अब ओपी अध्यक्ष को प्राथमिकी दर्ज कराने नहीं जाना होगा पैतृक थाना।
ओपी का थाना में उत्क्रमित होने पर अब थाना जैसी मिलेंगी सारी सुविधा।
अररिया आरएस थाना का उद्घाटन करते एसपी अमित रंजन, मौजूद आरएस थानाध्यक्ष।
एसपी को पुष्पगुच्छ देकर अभिनंदन करते लोग।
गृह विभाग के आरक्षी शाखा से जिले के तीन ओपी को उत्क्रमित कर थाना का दर्जा बीते 23 फरवरी 2024 को मिल गया है। जिसकी अनुसंशा निवर्तमान एसपी अशोक कुमार सिंह द्वारा किया गया था। ओपी से उत्क्रमित हुए अररिया आरएस, बथनाहा व घूरना ओपी को थाना का दर्जा मिलने के बाद शुक्रवार को इसका उद्घाटन नवपदस्थापित एसपी अमित रंजन द्वारा शिलान्यास का फीता काटकर किया गया।
एसपी अमित रंजन के तीनों ओपी में पहुंचने के साथ ही स्थानीय ओपी पुलिस द्वारा उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। अररिया आरएस ओपी के ओपीध्यक्ष राकेश कुमार सहित अन्य दोनों ओपी अध्यक्ष द्वारा एसपी का स्वागत पुष्पगुच्छ देकर किया गया। इधर अररिया आरएस ओपी में थोड़ी देर से पहुंचे एसडीपीओ राम पुकार सिंह को आरएस ओपी अध्यक्ष द्वारा पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया है।
आरएस ओपी से उत्क्रमित हुए आरएस थाना का उद्घाटन करते हुए एसपी ने कहा कि ओपी का थाना के रूप में उत्क्रमण हो जाने से ओपी को स्वतंत्र रूप से कार्य करने में अब सहूलियत होगी। थाना को स्वतंत्र कार्य क्षमता, अपराध नियंत्रण में सुधार, विधि-व्यवस्था में स्थिरता व जन सुविधा में भी वृद्धि होगी। थाना में थानाध्यक्ष के अलावा पहले से ज्यादा सशस्त्र बल को पदस्थापित किया जाएगा। एसपी ने आरएस थानाध्यक्ष राकेश कुमार को बधाई दी व बेहतरीन कार्य करने का निर्देश दिया। इससे पूर्व नव वर्ष 2024 के शुभ उपलक्ष्य पर निवर्तमान एसपी अशोक कुमार सिंह ने सोनामनी गौदाम व बरदाहा ओपी को उत्क्रमित करते हुए पूर्ण स्वतंत्र थाना का दर्जा दिलवाया था। जिसके नये थाना भवन निर्माण के लिए राशि स्वीकृत कर पटना मुख्यालय भी पत्र उनके द्वारा भेजा गया। अब इन सभी थाना में स्वतंत्र रूप से प्राथमिकी दर्ज करने के साथ-साथ अनुसंधान का कार्य किया जायेगा। इसके अलावा आपराधिक कार्यों के नियंत्रण व विधि व्यवस्था संधारण के लिए इन थाना को अपने-अपने पैतृक थाना पर निर्भर रहना नहीं पड़ेगा। ज्ञात हो कि बिहार सरकार द्वारा इस संबंध में स्वीकृति प्राप्त होने के बाद गृह विभाग द्वारा यह आदेश प्राप्त हुआ है। जिसके आधार पर जिला प्रशासन ने आदेश जारी करते इन सभी थानों में नियमित कार्य संचालन का निर्णय लिया है। एसपी अमित रंजन ने बताया कि इन ओपी का थानों के बन जाने से लोगों को काफी सहूलियत होगी। इन थानों में अब प्राथमिकी भी दर्ज होगी। किसी भी थाना को जितनी सुविधा सरकार ने दी है। उतनी सुविधा अब इन ओपी को थाना बनने के बाद मिल गया है। उन्होंने कहा कि अररिया आरएस, बरदाहा व घूरना ओपी के कार्य क्षेत्र में कोई बदलाव नहीं हुआ है। ओपी का जितना कार्य क्षेत्र था। वहीं बरकरार रहेगा। लेकिन पर्याप्त बल की व्यवस्था रहेगी। थाना सहायता अनुदान की राशि जो नियमों अनुसार थाना को मिलता है। अब इन सभी ओपी को उत्क्रमित हुए थाना को मिलेगा। इसके साथ ही साथ उन्होंने कहा कि अपराध नियंत्रण पर अंकुश लगेगी। ओपी क्षेत्र में विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होने पर पैतृक थाना से दूरी होने के कारण उस क्षेत्र में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल को पहुंचने में काफी समय लग जाता है। जिससे अपराधियों पर अंकुश रखने व अपराध नियंत्रण में काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। अपराधियों व अपराध नियंत्रण, विधि-व्यवस्था के संधारण व सुरक्षा के दृष्टिकोण से अधिसूचित/गैर अधिसूचित लेकिन कार्यरत ओपी को स्थायी व स्वतंत्र रूप से कार्य करने के लिए थाना के रूप में उत्क्रमित किया गया है। उन्होंने मौजूद पुलिस पदाधिकारी को संबोधित करते हुए कहा कि थाना में आने वाले लोगों के साथ कुशल व्यवहार के साथ पेश आए। ताकि पुलिस व पब्लिक के बीच मधुर संबंध बन सके। मौके पर अररिया नप के मुख्य पार्षद प्रतिनिधि धीरज नयन, उप मुख्य पार्षद गौतम कुमार साह, मोहिनी देवी मेमोरियल स्कूल के निदेशक डॉ संजय प्रधान, धामा पंचायत के मुखिया मो मिन्नत व सरपंच मो सिकंदर, हड़िया पंचायत के मुखिया परवेज आलम व सरपंच मो अफरोज, स्थानीय समाजसेवी में चीकू यादव, मोहतसिम अख्तर, नप अंतर्गत वार्ड संख्या 07 के नगर पार्षद श्याम कुमार मंडल सहित कई वार्ड के अन्य नगर पार्षद, पूर्व नगर पार्षद सुलोचना देवी सहित दर्जनों लोग व पुलिस सदल-बल मौजूद थे।
अब ओपी अध्यक्ष को प्राथमिकी दर्ज कराने नहीं जाना होगा पैतृक थाना।
ओपी का थाना में उत्क्रमित होने पर अब थाना जैसी मिलेंगी सारी सुविधा।
अररिया आरएस थाना का उद्घाटन करते एसपी अमित रंजन, मौजूद आरएस थानाध्यक्ष।
एसपी को पुष्पगुच्छ देकर अभिनंदन करते लोग।
गृह विभाग के आरक्षी शाखा से जिले के तीन ओपी को उत्क्रमित कर थाना का दर्जा बीते 23 फरवरी 2024 को मिल गया है। जिसकी अनुसंशा निवर्तमान एसपी अशोक कुमार सिंह द्वारा किया गया था। ओपी से उत्क्रमित हुए अररिया आरएस, बथनाहा व घूरना ओपी को थाना का दर्जा मिलने के बाद शुक्रवार को इसका उद्घाटन नवपदस्थापित एसपी अमित रंजन द्वारा शिलान्यास का फीता काटकर किया गया।
एसपी अमित रंजन के तीनों ओपी में पहुंचने के साथ ही स्थानीय ओपी पुलिस द्वारा उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। अररिया आरएस ओपी के ओपीध्यक्ष राकेश कुमार सहित अन्य दोनों ओपी अध्यक्ष द्वारा एसपी का स्वागत पुष्पगुच्छ देकर किया गया। इधर अररिया आरएस ओपी में थोड़ी देर से पहुंचे एसडीपीओ राम पुकार सिंह को आरएस ओपी अध्यक्ष द्वारा पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया है।
आरएस ओपी से उत्क्रमित हुए आरएस थाना का उद्घाटन करते हुए एसपी ने कहा कि ओपी का थाना के रूप में उत्क्रमण हो जाने से ओपी को स्वतंत्र रूप से कार्य करने में अब सहूलियत होगी। थाना को स्वतंत्र कार्य क्षमता, अपराध नियंत्रण में सुधार, विधि-व्यवस्था में स्थिरता व जन सुविधा में भी वृद्धि होगी। थाना में थानाध्यक्ष के अलावा पहले से ज्यादा सशस्त्र बल को पदस्थापित किया जाएगा। एसपी ने आरएस थानाध्यक्ष राकेश कुमार को बधाई दी व बेहतरीन कार्य करने का निर्देश दिया। इससे पूर्व नव वर्ष 2024 के शुभ उपलक्ष्य पर निवर्तमान एसपी अशोक कुमार सिंह ने सोनामनी गौदाम व बरदाहा ओपी को उत्क्रमित करते हुए पूर्ण स्वतंत्र थाना का दर्जा दिलवाया था। जिसके नये थाना भवन निर्माण के लिए राशि स्वीकृत कर पटना मुख्यालय भी पत्र उनके द्वारा भेजा गया। अब इन सभी थाना में स्वतंत्र रूप से प्राथमिकी दर्ज करने के साथ-साथ अनुसंधान का कार्य किया जायेगा। इसके अलावा आपराधिक कार्यों के नियंत्रण व विधि व्यवस्था संधारण के लिए इन थाना को अपने-अपने पैतृक थाना पर निर्भर रहना नहीं पड़ेगा। ज्ञात हो कि बिहार सरकार द्वारा इस संबंध में स्वीकृति प्राप्त होने के बाद गृह विभाग द्वारा यह आदेश प्राप्त हुआ है। जिसके आधार पर जिला प्रशासन ने आदेश जारी करते इन सभी थानों में नियमित कार्य संचालन का निर्णय लिया है। एसपी अमित रंजन ने बताया कि इन ओपी का थानों के बन जाने से लोगों को काफी सहूलियत होगी। इन थानों में अब प्राथमिकी भी दर्ज होगी। किसी भी थाना को जितनी सुविधा सरकार ने दी है। उतनी सुविधा अब इन ओपी को थाना बनने के बाद मिल गया है। उन्होंने कहा कि अररिया आरएस, बरदाहा व घूरना ओपी के कार्य क्षेत्र में कोई बदलाव नहीं हुआ है। ओपी का जितना कार्य क्षेत्र था। वहीं बरकरार रहेगा। लेकिन पर्याप्त बल की व्यवस्था रहेगी। थाना सहायता अनुदान की राशि जो नियमों अनुसार थाना को मिलता है। अब इन सभी ओपी को उत्क्रमित हुए थाना को मिलेगा। इसके साथ ही साथ उन्होंने कहा कि अपराध नियंत्रण पर अंकुश लगेगी। ओपी क्षेत्र में विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होने पर पैतृक थाना से दूरी होने के कारण उस क्षेत्र में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल को पहुंचने में काफी समय लग जाता है। जिससे अपराधियों पर अंकुश रखने व अपराध नियंत्रण में काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। अपराधियों व अपराध नियंत्रण, विधि-व्यवस्था के संधारण व सुरक्षा के दृष्टिकोण से अधिसूचित/गैर अधिसूचित लेकिन कार्यरत ओपी को स्थायी व स्वतंत्र रूप से कार्य करने के लिए थाना के रूप में उत्क्रमित किया गया है। उन्होंने मौजूद पुलिस पदाधिकारी को संबोधित करते हुए कहा कि थाना में आने वाले लोगों के साथ कुशल व्यवहार के साथ पेश आए। ताकि पुलिस व पब्लिक के बीच मधुर संबंध बन सके। मौके पर अररिया नप के मुख्य पार्षद प्रतिनिधि धीरज नयन, उप मुख्य पार्षद गौतम कुमार साह, मोहिनी देवी मेमोरियल स्कूल के निदेशक डॉ संजय प्रधान, धामा पंचायत के मुखिया मो मिन्नत व सरपंच मो सिकंदर, हड़िया पंचायत के मुखिया परवेज आलम व सरपंच मो अफरोज, स्थानीय समाजसेवी में चीकू यादव, मोहतसिम अख्तर, नप अंतर्गत वार्ड संख्या 07 के नगर पार्षद श्याम कुमार मंडल सहित कई वार्ड के अन्य नगर पार्षद, पूर्व नगर पार्षद सुलोचना देवी सहित दर्जनों लोग व पुलिस सदल-बल मौजूद थे।
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