अररिया के प्रसिद्ध स्वर्ग स्थल एवं मोक्ष धाम, बाबाजी कुटिया स्थित हनुमान मंदिर में चल रहा महाअष्टयाम संकीर्तन आज रविवार को संपन्न होगा। मंगलवार से शुरू हुआ यह रामधुन संकीर्तन लगातार जारी है, जिससे पूरे शहर का वातावरण भक्तिमय हो गया है।
हर शाम यहां की शोभा अवर्णनीय हो जाती है। संध्या काल में बाबाजी कुटिया में श्रद्धालुओं का अपार सैलाब उमड़ पड़ता है और पूरा शहर भक्ति के सागर में डूब जाता है।
इस आयोजन की खासियत यह रही कि कीर्तन मंडली द्वारा भक्ति झांकियों के साथ-साथ देशभक्ति झांकियां भी प्रस्तुत की गईं, जिसने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। हजारों की संख्या में पुरुष, महिलाएं और बच्चे हनुमान मंदिर के पावन स्थल पर पहुंचकर रामधुन में लीन हो रहे हैं।
मां खड्गेश्वरी काली के साधक नानु बाबा ने बताया कि इस कुटिया में कई दशकों से हरे राम हरे कृष्ण संकीर्तन का लगातार आयोजन हो रहा है। प्रत्येक वर्ष होने वाले इस महाअष्टयाम में जिले के विभिन्न प्रखंडों से कीर्तन मंडलियां शामिल होती हैं।
मंडलियां अपने साथ छोटे-छोटे बच्चों को भी लाती हैं, जिनका मनमोहक नृत्य वातावरण को और भी भक्तिमय बना देता है। विशेष रूप से संध्या काल में विभिन्न देवी-देवताओं, भूत-पिशाचों और पवनसुत के वेश में सजे बाल नर्तकों की प्रस्तुतियां महाअष्टयाम की शोभा में चार चांद लगा देती हैं। उनके नृत्य पर श्रद्धालु भाव-विभोर होकर झूम उठते हैं।
नानु बाबा ने बताया कि आज रविवार को महाअष्टयाम के समापन के बाद खिचड़ी महाभंडारा का आयोजन किया जाएगा, जिसमें हजारों भक्तजन प्रसाद ग्रहण करेंगे। आयोजन के दौरान भी हजारों श्रद्धालु प्रतिदिन भंडारे का प्रसाद ग्रहण कर रहे है।
सारस न्यूज़, अररिया।
अररिया के प्रसिद्ध स्वर्ग स्थल एवं मोक्ष धाम, बाबाजी कुटिया स्थित हनुमान मंदिर में चल रहा महाअष्टयाम संकीर्तन आज रविवार को संपन्न होगा। मंगलवार से शुरू हुआ यह रामधुन संकीर्तन लगातार जारी है, जिससे पूरे शहर का वातावरण भक्तिमय हो गया है।
हर शाम यहां की शोभा अवर्णनीय हो जाती है। संध्या काल में बाबाजी कुटिया में श्रद्धालुओं का अपार सैलाब उमड़ पड़ता है और पूरा शहर भक्ति के सागर में डूब जाता है।
इस आयोजन की खासियत यह रही कि कीर्तन मंडली द्वारा भक्ति झांकियों के साथ-साथ देशभक्ति झांकियां भी प्रस्तुत की गईं, जिसने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। हजारों की संख्या में पुरुष, महिलाएं और बच्चे हनुमान मंदिर के पावन स्थल पर पहुंचकर रामधुन में लीन हो रहे हैं।
मां खड्गेश्वरी काली के साधक नानु बाबा ने बताया कि इस कुटिया में कई दशकों से हरे राम हरे कृष्ण संकीर्तन का लगातार आयोजन हो रहा है। प्रत्येक वर्ष होने वाले इस महाअष्टयाम में जिले के विभिन्न प्रखंडों से कीर्तन मंडलियां शामिल होती हैं।
मंडलियां अपने साथ छोटे-छोटे बच्चों को भी लाती हैं, जिनका मनमोहक नृत्य वातावरण को और भी भक्तिमय बना देता है। विशेष रूप से संध्या काल में विभिन्न देवी-देवताओं, भूत-पिशाचों और पवनसुत के वेश में सजे बाल नर्तकों की प्रस्तुतियां महाअष्टयाम की शोभा में चार चांद लगा देती हैं। उनके नृत्य पर श्रद्धालु भाव-विभोर होकर झूम उठते हैं।
नानु बाबा ने बताया कि आज रविवार को महाअष्टयाम के समापन के बाद खिचड़ी महाभंडारा का आयोजन किया जाएगा, जिसमें हजारों भक्तजन प्रसाद ग्रहण करेंगे। आयोजन के दौरान भी हजारों श्रद्धालु प्रतिदिन भंडारे का प्रसाद ग्रहण कर रहे है।
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