सारस न्यूज़, अररिया।
जिले के नए जिलाधिकारी अनिल कुमार ने पदभार ग्रहण करने के बाद सीधे सदर अस्पताल का दौरा किया। उन्होंने अस्पताल में उपलब्ध चिकित्सा सेवाओं और सुविधाओं का गहन निरीक्षण किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने ओपीडी, इमरजेंसी, डिलीवरी वार्ड, एसएनसीयू, ब्लड बैंक और अन्य प्रमुख वार्डों का जायजा लिया। उन्होंने ओपीडी के संचालन, डॉक्टरों और कर्मचारियों की तैनाती, नवनिर्मित और निर्माणाधीन सुविधाओं के साथ-साथ मझुआ पूरब पंचायत में बच्चों की मौत से जुड़ी जानकारी भी ली।
निरीक्षण के दौरान अपर समाहर्ता राजमोहन झा, सिविल सर्जन डॉ. केके कश्यप, डीपीएम संतोष कुमार, सदर अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉ. आकाश, और अस्पताल प्रबंधक विकास आनंद सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
मरीजों से ली गई सेवाओं की जानकारी
जिलाधिकारी अनिल कुमार ने अस्पताल में इलाजरत मरीजों से मुलाकात कर दी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारियों से अस्पताल में हर महीने होने वाली डिलीवरी, सिजेरियन ऑपरेशनों की सुविधाओं, और निर्माणाधीन एमसीएच बिल्डिंग की प्रगति पर सवाल पूछे। ब्लड बैंक का निरीक्षण करते समय उन्होंने इसकी क्षमता और थैलेसीमिया मरीजों की स्थिति की भी जानकारी ली।
एसएनसीयू का दौरा करते हुए उन्होंने वहां भर्ती बच्चों के इलाज के इंतजामों की भी जानकारी ली। जिलाधिकारी ने हाल ही में बने 50 बेड के प्री-फैब फील्ड अस्पताल का निरीक्षण किया और इसे जल्द से जल्द संचालित करने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने बताया कि इस अस्पताल में एनआरसी सेवाएं जल्द शुरू की जाएंगी।
बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए प्रयास
निरीक्षण के बाद पत्रकारों से बात करते हुए जिलाधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि उन्होंने अस्पताल की मौजूदा सुविधाओं का आकलन किया है ताकि यह समझा जा सके कि जिले में कौन-कौन सी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता वाली योजनाओं पर पहले से ही अच्छा काम हो रहा है, जिसे और भी बेहतर बनाया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि डायलिसिस, कैंसर स्क्रीनिंग और ब्लड बैंक जैसी महत्वपूर्ण सेवाओं को और अधिक प्रभावी ढंग से लोगों तक पहुंचाया जाएगा। साथ ही, उन्होंने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि डॉक्टर और कर्मचारी अपनी ड्यूटी रोस्टर का पालन करें ताकि अस्पताल की सेवाओं का अधिकतम लाभ जनता तक पहुंच सके।