गंभीर रूप से घायल महिला ने पुलिस से लगाई न्याय की गुहार, थाना पहुंच कर सौंपा आवेदन
फारबिसगंज: फारबिसगंज प्रखंड के टेढ़ी मुसहरी पंचायत स्थित वार्ड संख्या 01 में मकई खेत की पघार काटने को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। विवाद इस कदर बढ़ गया कि एक महिला सहित उसके तीन बच्चों को लाठी, डंडा और लोहे की रॉड से बुरी तरह पीटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया गया।
घटना में घायल हुई महिला की पहचान 40 वर्षीय गीता देवी (पति प्रमोद ठाकुर) के रूप में हुई है। उनके साथ-साथ उनकी पुत्री काजल कुमारी (16 वर्ष), सोनी कुमारी (14 वर्ष) और पुत्र रौशन कुमार (20 वर्ष) को भी बुरी तरह पीटा गया। सभी घायलों को इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल, फारबिसगंज में भर्ती कराया गया। चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद गीता देवी की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें बेहतर इलाज के लिए बाहर रेफर कर दिया।
इलाज के उपरांत मंगलवार को गीता देवी अपने बच्चों के साथ फारबिसगंज थाना पहुंचीं और न्याय की गुहार लगाते हुए लिखित आवेदन सौंपा।
हमले का आरोप इन पर:
आवेदन में गीता देवी ने आरोप लगाया कि 2 जून की शाम जब वह अपने घर के बाहर बैठी थीं, तभी सतीश मेहता, नितिश मेहता, राजेश मेहता, रोनित मेहता, और कंचन देवी, सभी टेढ़ी मुसहरी वार्ड 01 निवासी, हाथों में लाठी, डंडा और लोहे की रॉड लेकर वहां पहुंचे। उन्होंने मकई खेत की पघार काटने को लेकर गाली-गलौज शुरू की।
जब गीता देवी ने पघार नहीं काटने की बात कही तो यशोदा देवी ने गुस्से में आकर अपने परिजनों को मारने का आदेश दिया। इसके बाद सभी आरोपितों ने मिलकर गीता देवी पर जानलेवा हमला कर दिया।
गीता देवी ने बताया कि जब उनके बच्चों ने बीच-बचाव करने की कोशिश की, तो उन्हें भी बेरहमी से पीटा गया। सतीश मेहता द्वारा चलाया गया फरसा उनके सिर पर लगा, जिससे वे लहूलुहान हो गईं।
लूटपाट का भी आरोप:
पीड़िता ने अपने आवेदन में आरोप लगाया कि मारपीट के दौरान आरोपियों ने उनके गहने और नगद राशि भी छीन ली।
पुलिस कर रही है जांच:
घटना की जानकारी मिलते ही फारबिसगंज थाना की पुलिस सक्रिय हो गई है। आवेदन के आधार पर पूरे मामले की जांच की जा रही है।
सारस न्यूज़, अररिया।
गंभीर रूप से घायल महिला ने पुलिस से लगाई न्याय की गुहार, थाना पहुंच कर सौंपा आवेदन
फारबिसगंज: फारबिसगंज प्रखंड के टेढ़ी मुसहरी पंचायत स्थित वार्ड संख्या 01 में मकई खेत की पघार काटने को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। विवाद इस कदर बढ़ गया कि एक महिला सहित उसके तीन बच्चों को लाठी, डंडा और लोहे की रॉड से बुरी तरह पीटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया गया।
घटना में घायल हुई महिला की पहचान 40 वर्षीय गीता देवी (पति प्रमोद ठाकुर) के रूप में हुई है। उनके साथ-साथ उनकी पुत्री काजल कुमारी (16 वर्ष), सोनी कुमारी (14 वर्ष) और पुत्र रौशन कुमार (20 वर्ष) को भी बुरी तरह पीटा गया। सभी घायलों को इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल, फारबिसगंज में भर्ती कराया गया। चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद गीता देवी की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें बेहतर इलाज के लिए बाहर रेफर कर दिया।
इलाज के उपरांत मंगलवार को गीता देवी अपने बच्चों के साथ फारबिसगंज थाना पहुंचीं और न्याय की गुहार लगाते हुए लिखित आवेदन सौंपा।
हमले का आरोप इन पर:
आवेदन में गीता देवी ने आरोप लगाया कि 2 जून की शाम जब वह अपने घर के बाहर बैठी थीं, तभी सतीश मेहता, नितिश मेहता, राजेश मेहता, रोनित मेहता, और कंचन देवी, सभी टेढ़ी मुसहरी वार्ड 01 निवासी, हाथों में लाठी, डंडा और लोहे की रॉड लेकर वहां पहुंचे। उन्होंने मकई खेत की पघार काटने को लेकर गाली-गलौज शुरू की।
जब गीता देवी ने पघार नहीं काटने की बात कही तो यशोदा देवी ने गुस्से में आकर अपने परिजनों को मारने का आदेश दिया। इसके बाद सभी आरोपितों ने मिलकर गीता देवी पर जानलेवा हमला कर दिया।
गीता देवी ने बताया कि जब उनके बच्चों ने बीच-बचाव करने की कोशिश की, तो उन्हें भी बेरहमी से पीटा गया। सतीश मेहता द्वारा चलाया गया फरसा उनके सिर पर लगा, जिससे वे लहूलुहान हो गईं।
लूटपाट का भी आरोप:
पीड़िता ने अपने आवेदन में आरोप लगाया कि मारपीट के दौरान आरोपियों ने उनके गहने और नगद राशि भी छीन ली।
पुलिस कर रही है जांच:
घटना की जानकारी मिलते ही फारबिसगंज थाना की पुलिस सक्रिय हो गई है। आवेदन के आधार पर पूरे मामले की जांच की जा रही है।
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