सारस न्यूज, अररिया।
नगर परिषद फारबिसगंज के कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर शनिवार को नप कार्यालय के मुख्य द्वार पर प्रदर्शन करते हुए एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल की। इस दौरान नप कर्मियों ने अपनी मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी कर्मचारियों का कहना था कि फारबिसगंज नप के संविदा और दैनिक कर्मियों का सेवा स्थायीकरण करने के पटना हाईकोर्ट के न्यायादेश का स्थानीय विभागीय अधिकारियों द्वारा अनुपालन नहीं किया जा रहा है। इस कारण कर्मचारियों में गहरा आक्रोश है।
इस मौके पर बिहार लोकल बॉडीज इम्प्लाइज फेडरेशन के राज्य संगठन मंत्री और नप कर्मचारी संघ के सचिव सूरज कुमार सोनू ने कहा कि वर्ष 2016 में स्वीकृत बल के विरुद्ध आठ दर्जन से अधिक कर्मियों के स्थायीकरण का निर्णय लिया गया था। इसके बावजूद, पटना हाईकोर्ट द्वारा 18 जुलाई 2024 को ससमय स्थायीकरण का आदेश दिए जाने के बाद भी विभाग और अधिकारियों द्वारा इसका अनुपालन नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नप के दैनिक और संविदा कर्मियों के स्थायीकरण के लिए पटना हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई थी। वाद संख्या 4330/2020 और 3000/2020 में हाईकोर्ट ने स्थायीकरण का आदेश सुनाया था। लेकिन आदेश का पालन न होना कोर्ट के प्रति अवमानना है, जिसे लेकर यह प्रदर्शन किया गया।
प्रदर्शन में शामिल कर्मचारी:
भीम मरीक, बसंत मरीक, तारिक अनवर उर्फ पप्पू, मुर्शीद अंसारी, हरिकांत झा, लक्ष्मी मरीक, कन्हैया मरीक, उपेंद्र मरीक, संजय मरीक, संजय सैला, शिवनारायण दास, महेश राम, विक्की मरीक, संतोष मरीक, मनोज मरीक, प्रमोद मरीक, शत्रुघ्न सिंह, राजेश यादव, श्रवण साह, दिलीप राय, नीलम देवी, हेमा देवी, निर्मला देवी, पुतुल देवी, राधा देवी, पिंकी देवी, मंजू देवी, बबली देवी, पूनम देवी, पूजा देवी, उमा देवी, गीता देवी, सीमा देवी, तुलसी देवी सहित अन्य उपस्थित थे।