य
अररिया महाविद्यालय के प्राक परीक्षा प्रशिक्षण केंद्र में जिला कल्याण पदाधिकारी राम शंकर कुमार, प्रधानाचार्य डॉ. अशोक पाठक, और केंद्र के निदेशक डॉ. बृजकिशोर राम ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे छात्र-छात्राओं के बीच डिजिटल आईडी कार्ड का वितरण किया। यह वितरण पिछड़ा ओर अति पिछड़ा वर्ग पटना द्वारा प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में जुटे छात्र-छात्राओं के बीच किया गया है।
इस दौरान छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए जिला कल्याण पदाधिकारी राम शंकर कुमार ने कहा कि सफलता प्राप्त करने के लिए गंभीर अध्ययन और ईमानदारी की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि प्रतियोगी परीक्षाएं कठिन हैं, लेकिन होनहार विद्यार्थियों के लिए एक सीट हमेशा रिक्त रहती है, जिसके लिए काफी मेहनत करने की जरूरत है। जीवनयापन और प्रतियोगी परीक्षाओं दोनों के लिए समयानुसार कार्य करने की आवश्यकता है।
वहीं, अररिया कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. अशोक पाठक ने विभाग से संबंधित योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि सबसे पहले दिमाग से सफल होना है। जब तक आप लक्ष्य को तय नहीं करेंगे, आप अपना ध्यान केंद्रित नहीं कर पाएंगे। केवल ज्ञान के आधार पर आप प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल नहीं हो सकते हैं, बल्कि इसके लिए सतत रूप से अभ्यास करने की आवश्यकता है।
निदेशक डॉ. बृजकिशोर राम ने कहा कि राज्य सरकार की इस कल्याणकारी योजना का उद्देश्य वंचितों को सफल बनाकर मुख्य धारा से जोड़ना और उनके आत्मसम्मान की वृद्धि करना है। इस अवसर पर मौजूद अतिथियों का स्वागत किया गया। साथ ही धन्यवाद ज्ञापन करते हुए डॉ. अमरेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि प्रतियोगी छात्र-छात्राओं को बेहतर अवसर मिला है और इसके लिए सतत अभ्यास करने की जरूरत है।
इस प्रेरणा सत्र में उपस्थित प्राक परीक्षा प्रशिक्षण केंद्र अररिया के नोडल पदाधिकारी अनिमेष कुमार, डॉ. अब्दुस सलाम, डॉ. नोमान हैदर, डॉ. तंजील अतहर, डॉ. मुकेश कुमार सिन्हा, डॉ. मोइदुर रहमान, डॉ. पूजा अग्रवाल, डॉ. धर्मेंद्र कुमार, डॉ. सुलोचना कुमारी, डॉ. प्रियदर्शनी, डॉ. सफीक, डॉ. राजेश कुमार, अमित पासवान, आलोक आनंद, अमित आनंद, भंडार पाल सह लिपिक कन्हैया कुमार मिश्रा, कंप्यूटर ऑपरेटर मखमूर आलम, और दर्जनों छात्र-छात्राएं मौजूद थे।