आगामी विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान को देखते हुए प्रशासन ने सख्त एहतियाती कदम उठाए हैं। जिले की छह विधानसभा सीटों पर 11 नवंबर को मतदान होना है, जिसके मद्देनज़र भारत-नेपाल सीमा को पूरी तरह सील कर दिया गया है।
सीमा सीलिंग की प्रक्रिया 8 नवंबर की शाम 6 बजे से शुरू हो गई है और यह 11 नवंबर को मतदान संपन्न होने तक प्रभावी रहेगी। जिला प्रशासन के इस निर्णय का उद्देश्य चुनाव के दौरान किसी भी तरह की अवैध गतिविधियों, बाहरी हस्तक्षेप, या अवांछनीय तत्वों की आवाजाही को रोकना है।
जिलाधिकारी (डीएम) अनिल कुमार ने इस संबंध में स्पष्ट आदेश जारी करते हुए कहा कि मतदान की निष्पक्षता और शांति बनाए रखने के लिए सीमा बंद करना आवश्यक कदम है। उन्होंने संबंधित पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सीमा के सभी मार्गों पर चौकसी बढ़ाई जाए और निगरानी टीमों को सक्रिय रखा जाए।
डीएम ने यह भी बताया कि सीमा क्षेत्र में स्थित थानों को अलर्ट कर दिया गया है। विशेष पुलिस दल और अर्धसैनिक बलों की तैनाती भी बढ़ा दी गई है ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।
इसके अलावा, सीमा पार से आने-जाने वाले लोगों की पहचान की सख्त जांच की जा रही है। आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति और स्थानीय निवासियों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सीमित वाणिज्यिक गतिविधियों को अनुमति दी गई है, लेकिन किसी भी प्रकार की राजनीतिक गतिविधि या भीड़ जुटाने पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा।
प्रशासन ने जिलेवासियों से अपील की है कि वे शांतिपूर्वक मतदान में भाग लें और किसी भी अफवाह या भ्रामक सूचना पर ध्यान न दें।
सारस न्यूज, वेब डेस्क।
आगामी विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान को देखते हुए प्रशासन ने सख्त एहतियाती कदम उठाए हैं। जिले की छह विधानसभा सीटों पर 11 नवंबर को मतदान होना है, जिसके मद्देनज़र भारत-नेपाल सीमा को पूरी तरह सील कर दिया गया है।
सीमा सीलिंग की प्रक्रिया 8 नवंबर की शाम 6 बजे से शुरू हो गई है और यह 11 नवंबर को मतदान संपन्न होने तक प्रभावी रहेगी। जिला प्रशासन के इस निर्णय का उद्देश्य चुनाव के दौरान किसी भी तरह की अवैध गतिविधियों, बाहरी हस्तक्षेप, या अवांछनीय तत्वों की आवाजाही को रोकना है।
जिलाधिकारी (डीएम) अनिल कुमार ने इस संबंध में स्पष्ट आदेश जारी करते हुए कहा कि मतदान की निष्पक्षता और शांति बनाए रखने के लिए सीमा बंद करना आवश्यक कदम है। उन्होंने संबंधित पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सीमा के सभी मार्गों पर चौकसी बढ़ाई जाए और निगरानी टीमों को सक्रिय रखा जाए।
डीएम ने यह भी बताया कि सीमा क्षेत्र में स्थित थानों को अलर्ट कर दिया गया है। विशेष पुलिस दल और अर्धसैनिक बलों की तैनाती भी बढ़ा दी गई है ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।
इसके अलावा, सीमा पार से आने-जाने वाले लोगों की पहचान की सख्त जांच की जा रही है। आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति और स्थानीय निवासियों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सीमित वाणिज्यिक गतिविधियों को अनुमति दी गई है, लेकिन किसी भी प्रकार की राजनीतिक गतिविधि या भीड़ जुटाने पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा।
प्रशासन ने जिलेवासियों से अपील की है कि वे शांतिपूर्वक मतदान में भाग लें और किसी भी अफवाह या भ्रामक सूचना पर ध्यान न दें।
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