सारस न्यूज, अररिया।
राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई अररिया कॉलेज, अररिया द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। महाविद्यालय के प्रधानाचार्य सह एनएसएस के अध्यक्ष डॉ अशोक पाठक की अध्यक्षता में हुई इस संगोष्ठी में महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक, कर्मचारीगण व छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। मुख्य अतिथि के रूप में डॉ सुलोचना कुमारी मौजूद थी।

स्वागत भाषण के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। अध्यक्ष सह महाविद्यालय के प्रधानाचार्य महोदय ने मुख्य अतिथि को अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया। एनएसएस के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. मुकेश कुमार सिन्हा व डॉ अमरीश श्रीवास्तव ने क्रमशः डॉ प्रियदर्शिनी व श्रीमती कामिनी जी आदि को मोमेंटो देकर सम्मानित किया। संगोष्ठी में उपस्थित छात्र-छात्राओं ने नारी की विभिन्न समस्याओं पर अपने-अपने विचार प्रकट किए। प्रधानाचार्य सह अध्यक्ष ने महिला सशक्तिकरण की आवश्यकता पर बल देते हुए छात्रों से अपील किया कि वे किसी महिला की समस्या को नजरंदाज नहीं करें। बल्कि एकजुट होकर समाज की दानवी शक्तियों का मुकाबला करें। मुख्य अतिथि डॉ सुलोचना कुमारी ने नर-नारी को एक-दूसरे का पूरक बताया। उन्होंने कहा कि नारी को ईश्वर ने एक विशेष क्षमता प्रदान की है। मानव जीवन को सुरक्षित, सुसज्जित व सुखमय बनाने में मातृशक्ति नारी की अहम भूमिका है। उन्होंने नारी की मूल प्रकृति पर स्वरचित काव्य-पाठ भी किया। एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी ने कहा कि यदि सही मायने में प्रगति चाहिए तो महिलाओं की भागीदारी व अधिकार सुनिश्चित करना होगा। डॉ अमरीश श्रीवास्तव जी ने धन्यवाद ज्ञापन किया। सभी तरह के शोषण को खत्म करने के लिए उन्होंने नारियों को आर्थिक रूप से मजबूत होने की जरूरत पर बल दिया।