अररिया: फुलकाहा थाना में एक बड़ी चूक सामने आई है, जहां 720 बोतल नेपाली शराब और दो बाइक के साथ गिरफ्तार किए गए दो शराब तस्कर शनिवार रात पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए। घटना के 24 घंटे बाद भी दोनों फरार तस्करों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है, जिससे पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।
🔹 कैसे हुई घटना?
शनिवार देर शाम मानिकपुर गांव से फुलकाहा थाना पुलिस ने रामघाट पंचायत के वार्ड संख्या 5 निवासी रोशन कुमार यादव (पिता- भूपेंद्र यादव) और फरही गांव निवासी रूपेश कुमार यादव (पिता- किसुनदेव यादव) को 720 बोतल नेपाली शराब और दो बाइक के साथ गिरफ्तार किया था।
गिरफ्तारी के बाद उन्हें फुलकाहा थाना लाया गया, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि थाना परिसर में हाजत (लॉकअप) नहीं होने के कारण दोनों को हथकड़ी पहनाकर एक कमरे में पुलिस अभिरक्षा में रखा गया था। उसी दौरान शनिवार रात दोनों आरोपियों ने किसी तरह हथकड़ी से हाथ निकालकर पुलिस को चकमा दिया और थाना परिसर से फरार हो गए।
🔸 अब तक कोई सुराग नहीं
घटना के बाद से पुलिस ने लगातार छापेमारी अभियान शुरू किया है, लेकिन रविवार देर शाम तक दोनों फरार तस्करों का कोई पता नहीं चल सका है। इससे पुलिस की कार्यशैली और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं।
🔹 पुलिस की प्रतिक्रिया
फुलकाहा थानाध्यक्ष गुलशन कुमार ने पुष्टि की है कि मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है और गिरफ्तारी के प्रयास तेज़ी से चल रहे हैं। वहीं फारबिसगंज एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा ने बताया कि मामले को गंभीरता से लिया गया है और दोनों फरार आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
🔸 सवालों के घेरे में थाना की सुरक्षा
इस घटना से यह भी उजागर हुआ है कि थाना में मूलभूत सुरक्षा व्यवस्था, जैसे कि हाजत का अभाव, किस तरह अपराधियों को भागने का अवसर दे रहा है। घटना के बाद थाना परिसर में अफरा-तफरी और दबाव का माहौल देखा जा रहा है।
इस मामले ने न सिर्फ पुलिस की लापरवाही को उजागर किया है, बल्कि शराब तस्करी और थानों की सुरक्षा पर भी गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया है।
सारस न्यूज़, अररिया।
अररिया: फुलकाहा थाना में एक बड़ी चूक सामने आई है, जहां 720 बोतल नेपाली शराब और दो बाइक के साथ गिरफ्तार किए गए दो शराब तस्कर शनिवार रात पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए। घटना के 24 घंटे बाद भी दोनों फरार तस्करों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है, जिससे पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।
🔹 कैसे हुई घटना?
शनिवार देर शाम मानिकपुर गांव से फुलकाहा थाना पुलिस ने रामघाट पंचायत के वार्ड संख्या 5 निवासी रोशन कुमार यादव (पिता- भूपेंद्र यादव) और फरही गांव निवासी रूपेश कुमार यादव (पिता- किसुनदेव यादव) को 720 बोतल नेपाली शराब और दो बाइक के साथ गिरफ्तार किया था।
गिरफ्तारी के बाद उन्हें फुलकाहा थाना लाया गया, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि थाना परिसर में हाजत (लॉकअप) नहीं होने के कारण दोनों को हथकड़ी पहनाकर एक कमरे में पुलिस अभिरक्षा में रखा गया था। उसी दौरान शनिवार रात दोनों आरोपियों ने किसी तरह हथकड़ी से हाथ निकालकर पुलिस को चकमा दिया और थाना परिसर से फरार हो गए।
🔸 अब तक कोई सुराग नहीं
घटना के बाद से पुलिस ने लगातार छापेमारी अभियान शुरू किया है, लेकिन रविवार देर शाम तक दोनों फरार तस्करों का कोई पता नहीं चल सका है। इससे पुलिस की कार्यशैली और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं।
🔹 पुलिस की प्रतिक्रिया
फुलकाहा थानाध्यक्ष गुलशन कुमार ने पुष्टि की है कि मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है और गिरफ्तारी के प्रयास तेज़ी से चल रहे हैं। वहीं फारबिसगंज एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा ने बताया कि मामले को गंभीरता से लिया गया है और दोनों फरार आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
🔸 सवालों के घेरे में थाना की सुरक्षा
इस घटना से यह भी उजागर हुआ है कि थाना में मूलभूत सुरक्षा व्यवस्था, जैसे कि हाजत का अभाव, किस तरह अपराधियों को भागने का अवसर दे रहा है। घटना के बाद थाना परिसर में अफरा-तफरी और दबाव का माहौल देखा जा रहा है।
इस मामले ने न सिर्फ पुलिस की लापरवाही को उजागर किया है, बल्कि शराब तस्करी और थानों की सुरक्षा पर भी गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया है।
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