अररिया कॉलेज में एचआईवी जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए एक अभियान का आयोजन किया गया, जिसे राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) इकाई द्वारा संचालित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में अररिया सदर अस्पताल के डॉ. अखिलेश कुमार सिंह, NSS इकाई के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. मुकेश कुमार सिन्हा और कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. अशोक पाठक उपस्थित थे।
डॉ. अखिलेश कुमार सिंह ने एचआईवी संक्रमण के प्रमुख कारणों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इस बीमारी का कोई स्थायी इलाज नहीं है, इसलिए इसके बारे में जागरूकता ही इसका मुख्य बचाव है। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे अपने मित्रों और समुदाय में एचआईवी/एड्स के बारे में जागरूकता फैलाएं ताकि इस जिले में एचआईवी संक्रमण को रोका जा सके।
प्रधानाचार्य डॉ. अशोक पाठक ने कहा कि एचआईवी से बचाव का सबसे महत्वपूर्ण तरीका लोगों को इसके बारे में जानकारी देना है। उन्होंने कहा कि इस वायरस की उत्पत्ति और इसके फैलने के तरीकों के बारे में जागरूकता फैलाना अत्यंत आवश्यक है ताकि लोग इसके गंभीर परिणामों से बच सकें। इसी उद्देश्य से राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम की शुरुआत की गई है, जिसका मकसद हर व्यक्ति तक एचआईवी/एड्स से संबंधित जानकारी पहुंचाना है।
डॉ. मुकेश कुमार सिन्हा ने बताया कि इस जागरूकता अभियान का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों तक एचआईवी/एड्स की जानकारी पहुंचाना है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि जो लोग अधिक जानकारी चाहते हैं, वे 1097 टोल फ्री नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।
इस कार्यक्रम में कॉलेज के डॉ. मो. शफीक, डॉ. नोमन हैदर, डॉ. मोईदुर रहमान, डॉ. अमरेश कुमार श्रीवास्तव, अमित कुमार, कन्हैया मिश्रा और मखमूर आलम सहित कई छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
सारस न्यूज़, अररिया।
अररिया कॉलेज में एचआईवी जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए एक अभियान का आयोजन किया गया, जिसे राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) इकाई द्वारा संचालित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में अररिया सदर अस्पताल के डॉ. अखिलेश कुमार सिंह, NSS इकाई के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. मुकेश कुमार सिन्हा और कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. अशोक पाठक उपस्थित थे।
डॉ. अखिलेश कुमार सिंह ने एचआईवी संक्रमण के प्रमुख कारणों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इस बीमारी का कोई स्थायी इलाज नहीं है, इसलिए इसके बारे में जागरूकता ही इसका मुख्य बचाव है। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे अपने मित्रों और समुदाय में एचआईवी/एड्स के बारे में जागरूकता फैलाएं ताकि इस जिले में एचआईवी संक्रमण को रोका जा सके।
प्रधानाचार्य डॉ. अशोक पाठक ने कहा कि एचआईवी से बचाव का सबसे महत्वपूर्ण तरीका लोगों को इसके बारे में जानकारी देना है। उन्होंने कहा कि इस वायरस की उत्पत्ति और इसके फैलने के तरीकों के बारे में जागरूकता फैलाना अत्यंत आवश्यक है ताकि लोग इसके गंभीर परिणामों से बच सकें। इसी उद्देश्य से राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम की शुरुआत की गई है, जिसका मकसद हर व्यक्ति तक एचआईवी/एड्स से संबंधित जानकारी पहुंचाना है।
डॉ. मुकेश कुमार सिन्हा ने बताया कि इस जागरूकता अभियान का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों तक एचआईवी/एड्स की जानकारी पहुंचाना है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि जो लोग अधिक जानकारी चाहते हैं, वे 1097 टोल फ्री नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।
इस कार्यक्रम में कॉलेज के डॉ. मो. शफीक, डॉ. नोमन हैदर, डॉ. मोईदुर रहमान, डॉ. अमरेश कुमार श्रीवास्तव, अमित कुमार, कन्हैया मिश्रा और मखमूर आलम सहित कई छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
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