01 लाख रुपये दहेज नहीं देने पर मायके में रह रही विवाहिता की दहेज लोभी पति ने कर दी हत्या।
परिजनों ने पति सहित ससुराल वालों के खिलाफ दर्ज कराई प्राथमिकी।
घटना के बाद विधि विज्ञान प्रयोगशाला की टीम और स्थानीय पुलिस जांच में जुटी
फारबिसगंज थाना क्षेत्र के अमहरा पंचायत के बीएम भलुआ टोला, वार्ड संख्या 05 में दहेज लोभी पति द्वारा मायके में रह रही अपनी पत्नी को उसके घर से बुलाकर उसकी निर्मम हत्या करने का मामला सामने आया है। मृतका की पहचान 20 वर्षीय फरहाना खातून, पिता अब्दुर्र रहमान के रूप में हुई है।
मृतका के परिजनों ने आरोप लगाया कि फरहाना के पति और ससुराल वाले 1 लाख रुपये की दहेज की मांग कर रहे थे। जब यह मांग पूरी नहीं हुई, तो पति ने फरहाना को मायके से बुलाकर उसकी हत्या कर दी।
घटना की जानकारी मिलते ही फारबिसगंज थाना के अपर थानाध्यक्ष आदित्य किरण और अनि राज नंदनी सिंह पुलिस बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और मृतका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल अररिया भेज दिया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। साथ ही विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) की टीम भी जांच में जुट गई है।
मृतका की मां मनवरा खातून के बयान पर पुलिस ने पति और ससुराल वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। हत्यारोपी पति को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। प्राथमिकी संख्या 628/24 में मृतका की मां ने कहा कि उनकी बेटी फरहाना की शादी करीब दो साल पहले गांव के ही खुशबुर आलम, पिता अब्दुल हक के साथ मुस्लिम रीति-रिवाज के अनुसार हुई थी।
शादी में ब्याज पर दो लाख रुपये लेकर और डेढ़ लाख रुपये खर्च करके विवाह किया गया था। शादी के बाद से ही पति और ससुराल वाले दहेज में एक लाख रुपये की मांग कर रहे थे।
पीड़िता की मां ने प्राथमिकी में बताया कि उनकी बेटी ससुराल में ठीक से रह रही थी, लेकिन कुछ समय बाद पति और ससुराल वालों ने दहेज की मांग के चलते उसकी प्रताड़ना शुरू कर दी। एक बार पंचायती भी हुई, जिसके बाद ससुराल वाले बेटी को वापस ले गए, लेकिन फिर से उसी तरह का व्यवहार करने लगे।
कुछ समय बाद फरहाना को मायके में छोड़ दिया गया और वह वहीं रह रही थी। फरहाना का पति दो महीने पहले कश्मीर कमाने के लिए गया था और 10 दिन पहले वापस आया।
10 अक्टूबर की रात करीब 8 बजे जब घर के दरवाजे पर दस्तक हुई, तो फरहाना ने आकर कहा कि उसका पति आया है। वह सोने की बात कहकर बाहर चली गई। काफी देर तक जब वह वापस नहीं आई, तो उसकी मां ने उसे ढूंढना शुरू किया। थोड़ी दूरी पर फरहाना का शव पड़ा मिला।
मृतका की मां ने आरोप लगाया कि दहेज में 1 लाख रुपये न देने के कारण दामाद और ससुराल वालों ने फरहाना को बुलाकर उसकी हत्या कर दी।
क्या कहते हैं थानाध्यक्ष: अमहरा पंचायत के बीएम टोला भलुआ में दहेज के लिए मायके में रह रही एक विवाहिता की हत्या उसके पति द्वारा किए जाने की सूचना पर पुलिस ने पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। एफएसएल की टीम भी जांच कर रही है। मृतका की मां के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर आरोपी पति को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। – थानाध्यक्ष, आदर्श थाना, फारबिसगंज, राघवेंद्र कुमार सिंह
सारस न्यूज़, अररिया।
01 लाख रुपये दहेज नहीं देने पर मायके में रह रही विवाहिता की दहेज लोभी पति ने कर दी हत्या।
परिजनों ने पति सहित ससुराल वालों के खिलाफ दर्ज कराई प्राथमिकी।
घटना के बाद विधि विज्ञान प्रयोगशाला की टीम और स्थानीय पुलिस जांच में जुटी
फारबिसगंज थाना क्षेत्र के अमहरा पंचायत के बीएम भलुआ टोला, वार्ड संख्या 05 में दहेज लोभी पति द्वारा मायके में रह रही अपनी पत्नी को उसके घर से बुलाकर उसकी निर्मम हत्या करने का मामला सामने आया है। मृतका की पहचान 20 वर्षीय फरहाना खातून, पिता अब्दुर्र रहमान के रूप में हुई है।
मृतका के परिजनों ने आरोप लगाया कि फरहाना के पति और ससुराल वाले 1 लाख रुपये की दहेज की मांग कर रहे थे। जब यह मांग पूरी नहीं हुई, तो पति ने फरहाना को मायके से बुलाकर उसकी हत्या कर दी।
घटना की जानकारी मिलते ही फारबिसगंज थाना के अपर थानाध्यक्ष आदित्य किरण और अनि राज नंदनी सिंह पुलिस बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और मृतका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल अररिया भेज दिया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। साथ ही विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) की टीम भी जांच में जुट गई है।
मृतका की मां मनवरा खातून के बयान पर पुलिस ने पति और ससुराल वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। हत्यारोपी पति को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। प्राथमिकी संख्या 628/24 में मृतका की मां ने कहा कि उनकी बेटी फरहाना की शादी करीब दो साल पहले गांव के ही खुशबुर आलम, पिता अब्दुल हक के साथ मुस्लिम रीति-रिवाज के अनुसार हुई थी।
शादी में ब्याज पर दो लाख रुपये लेकर और डेढ़ लाख रुपये खर्च करके विवाह किया गया था। शादी के बाद से ही पति और ससुराल वाले दहेज में एक लाख रुपये की मांग कर रहे थे।
पीड़िता की मां ने प्राथमिकी में बताया कि उनकी बेटी ससुराल में ठीक से रह रही थी, लेकिन कुछ समय बाद पति और ससुराल वालों ने दहेज की मांग के चलते उसकी प्रताड़ना शुरू कर दी। एक बार पंचायती भी हुई, जिसके बाद ससुराल वाले बेटी को वापस ले गए, लेकिन फिर से उसी तरह का व्यवहार करने लगे।
कुछ समय बाद फरहाना को मायके में छोड़ दिया गया और वह वहीं रह रही थी। फरहाना का पति दो महीने पहले कश्मीर कमाने के लिए गया था और 10 दिन पहले वापस आया।
10 अक्टूबर की रात करीब 8 बजे जब घर के दरवाजे पर दस्तक हुई, तो फरहाना ने आकर कहा कि उसका पति आया है। वह सोने की बात कहकर बाहर चली गई। काफी देर तक जब वह वापस नहीं आई, तो उसकी मां ने उसे ढूंढना शुरू किया। थोड़ी दूरी पर फरहाना का शव पड़ा मिला।
मृतका की मां ने आरोप लगाया कि दहेज में 1 लाख रुपये न देने के कारण दामाद और ससुराल वालों ने फरहाना को बुलाकर उसकी हत्या कर दी।
क्या कहते हैं थानाध्यक्ष: अमहरा पंचायत के बीएम टोला भलुआ में दहेज के लिए मायके में रह रही एक विवाहिता की हत्या उसके पति द्वारा किए जाने की सूचना पर पुलिस ने पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। एफएसएल की टीम भी जांच कर रही है। मृतका की मां के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर आरोपी पति को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। – थानाध्यक्ष, आदर्श थाना, फारबिसगंज, राघवेंद्र कुमार सिंह
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