अररिया सदर प्रखंड के किस्मत खवासपुर पंचायत के वार्ड संख्या 06 अंतर्गत गोढ़ी टोला पलासी के लगभग चार दर्जन स्कूली बच्चे बुधवार की दोपहर बाद करीब 01 बजे फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गए। ग्रामीणों के अनुसार सभी बच्चे उमवि जितवारपुर में पढ़ाई करते हैं। जानकारी के अनुसार स्कूल में एमडीएम भोजन में बने खिचड़ी खाकर 05 बजे स्कूल से लौटने के बाद रास्ते में ही कुछ बच्चे उल्टी व दस्त के शिकार होने लगे। धीरे-धीरे शाम के करीब 07 बजे तक 04 दर्जन बच्चे इसके चपेट में आ गए। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने अररिया सदर एसडीओ अनिकेत कुमार, सदर बीडीओ धीरज कुमार व सांसद प्रदीप सिंह को तत्काल घटना की सूचना दी। खबर लिखे जाने तक सांसद की पहल पर तीन एंबुलेंस भेजकर तत्काल बच्चे को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जबकि कुछ अन्य बच्चे के लिए सदर अस्पताल से मेडिकल टीम भेजकर घर में पीड़ित बच्चों का इलाज करवाया गया। जैसे ही यह मामला लोगों को मालूम चलता गया। अस्पताल परिसर में सैंकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई। सांसद प्रदीप सिंह ने सदर अस्पताल स्वयं पहुंचकर सीएस विधानचंद्र सिंह से मिलकर मौजूद चिकित्सकों की टीम के साथ मॉनिटरिंग करना शुरू किया।
अस्पताल के रूम में बेड कम पड़ जाने से अस्पताल परिसर भवन में अलग से बेड लगाया जाना लगे। थोड़ी देर बाद एएसपी सह एसडीपीओ राम पुकार सिंह व सदर एसडीओ अनिकेत सिंह सदर अस्पताल पहुंचे।
खबर लिखे जाने तक डीईओ सदर अस्पताल नहीं पहुंच पाए थे। इधर घटना की जानकारी देते हुए अस्पताल परिसर में मौजूद परिजनों ने बताया कि मुख्य रूप से शंकर सिंह की दो पुत्री, कक्षा दो की छात्रा प्रियंका व वर्ग तीन के प्रिया, धर्मचंद की पुत्री सोनाक्षी व पुत्र रौशन, उपेंद्र सिंह के पुत्र कारण व कार्तिक, अनिल सिंह पुत्री साक्षी, शिवानी, करमचंद सिंह के पुत्री सपना, प्रीति व पुत्र कन्हैया, अनिल सिंह के पुत्र करण, मिथुन सिंह के पुत्र अनिकेत, योगी सिंह के पुत्री सोनाक्षी, योगेंद्र सिंह के पुत्र कोमल, 11 वर्षीय आंचल कुमारी, 14 वर्षीय अंकित कुमार, 10 वर्षीय अमित कुमार पिता मणि कुमार सिंह, 11 वर्षीय अमर कुमार पिता रंजीत कुमार सिंह, 08 वर्षीय गोविंद कुमार पिता प्रकाश सिंह, 12 वर्षीय निधि कुमारी पिता कुमेशर सिंह, 08 वर्षीय सजन कुमार पिता शंकर सिंह, 10 वर्षीय ललन कुमार पिता विद्यानंद सिंह, 08 वर्षीय साक्षी कुमारी पिता राजा सिंह, 13 वर्षीय काजल कुमारी पिता कुंदन सिंह, 09 वर्षीय कुशीमा कुमारी पिता पप्पू सिंह, 11 वर्षीय गोपाल कुमार व 12 वर्षीय कृष्णा कुमार पिता शंभू सिंह, 12 वर्षीय अमित कुमार पिता कुंदन सिंह, 05 वर्षीय अनीता कुमारी पिता दीपक सिंह, 10 वर्षीय अमित कुमार पिता रमेश सिंह, 10 वर्षीय पूजा कुमारी पिता योगेंद्र सिंह सहित दर्जनों बच्चे उल्टी दस्त के शिकार हुए हैं। इस तरह के घटना से अभिभावकों के बीच अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। जबकि सदर अस्पताल में बच्चे का इलाज जारी था।
इधर विद्यालय के प्रधानाध्यापक अभिनंदन ऋषिदेव ने बताया कि 437 नामांकित बच्चों में से कुल 227 स्कूली बच्चे बुधवार को मध्याह्न भोजन में खिचड़ी-चोखा खाए थे। लेकिन एक ही टोले के बच्चे विषाक्त भोजन का शिकार हुए हैं। उन्होंने बताया कि जिस टोले के बच्चे विषाक्त भोजन के शिकार हुए हैं। वहां दो दिन पूर्व से भोज का भी आयोजन हुआ था। ऐसे में कुछ कहना सही नही होगा।
खिचड़ी-चोखा खाने से सभी बच्चे फूड पॉइजनिंग के शिकार हो गए हैं। लगभग 40 से 45 बच्चों को सदर अस्पताल में अबतक भर्ती कराया गया है। सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं। अस्पताल में अच्छे डॉक्टर की टीम व 35 सदर अस्पताल के कर्मी के द्वारा बच्चों का इलाज किया जा रहा है। विधानचंद्र सिंह, सिविल सर्जन, सदर अस्पताल अररिया।
जांच में लापरवाही सामने आने पर दोषी को नहीं जायेगा बक्शा। बीमार बच्चों का हालचाल का जायजा लिया गया है। खुद से मॉनिटरिंग कर रहा हूं। मध्य विद्यालय जितवारपुर में बने एमडीएम का भोजन खिचड़ी-चोखा खाने से लगभग 100 बच्चे फूड पॉइजनिंग के शिकार हो गए हैं। जो कि दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। जानकारी जुटाने पर ज्ञात हुआ है कि स्कूल में बने एमडीएम भोजन खाने से बच्चे बीमार हुए हैं। खाना बनाने वाले जो रसोइया है व विद्यालय के एचएम पर जांच का विषय है। सर्वप्रथम कल स्कूल का जांच कराया जायेगा। जांच के बाद यदि लापरवाही सामने आती है तो दोषी को बक्शा नहीं जायेगा। यह देश के भविष्य की बात है। इतने बच्चे स्कूल से लौटने के बाद एक साथ बीमार पड़ गए। इस तरह की घटना कई बार सुनने को मिलती रहती है। इस तरह की लापरवाही करने वाले कोई भी हो। जांच में लापरवाही दिखने पर उन्हें दंडित किया जायेगा। प्रदीप कुमार सिंह, सांसद, अररिया।
सारस न्यूज, अररिया।
अररिया सदर प्रखंड के किस्मत खवासपुर पंचायत के वार्ड संख्या 06 अंतर्गत गोढ़ी टोला पलासी के लगभग चार दर्जन स्कूली बच्चे बुधवार की दोपहर बाद करीब 01 बजे फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गए। ग्रामीणों के अनुसार सभी बच्चे उमवि जितवारपुर में पढ़ाई करते हैं। जानकारी के अनुसार स्कूल में एमडीएम भोजन में बने खिचड़ी खाकर 05 बजे स्कूल से लौटने के बाद रास्ते में ही कुछ बच्चे उल्टी व दस्त के शिकार होने लगे। धीरे-धीरे शाम के करीब 07 बजे तक 04 दर्जन बच्चे इसके चपेट में आ गए। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने अररिया सदर एसडीओ अनिकेत कुमार, सदर बीडीओ धीरज कुमार व सांसद प्रदीप सिंह को तत्काल घटना की सूचना दी। खबर लिखे जाने तक सांसद की पहल पर तीन एंबुलेंस भेजकर तत्काल बच्चे को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जबकि कुछ अन्य बच्चे के लिए सदर अस्पताल से मेडिकल टीम भेजकर घर में पीड़ित बच्चों का इलाज करवाया गया। जैसे ही यह मामला लोगों को मालूम चलता गया। अस्पताल परिसर में सैंकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई। सांसद प्रदीप सिंह ने सदर अस्पताल स्वयं पहुंचकर सीएस विधानचंद्र सिंह से मिलकर मौजूद चिकित्सकों की टीम के साथ मॉनिटरिंग करना शुरू किया।
अस्पताल के रूम में बेड कम पड़ जाने से अस्पताल परिसर भवन में अलग से बेड लगाया जाना लगे। थोड़ी देर बाद एएसपी सह एसडीपीओ राम पुकार सिंह व सदर एसडीओ अनिकेत सिंह सदर अस्पताल पहुंचे।
खबर लिखे जाने तक डीईओ सदर अस्पताल नहीं पहुंच पाए थे। इधर घटना की जानकारी देते हुए अस्पताल परिसर में मौजूद परिजनों ने बताया कि मुख्य रूप से शंकर सिंह की दो पुत्री, कक्षा दो की छात्रा प्रियंका व वर्ग तीन के प्रिया, धर्मचंद की पुत्री सोनाक्षी व पुत्र रौशन, उपेंद्र सिंह के पुत्र कारण व कार्तिक, अनिल सिंह पुत्री साक्षी, शिवानी, करमचंद सिंह के पुत्री सपना, प्रीति व पुत्र कन्हैया, अनिल सिंह के पुत्र करण, मिथुन सिंह के पुत्र अनिकेत, योगी सिंह के पुत्री सोनाक्षी, योगेंद्र सिंह के पुत्र कोमल, 11 वर्षीय आंचल कुमारी, 14 वर्षीय अंकित कुमार, 10 वर्षीय अमित कुमार पिता मणि कुमार सिंह, 11 वर्षीय अमर कुमार पिता रंजीत कुमार सिंह, 08 वर्षीय गोविंद कुमार पिता प्रकाश सिंह, 12 वर्षीय निधि कुमारी पिता कुमेशर सिंह, 08 वर्षीय सजन कुमार पिता शंकर सिंह, 10 वर्षीय ललन कुमार पिता विद्यानंद सिंह, 08 वर्षीय साक्षी कुमारी पिता राजा सिंह, 13 वर्षीय काजल कुमारी पिता कुंदन सिंह, 09 वर्षीय कुशीमा कुमारी पिता पप्पू सिंह, 11 वर्षीय गोपाल कुमार व 12 वर्षीय कृष्णा कुमार पिता शंभू सिंह, 12 वर्षीय अमित कुमार पिता कुंदन सिंह, 05 वर्षीय अनीता कुमारी पिता दीपक सिंह, 10 वर्षीय अमित कुमार पिता रमेश सिंह, 10 वर्षीय पूजा कुमारी पिता योगेंद्र सिंह सहित दर्जनों बच्चे उल्टी दस्त के शिकार हुए हैं। इस तरह के घटना से अभिभावकों के बीच अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। जबकि सदर अस्पताल में बच्चे का इलाज जारी था।
इधर विद्यालय के प्रधानाध्यापक अभिनंदन ऋषिदेव ने बताया कि 437 नामांकित बच्चों में से कुल 227 स्कूली बच्चे बुधवार को मध्याह्न भोजन में खिचड़ी-चोखा खाए थे। लेकिन एक ही टोले के बच्चे विषाक्त भोजन का शिकार हुए हैं। उन्होंने बताया कि जिस टोले के बच्चे विषाक्त भोजन के शिकार हुए हैं। वहां दो दिन पूर्व से भोज का भी आयोजन हुआ था। ऐसे में कुछ कहना सही नही होगा।
खिचड़ी-चोखा खाने से सभी बच्चे फूड पॉइजनिंग के शिकार हो गए हैं। लगभग 40 से 45 बच्चों को सदर अस्पताल में अबतक भर्ती कराया गया है। सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं। अस्पताल में अच्छे डॉक्टर की टीम व 35 सदर अस्पताल के कर्मी के द्वारा बच्चों का इलाज किया जा रहा है। विधानचंद्र सिंह, सिविल सर्जन, सदर अस्पताल अररिया।
जांच में लापरवाही सामने आने पर दोषी को नहीं जायेगा बक्शा। बीमार बच्चों का हालचाल का जायजा लिया गया है। खुद से मॉनिटरिंग कर रहा हूं। मध्य विद्यालय जितवारपुर में बने एमडीएम का भोजन खिचड़ी-चोखा खाने से लगभग 100 बच्चे फूड पॉइजनिंग के शिकार हो गए हैं। जो कि दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। जानकारी जुटाने पर ज्ञात हुआ है कि स्कूल में बने एमडीएम भोजन खाने से बच्चे बीमार हुए हैं। खाना बनाने वाले जो रसोइया है व विद्यालय के एचएम पर जांच का विषय है। सर्वप्रथम कल स्कूल का जांच कराया जायेगा। जांच के बाद यदि लापरवाही सामने आती है तो दोषी को बक्शा नहीं जायेगा। यह देश के भविष्य की बात है। इतने बच्चे स्कूल से लौटने के बाद एक साथ बीमार पड़ गए। इस तरह की घटना कई बार सुनने को मिलती रहती है। इस तरह की लापरवाही करने वाले कोई भी हो। जांच में लापरवाही दिखने पर उन्हें दंडित किया जायेगा। प्रदीप कुमार सिंह, सांसद, अररिया।