बिहार और झारखंड मेडिकल एंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव संघ की अररिया इकाई ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर एक दिवसीय हड़ताल का आयोजन किया। इस दौरान संघ के सदस्यों ने जिले के प्रमुख चौराहों और स्थानों पर जोरदार प्रदर्शन करते हुए केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए नए श्रम कानूनों के विरोध में नारेबाजी की।
प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि मेडिकल और सेल्स रिप्रेजेंटेटिव के लिए न्यूनतम वेतनमान और पेंशन योजना को अनिवार्य रूप से लागू किया जाए। इसके साथ ही, उन्होंने दवाओं की ऑनलाइन बिक्री पर रोक लगाने, जीएसटी नियमों को सरल बनाने, और कार्य अवधि को अधिकतम 8 घंटे निर्धारित करने की भी मांग रखी।
संघ के अध्यक्ष खुर्शीद आलम ने कहा कि वर्तमान कानूनों में संशोधन आवश्यक है, ताकि मेडिकल क्षेत्र में कार्य कर रहे प्रतिनिधियों को भी एक सुरक्षित और सम्मानजनक कार्य वातावरण मिल सके। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जब तक सरकार उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार नहीं करती, तब तक संघ चरणबद्ध आंदोलन करता रहेगा।
प्रदर्शन में सचिव गोविंदो मुखर्जी, सहायक सचिव अखिल कुमार मिश्रा, उपाध्यक्ष इम्तियाज अहमद, कोषाध्यक्ष आमिर फारुक, साथ ही तनवीर आलम, सनम अख्तर, आदित्य ठाकुर, सुमित कुमार, अजीत कुमार, मो. आसिफ, सद्दाम हुसैन, नियाज आलम, रेहान आलम, मो. अरशद सहित दर्जनों सदस्य शामिल रहे।
संघ के अनुसार यदि सरकार जल्द उनकी मांगें नहीं मानती है, तो भविष्य में आंदोलन और उग्र रूप ले सकता है।
सारस न्यूज़, अररिया।
बिहार और झारखंड मेडिकल एंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव संघ की अररिया इकाई ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर एक दिवसीय हड़ताल का आयोजन किया। इस दौरान संघ के सदस्यों ने जिले के प्रमुख चौराहों और स्थानों पर जोरदार प्रदर्शन करते हुए केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए नए श्रम कानूनों के विरोध में नारेबाजी की।
प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि मेडिकल और सेल्स रिप्रेजेंटेटिव के लिए न्यूनतम वेतनमान और पेंशन योजना को अनिवार्य रूप से लागू किया जाए। इसके साथ ही, उन्होंने दवाओं की ऑनलाइन बिक्री पर रोक लगाने, जीएसटी नियमों को सरल बनाने, और कार्य अवधि को अधिकतम 8 घंटे निर्धारित करने की भी मांग रखी।
संघ के अध्यक्ष खुर्शीद आलम ने कहा कि वर्तमान कानूनों में संशोधन आवश्यक है, ताकि मेडिकल क्षेत्र में कार्य कर रहे प्रतिनिधियों को भी एक सुरक्षित और सम्मानजनक कार्य वातावरण मिल सके। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जब तक सरकार उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार नहीं करती, तब तक संघ चरणबद्ध आंदोलन करता रहेगा।
प्रदर्शन में सचिव गोविंदो मुखर्जी, सहायक सचिव अखिल कुमार मिश्रा, उपाध्यक्ष इम्तियाज अहमद, कोषाध्यक्ष आमिर फारुक, साथ ही तनवीर आलम, सनम अख्तर, आदित्य ठाकुर, सुमित कुमार, अजीत कुमार, मो. आसिफ, सद्दाम हुसैन, नियाज आलम, रेहान आलम, मो. अरशद सहित दर्जनों सदस्य शामिल रहे।
संघ के अनुसार यदि सरकार जल्द उनकी मांगें नहीं मानती है, तो भविष्य में आंदोलन और उग्र रूप ले सकता है।
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