अंतर्राष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर गुरुवार को संयुक्त श्रम भवन, अररिया के सभागार में एक दिवसीय श्रमिक जनसंवाद एवं जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत जिला पदाधिकारी श्री अनिल कुमार द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ की गई। इस अवसर पर अनुमंडल पदाधिकारी श्री रवि प्रकाश, श्रम अधीक्षक श्री अमित कुमार, जिला नियोजन पदाधिकारी श्री आकिफ वक्काफ, सामाजिक सुरक्षा के सहायक निदेशक श्री नितेश कुमार पाठक, जिला बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक श्री शंभु रजक सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बाल श्रम हमारे समाज के लिए एक कलंक है, जो न सिर्फ बच्चों के बचपन को छीनता है, बल्कि उनकी शिक्षा और भविष्य को भी प्रभावित करता है। उन्होंने बाल श्रम उन्मूलन के लिए सामूहिक प्रयासों और जनभागीदारी की आवश्यकता पर जोर दिया। इस मौके पर उपस्थित सभी लोगों को बाल श्रम मुक्त अररिया का संकल्प भी दिलाया गया।
कार्यक्रम में जिले के 218 पंचायतों से आए श्रमिकों को सरकार द्वारा संचालित विभिन्न श्रमिक कल्याण योजनाओं जैसे – न्यूनतम मजदूरी, बिहार शताब्दी योजना, प्रवासी मजदूर दुर्घटना सहायता योजना, एवं बिहार भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की योजनाओं की जानकारी दी गई। प्रतिभागियों के बीच योजनाओं से संबंधित हस्तपुस्तिकाएं भी वितरित की गईं।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जो जिले के विभिन्न पंचायतों में भ्रमण कर लोगों को जागरूक करेगा। इसके साथ-साथ श्रम संसाधन विभाग, पटना के निर्देशानुसार, नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से प्रत्येक प्रखंड में चिन्हित स्थानों पर लोगों को बाल श्रम के खिलाफ जागरूक किया जाएगा।
कार्यक्रम के दौरान बच्चों के बीच पेंटिंग प्रतियोगिता भी कराई गई, जिसमें अव्वल तीन प्रतिभागियों को जिलाधिकारी ने मेडल और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया। चयनित प्रतिभागी राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में जिले का प्रतिनिधित्व करेंगे।
इसके अतिरिक्त, जिलाधिकारी ने बिहार शताब्दी योजना के तहत श्रमिक परिवारों को ₹1,00,000 की अनुग्रह राशि के चेक भी प्रदान किए। यह सहायता राशि श्रीमती यशोदा देवी और श्रीमती लीला देवी को सौंपी गई। साथ ही, कार्यक्रम में शामिल सभी श्रमिकों को एक दिन की न्यूनतम मजदूरी एवं मार्ग व्यय भी दिया गया।
इस मौके पर जिले के सभी प्रखंडों के श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी, जन संगठनों के प्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता, एवं बड़ी संख्या में श्रमिक मौजूद रहे।
सारस न्यूज़, अररिया।
प्रेस विज्ञप्ति अररिया, 12 जून 202
अंतर्राष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर गुरुवार को संयुक्त श्रम भवन, अररिया के सभागार में एक दिवसीय श्रमिक जनसंवाद एवं जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत जिला पदाधिकारी श्री अनिल कुमार द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ की गई। इस अवसर पर अनुमंडल पदाधिकारी श्री रवि प्रकाश, श्रम अधीक्षक श्री अमित कुमार, जिला नियोजन पदाधिकारी श्री आकिफ वक्काफ, सामाजिक सुरक्षा के सहायक निदेशक श्री नितेश कुमार पाठक, जिला बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक श्री शंभु रजक सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बाल श्रम हमारे समाज के लिए एक कलंक है, जो न सिर्फ बच्चों के बचपन को छीनता है, बल्कि उनकी शिक्षा और भविष्य को भी प्रभावित करता है। उन्होंने बाल श्रम उन्मूलन के लिए सामूहिक प्रयासों और जनभागीदारी की आवश्यकता पर जोर दिया। इस मौके पर उपस्थित सभी लोगों को बाल श्रम मुक्त अररिया का संकल्प भी दिलाया गया।
कार्यक्रम में जिले के 218 पंचायतों से आए श्रमिकों को सरकार द्वारा संचालित विभिन्न श्रमिक कल्याण योजनाओं जैसे – न्यूनतम मजदूरी, बिहार शताब्दी योजना, प्रवासी मजदूर दुर्घटना सहायता योजना, एवं बिहार भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की योजनाओं की जानकारी दी गई। प्रतिभागियों के बीच योजनाओं से संबंधित हस्तपुस्तिकाएं भी वितरित की गईं।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जो जिले के विभिन्न पंचायतों में भ्रमण कर लोगों को जागरूक करेगा। इसके साथ-साथ श्रम संसाधन विभाग, पटना के निर्देशानुसार, नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से प्रत्येक प्रखंड में चिन्हित स्थानों पर लोगों को बाल श्रम के खिलाफ जागरूक किया जाएगा।
कार्यक्रम के दौरान बच्चों के बीच पेंटिंग प्रतियोगिता भी कराई गई, जिसमें अव्वल तीन प्रतिभागियों को जिलाधिकारी ने मेडल और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया। चयनित प्रतिभागी राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में जिले का प्रतिनिधित्व करेंगे।
इसके अतिरिक्त, जिलाधिकारी ने बिहार शताब्दी योजना के तहत श्रमिक परिवारों को ₹1,00,000 की अनुग्रह राशि के चेक भी प्रदान किए। यह सहायता राशि श्रीमती यशोदा देवी और श्रीमती लीला देवी को सौंपी गई। साथ ही, कार्यक्रम में शामिल सभी श्रमिकों को एक दिन की न्यूनतम मजदूरी एवं मार्ग व्यय भी दिया गया।
इस मौके पर जिले के सभी प्रखंडों के श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी, जन संगठनों के प्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता, एवं बड़ी संख्या में श्रमिक मौजूद रहे।