शरणपुर गांव में उप-स्वास्थ्य केंद्र न होने से स्थानीय लोगों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। गांव के निवासियों ने बताया कि सामान्य बीमारियों के इलाज के लिए भी उन्हें आठ किलोमीटर दूर कुर्साकांटा जाना पड़ता है, जिससे न केवल समय की बर्बादी होती है, बल्कि आर्थिक बोझ भी बढ़ता है।
स्थानीय ग्रामीण सत्य नारायण मिश्र, अशोक यादव, राम नारायण मिश्र, लालमोहन झा और रामानंद सिंह यादव ने बताया कि बच्चों और महिलाओं की तबीयत खराब होने पर प्राथमिक उपचार के लिए या तो दूर के अस्पताल का रुख करना पड़ता है या फिर झोलाछाप डॉक्टरों पर निर्भर रहना पड़ता है। इससे कई बार स्वास्थ्य जोखिम भी बढ़ जाते हैं।
गांव के लोगों ने जिलाधिकारी से अपील की है कि शरणपुर में जल्द से जल्द उप-स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना की जाए, ताकि आम जनता को बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाएं उनके गांव में ही उपलब्ध हो सकें। ग्रामीणों का कहना है कि यह उनकी वर्षों पुरानी मांग है, जिसे अब तक अनसुना किया गया है।
सारस न्यूज, वेब डेस्क।
शरणपुर गांव में उप-स्वास्थ्य केंद्र न होने से स्थानीय लोगों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। गांव के निवासियों ने बताया कि सामान्य बीमारियों के इलाज के लिए भी उन्हें आठ किलोमीटर दूर कुर्साकांटा जाना पड़ता है, जिससे न केवल समय की बर्बादी होती है, बल्कि आर्थिक बोझ भी बढ़ता है।
स्थानीय ग्रामीण सत्य नारायण मिश्र, अशोक यादव, राम नारायण मिश्र, लालमोहन झा और रामानंद सिंह यादव ने बताया कि बच्चों और महिलाओं की तबीयत खराब होने पर प्राथमिक उपचार के लिए या तो दूर के अस्पताल का रुख करना पड़ता है या फिर झोलाछाप डॉक्टरों पर निर्भर रहना पड़ता है। इससे कई बार स्वास्थ्य जोखिम भी बढ़ जाते हैं।
गांव के लोगों ने जिलाधिकारी से अपील की है कि शरणपुर में जल्द से जल्द उप-स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना की जाए, ताकि आम जनता को बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाएं उनके गांव में ही उपलब्ध हो सकें। ग्रामीणों का कहना है कि यह उनकी वर्षों पुरानी मांग है, जिसे अब तक अनसुना किया गया है।
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