अररिया सदर अस्पताल परिसर के पुराने भवन में गुरुवार दोपहर अचानक आग लगने से हड़कंप मच गया। इस भवन में कैदी वार्ड, नशा मुक्ति केंद्र, डायलिसिस यूनिट, सिविल सर्जन, अस्पताल उपाधीक्षक और अस्पताल प्रबंधन का कार्यालय संचालित हो रहा था। आग की सूचना मिलते ही अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मच गई, लेकिन समय रहते सभी मरीजों और कर्मचारियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
घटना की जानकारी मिलते ही अनुमंडल पदाधिकारी अनिकेत कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी रामपुकार सिंह, नगर थाना की पुलिस और दमकल की तीन गाड़ियाँ मौके पर पहुंचीं। स्थानीय लोगों के सहयोग से दमकलकर्मियों ने एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाने की कोशिश की, हालांकि आग पूरी तरह बुझ नहीं सकी।
सिविल सर्जन डॉ. के. कश्यप ने बताया कि पुराने भवन के खाली लेबर वार्ड में रखे सामान में बिजली के शॉर्ट सर्किट से आग लगी। नुकसान का आकलन अभी नहीं हो सका है, लेकिन जल्द ही पूरी जानकारी दी जाएगी। स्थानीय लोगों ने दमकल गाड़ियों के देर से पहुंचने पर नाराजगी जताई। उनका कहना था कि समय पर पहुंचने से स्थिति को और बेहतर तरीके से नियंत्रित किया जा सकता था।
इसके बावजूद, प्रशासन और दमकल विभाग की त्वरित कार्रवाई ने बड़े हादसे को टाल दिया। आग की घटना से आसपास की रिहायशी बस्तियों में दहशत फैल गई और अस्पताल परिसर के बाहर लोगों की भीड़ जमा हो गई। अस्पताल प्रशासन और जिला प्रशासन की सजगता से कोई जनहानि नहीं हुई। यह घटना एक बार फिर अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा उपायों की आवश्यकता को महत्वपूर्ण साबित करती है। प्रशासन ने आग के कारणों की जांच शुरू कर दी है।
सारस न्यूज, अररिया।
अररिया सदर अस्पताल परिसर के पुराने भवन में गुरुवार दोपहर अचानक आग लगने से हड़कंप मच गया। इस भवन में कैदी वार्ड, नशा मुक्ति केंद्र, डायलिसिस यूनिट, सिविल सर्जन, अस्पताल उपाधीक्षक और अस्पताल प्रबंधन का कार्यालय संचालित हो रहा था। आग की सूचना मिलते ही अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मच गई, लेकिन समय रहते सभी मरीजों और कर्मचारियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
घटना की जानकारी मिलते ही अनुमंडल पदाधिकारी अनिकेत कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी रामपुकार सिंह, नगर थाना की पुलिस और दमकल की तीन गाड़ियाँ मौके पर पहुंचीं। स्थानीय लोगों के सहयोग से दमकलकर्मियों ने एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाने की कोशिश की, हालांकि आग पूरी तरह बुझ नहीं सकी।
सिविल सर्जन डॉ. के. कश्यप ने बताया कि पुराने भवन के खाली लेबर वार्ड में रखे सामान में बिजली के शॉर्ट सर्किट से आग लगी। नुकसान का आकलन अभी नहीं हो सका है, लेकिन जल्द ही पूरी जानकारी दी जाएगी। स्थानीय लोगों ने दमकल गाड़ियों के देर से पहुंचने पर नाराजगी जताई। उनका कहना था कि समय पर पहुंचने से स्थिति को और बेहतर तरीके से नियंत्रित किया जा सकता था।
इसके बावजूद, प्रशासन और दमकल विभाग की त्वरित कार्रवाई ने बड़े हादसे को टाल दिया। आग की घटना से आसपास की रिहायशी बस्तियों में दहशत फैल गई और अस्पताल परिसर के बाहर लोगों की भीड़ जमा हो गई। अस्पताल प्रशासन और जिला प्रशासन की सजगता से कोई जनहानि नहीं हुई। यह घटना एक बार फिर अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा उपायों की आवश्यकता को महत्वपूर्ण साबित करती है। प्रशासन ने आग के कारणों की जांच शुरू कर दी है।
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