रविवार को बैठक में शामिल नगर पार्षद व उनके प्रतिनिधि।
मुख्य पार्षद द्वारा बीते 09 व 13 मार्च को आयोजित सामान्य बोर्ड की बैठक में उनके द्वारा जारी 11 प्रस्ताव को विपक्षी 14 से 15 नगर पार्षद व उनके प्रतिनिधि द्वारा नहीं मानने पर हुए हो हंगामा के बीच बैठक स्थगित कर दी गई थी। दूसरे खेमे में बंटे पार्षद द्वारा अपनी मांगों को लेकर बैठक का दौर जारी है। विपक्षी नगर पार्षद व उनके प्रतिनिधि मुख्य पार्षद के बयान से विक्षुब्ध हैं। इधर विपक्षी 16 नगर पार्षद व उनके प्रतिनिधि ने रविवार को गुपचुप तरीके से अररिया नप के वार्ड संख्या 18 में पुनः एक आवश्यक बैठक आयोजित की है। जिसमें सर्वसम्मति से बैठक की अध्यक्षता वार्ड संख्या 12 के प्रतिनिधि नूर आलम की अध्यक्षता में कई निर्णय लिए गए हैं। साथ ही बैठक में विचार के आदान प्रदान के बाद सर्वसम्मति से प्रस्ताव भी पारित किए हैं। जिसमें बताया गया है कि मुख्य पार्षद के द्वारा प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर दैनिक समाचार पत्र व विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से अररिया नप के 15 नगर पार्षद व उनके प्रतिनिधि को चोर से तुलना करते हुए चोर की संज्ञा दी गई है। इस कारण रविवार की बैठक में मौजूद 16 पार्षदों व उनके प्रतिनिधि ने सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया है कि अलग अलग विद्वान अधिवक्ता से मिलकर उनके माध्यम से सभी पार्षदों द्वारा अलग अलग लीगल नोटिस मुख्य पार्षद को भेजा जाएगा। वहीं मुख्य पार्षद के द्वारा संतोषजनक जवाब नहीं देने पर 30 दिनों के बाद सक्षम न्यायालय में विपक्षी 16 पार्षदों द्वारा परिवाद दायर किया जाएंगे। बताया गया कि 13 मार्च 2024 को अररिया नप में सामान्य बोर्ड की बैठक जारी थी। जिसमें बोर्ड बैठक का सामान्य रूप से चलने के लिए सदर एसडीओ द्वारा मजिस्ट्रेट 1/4 सुरक्षा बल की तैनाती की गई थी। बैठक में मुख्य पार्षद द्वारा जारी 11 एजेंडों को नगर पार्षद द्वारा बहिष्कार करते हुए निरस्त करने की मांग की गई। जब मनमाफिक एजेंडा नहीं पास होते देख मुख्य पार्षद बैठक के बीच में ही उपस्थिति व प्रस्ताव पंजी को लेकर बाहर निकल गए। जिस पर प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट के द्वारा मुख्य पार्षद को समझाने के बावजूद पंजी लेकर सभा भवन से भाग गए। मुख्य पार्षद के ऐसे रवैये के कारण विपक्षी 16 पार्षदों द्वारा सर्वसम्मति से निर्णय लेते हुए मुख्य पार्षद के विरुद्ध नगर थाना में सामूहिक रूप से सूचना देने की बातें कही गई। जिससे आगामी बैठक मैं सारी संचिका मुख्य पार्षद के पास नहीं रहे व अररिया नप कार्यालय में सुरक्षित रूप से मौजूद रहे।
सारस न्यूज, अररिया।
रविवार को बैठक में शामिल नगर पार्षद व उनके प्रतिनिधि।
मुख्य पार्षद द्वारा बीते 09 व 13 मार्च को आयोजित सामान्य बोर्ड की बैठक में उनके द्वारा जारी 11 प्रस्ताव को विपक्षी 14 से 15 नगर पार्षद व उनके प्रतिनिधि द्वारा नहीं मानने पर हुए हो हंगामा के बीच बैठक स्थगित कर दी गई थी। दूसरे खेमे में बंटे पार्षद द्वारा अपनी मांगों को लेकर बैठक का दौर जारी है। विपक्षी नगर पार्षद व उनके प्रतिनिधि मुख्य पार्षद के बयान से विक्षुब्ध हैं। इधर विपक्षी 16 नगर पार्षद व उनके प्रतिनिधि ने रविवार को गुपचुप तरीके से अररिया नप के वार्ड संख्या 18 में पुनः एक आवश्यक बैठक आयोजित की है। जिसमें सर्वसम्मति से बैठक की अध्यक्षता वार्ड संख्या 12 के प्रतिनिधि नूर आलम की अध्यक्षता में कई निर्णय लिए गए हैं। साथ ही बैठक में विचार के आदान प्रदान के बाद सर्वसम्मति से प्रस्ताव भी पारित किए हैं। जिसमें बताया गया है कि मुख्य पार्षद के द्वारा प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर दैनिक समाचार पत्र व विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से अररिया नप के 15 नगर पार्षद व उनके प्रतिनिधि को चोर से तुलना करते हुए चोर की संज्ञा दी गई है। इस कारण रविवार की बैठक में मौजूद 16 पार्षदों व उनके प्रतिनिधि ने सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया है कि अलग अलग विद्वान अधिवक्ता से मिलकर उनके माध्यम से सभी पार्षदों द्वारा अलग अलग लीगल नोटिस मुख्य पार्षद को भेजा जाएगा। वहीं मुख्य पार्षद के द्वारा संतोषजनक जवाब नहीं देने पर 30 दिनों के बाद सक्षम न्यायालय में विपक्षी 16 पार्षदों द्वारा परिवाद दायर किया जाएंगे। बताया गया कि 13 मार्च 2024 को अररिया नप में सामान्य बोर्ड की बैठक जारी थी। जिसमें बोर्ड बैठक का सामान्य रूप से चलने के लिए सदर एसडीओ द्वारा मजिस्ट्रेट 1/4 सुरक्षा बल की तैनाती की गई थी। बैठक में मुख्य पार्षद द्वारा जारी 11 एजेंडों को नगर पार्षद द्वारा बहिष्कार करते हुए निरस्त करने की मांग की गई। जब मनमाफिक एजेंडा नहीं पास होते देख मुख्य पार्षद बैठक के बीच में ही उपस्थिति व प्रस्ताव पंजी को लेकर बाहर निकल गए। जिस पर प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट के द्वारा मुख्य पार्षद को समझाने के बावजूद पंजी लेकर सभा भवन से भाग गए। मुख्य पार्षद के ऐसे रवैये के कारण विपक्षी 16 पार्षदों द्वारा सर्वसम्मति से निर्णय लेते हुए मुख्य पार्षद के विरुद्ध नगर थाना में सामूहिक रूप से सूचना देने की बातें कही गई। जिससे आगामी बैठक मैं सारी संचिका मुख्य पार्षद के पास नहीं रहे व अररिया नप कार्यालय में सुरक्षित रूप से मौजूद रहे।
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