दीप जीविका महिला संकुल स्तरीय संघ, अररिया सदर की दर्जनों जीविका दीदियों और केडर ने अपनी मांगों को लेकर नगर थाना क्षेत्र के जीरो माइल स्थित जेसीबी नहर के समीप जीविका कार्यालय में तालाबंदी और घेराबंदी की। सूचना मिलने पर नगर थानाध्यक्ष मनीष कुमार रजक के नेतृत्व में कई एसआई, पुलिस बल और 112 पुलिस वाहन के साथ मौके पर पहुंचे और ताला खुलवाया।
मिली जानकारी के अनुसार, कुछ पंचायतों की जीविका दीदियाँ और केडर दो गुटों में बंट गए हैं। पहले गुट की जीविका दीदियाँ अपनी संघ की मांगों को न मानते हुए कार्यालय में कार्य कर रही थीं। इसी बीच दूसरे गुट की जीविका दीदियों ने कार्यालय में तोड़फोड़ की और पहले गुट की दीदियों के साथ मारपीट की, फिर तालाबंदी कर दी। इसकी सूचना नगर थानाध्यक्ष को दी गई, जिसके बाद पुलिस ने जीविका कार्यालय पहुंचकर ताला खुलवाया और अंदर फंसी जीविका दीदियों को बाहर निकाला।
कार्यालय के मेन गेट पर पहले से एक ताला लगा हुआ था, लेकिन पुलिस के सामने एक और ताला जड़ा गया। इस घटना को लेकर दोनों गुटों ने अलग-अलग आवेदन देकर विभाग और थाना को सूचित किया है। पहले गुट की जीविका दीदियों ने बताया कि जिला पदाधिकारी के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद दूसरे गुट की दीदियाँ अपनी मांगों को लेकर तालाबंदी कर रही हैं।
दूसरे गुट की जीविका दीदियाँ कह रही हैं कि पहले विभाग उन्हें 1500 रुपये मासिक वेतन दे रहा था, जो अब घटाकर 1200 रुपये कर दिया गया है। कार्यालय क्षेत्र के केडर कर्मी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर थे, लेकिन अधिकांश लोग अब हड़ताल से वापस आ चुके हैं।
बाहरी असामाजिक तत्वों ने पहले भी कार्यालय में तालाबंदी की थी, जिसे डीएम के सख्त निर्देश पर खुलवाया गया था और भविष्य में ऐसा न करने का आदेश दिया गया था। बावजूद इसके, शुक्रवार को एक बार फिर कुछ केडर और जीविका दीदियों ने तालाबंदी कर दी, जिसकी सूचना नगर थाना को मिलने पर तुरंत कार्रवाई करते हुए ताला खुलवाया गया।
सारस न्यूज, अररिया।
दीप जीविका महिला संकुल स्तरीय संघ, अररिया सदर की दर्जनों जीविका दीदियों और केडर ने अपनी मांगों को लेकर नगर थाना क्षेत्र के जीरो माइल स्थित जेसीबी नहर के समीप जीविका कार्यालय में तालाबंदी और घेराबंदी की। सूचना मिलने पर नगर थानाध्यक्ष मनीष कुमार रजक के नेतृत्व में कई एसआई, पुलिस बल और 112 पुलिस वाहन के साथ मौके पर पहुंचे और ताला खुलवाया।
मिली जानकारी के अनुसार, कुछ पंचायतों की जीविका दीदियाँ और केडर दो गुटों में बंट गए हैं। पहले गुट की जीविका दीदियाँ अपनी संघ की मांगों को न मानते हुए कार्यालय में कार्य कर रही थीं। इसी बीच दूसरे गुट की जीविका दीदियों ने कार्यालय में तोड़फोड़ की और पहले गुट की दीदियों के साथ मारपीट की, फिर तालाबंदी कर दी। इसकी सूचना नगर थानाध्यक्ष को दी गई, जिसके बाद पुलिस ने जीविका कार्यालय पहुंचकर ताला खुलवाया और अंदर फंसी जीविका दीदियों को बाहर निकाला।
कार्यालय के मेन गेट पर पहले से एक ताला लगा हुआ था, लेकिन पुलिस के सामने एक और ताला जड़ा गया। इस घटना को लेकर दोनों गुटों ने अलग-अलग आवेदन देकर विभाग और थाना को सूचित किया है। पहले गुट की जीविका दीदियों ने बताया कि जिला पदाधिकारी के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद दूसरे गुट की दीदियाँ अपनी मांगों को लेकर तालाबंदी कर रही हैं।
दूसरे गुट की जीविका दीदियाँ कह रही हैं कि पहले विभाग उन्हें 1500 रुपये मासिक वेतन दे रहा था, जो अब घटाकर 1200 रुपये कर दिया गया है। कार्यालय क्षेत्र के केडर कर्मी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर थे, लेकिन अधिकांश लोग अब हड़ताल से वापस आ चुके हैं।
बाहरी असामाजिक तत्वों ने पहले भी कार्यालय में तालाबंदी की थी, जिसे डीएम के सख्त निर्देश पर खुलवाया गया था और भविष्य में ऐसा न करने का आदेश दिया गया था। बावजूद इसके, शुक्रवार को एक बार फिर कुछ केडर और जीविका दीदियों ने तालाबंदी कर दी, जिसकी सूचना नगर थाना को मिलने पर तुरंत कार्रवाई करते हुए ताला खुलवाया गया।
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