सारस न्यूज़, अररिया।
अमर शहीद के तैल्यचित्र पर पुष्प अर्पित करते एमपी सिंह।
अभाविप जिला इकाई द्वारा मां भारती के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले अमर शहीद सरदार भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरु के बलिदान को शहीद दिवस के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ अमर शहीद के तैल्यचित्र पर पुष्प सुमन अर्पित किया गया। शहीद दिवस को संबोधित करते हुए परिषद के एसएफएस प्रांत प्रमुख सह पूर्णिया विवि के सिंडिकेट सदस्य प्रो एमपी सिंह ने कहा कि भारत की आजादी के लिए 23 फरवरी को हंसते-हंसते फांसी के फंदे पर झूलने वाले महान स्वतंत्रता सेनानियों को भुलाया नहीं जा सकता। धन्य है वह मां, जिन्होंने भारत के इन लाल को जन्म दिया। उन्होंने कहा कि जब-जब आजादी की बात होगी। तब-तब इंकलाब का नारा देने वाले भारत माता के वीर सपूत याद किए जाएंगे। एमपी सिंह ने कहा कि भगत सिंह की छवि उपनिवेशवाद के विरोधी व प्रखर राष्ट्रवादी के रूप में बना दी गई है। जो उनके संबंध में पूर्णतया सही नहीं है। वह एक शहीद से बढ़कर भी बहुत कुछ थे। इंकलाब की इनकी अवधारणा सिर्फ राजनीतिक दायरे में सीमित नहीं थीबल्कि सामाजिक मुद्दों से भी जुड़ी थी। वह भारत को सिर्फ अंग्रेजों की दासता से ही मुक्त नहीं करना चाहते थे। बल्कि उसे सामाजिक बुराइयों से भी छुटकारा दिलाना चाहते थे. इस अवसर पर प्रो सिंह ने कहा कि आज के युवाओं को इन महान क्रांतिकारियों की कुर्बानी से सीख लेने की जरूरत है व खुद में समाज व राष्ट्र के लिए कुछ करने की जज्बा पैदा करने की जरूरत है. मौके पर अभय कुमार, विक्की कुमार, विजय कुमार, नितीश कुमार यादव, रोशन, फैजल आलम, नीतीश कुमार, प्रिंस कुमार, राहुल कुमार, मो नदीम, विकास कुमार शर्मा, नीतीश कुमार मंडल, कुंदन कुमार यादव, ऋषि सहित अन्य मौजूद थे.