सारस न्यूज़, अररिया।
सिरसिया कलां पंचायत के वार्ड संख्या 2 में जमीन विवाद के चलते रविवार की मध्य रात्रि को हुई गोलीबारी में 45 वर्षीय परमानंद यादव की हत्या के मामले में गाँव के दस लोगों के खिलाफ भरगामा थाना में एफआईआर दर्ज की गई है। यह प्राथमिकी मृतक के भतीजे चंदन यादव के आवेदन पर दर्ज की गई, और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
हत्या के अगले दिन, परमानंद यादव का अंतिम संस्कार किया गया। उनके बड़े पुत्र मन्नू यादव ने जब अपने पिता को मुखाग्नि दी, तो वह फफक-फफक कर रोने लगा। इस निर्मम घटना ने परिवार को सदमे में डाल दिया है। पत्नी रेखा देवी बार-बार पति को याद कर बेहोश हो जा रही है, और उनके बच्चे भी अपने भविष्य को लेकर चिंतित और स्तब्ध हैं। हालाँकि, समाज के लोगों ने प्रशासन से न्याय का भरोसा दिलाते हुए परिवार को सांत्वना देने की कोशिश की है।
जब परमानंद यादव का शव उनके घर पहुंचा, तो पत्नी, पुत्र और पुत्री का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। पुत्री छोटी कुमारी ने रोते हुए लोगों से यही सवाल किया कि उनके पिता से किस बात की दुश्मनी थी। वह कह रही थी, “अगर गुस्सा था तो हाथ-पैर तोड़ देते, जान क्यों ले ली?” वहीं, पत्नी रेखा देवी बार-बार यही कह रही थी कि उनका संसार खत्म हो गया है और अब मासूम बच्चों का सहारा कौन बनेगा। इन सवालों ने गांव में सभी की आँखें नम कर दीं।
घटना के बाद से गाँव में भी शोक का माहौल है। मृतक के परिवार के घर में चूल्हा तक नहीं जला, और गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। मन्नू यादव, नीतीश यादव और पुत्री रूबी देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। पत्नी के क्रंदन से पूरा माहौल गमगीन बना हुआ है। पुलिस लगातार घटनास्थल पर तैनात है।
गाँव में दहशत का माहौल है, और ग्रामीणों के घरों में चूल्हा नहीं जला। एक शांत स्वभाव के किसान की हत्या ने पूरे गाँव को झकझोर कर रख दिया है। भरगामा थाना के थानाध्यक्ष सह प्रशिक्षु डीएसपी संतोष कुमार पोद्दार ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ कांड संख्या 246/24 धारा 103/5 (एस)बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया है। एक नामजद आरोपी पांडव यादव को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, और बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।