सारस न्यूज़, अररिया।
मिथिला की सांस्कृतिक धरोहर को स्वर देतीं प्रसिद्ध मैथिली गायिका एवं सांस्कृतिक दूत प्रिया मल्लिक इन दिनों अपने आगामी मैथिली फीचर फिल्म ‘शुभे हो शुभे’ की शुरुआत से पहले आध्यात्मिक यात्रा पर निकली हुई हैं। इस “शुभ आशीष यात्रा” के तहत वे सोमवार को अररिया ज़िले के सुप्रसिद्ध माँ खड्गेश्वरी महाकाली मंदिर पहुँचीं, जहाँ उन्होंने श्रद्धा और भक्ति से माँ खड्गेश्वरी महाकाली तथा बाबा खड्गेश्वरनाथ की पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
पूजन के उपरांत उन्होंने परम पूज्य साधक नानू बाबा के दर्शन किए और उनका आशीर्वाद लिया। इस विशेष अवसर पर प्रिया मल्लिक ने एक भजन भी प्रस्तुत किया, जिसकी मधुरता ने वहां उपस्थित श्रद्धालुओं को भक्ति रस में सराबोर कर दिया। मंदिर परिसर देर तक उनके भक्ति स्वर से गुंजायमान रहा।
प्रिया मल्लिक ने इस यात्रा को मिथिला की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक जड़ों के प्रति अपनी श्रद्धा और कृतज्ञता का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा, “मिथिला सिर्फ़ एक भू-भाग नहीं, बल्कि एक जीवंत सांस्कृतिक चेतना है। मेरी यह यात्रा इस चेतना से जुड़ने और अपने कर्तव्य को ऊर्जा देने का माध्यम है। मेरी फिल्म ‘शुभे हो शुभे’ मिथिला की इसी गौरवशाली विरासत को विश्व मंच तक पहुँचाने का प्रयास है।”
पूजा के बाद प्रिया मल्लिक प्रसिद्ध साहित्यकार फणीश्वरनाथ रेणु के गांव औराही हिंगना पहुँचीं, जहाँ उन्होंने रेणु जी के परिजनों से भेंट कर उनकी साहित्यिक स्मृतियों को नमन किया। उन्होंने कहा कि रेणु जैसे साहित्य साधक की भूमि पर आकर वह अभिभूत हैं और यह यात्रा उनके लिए एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक तपस्या के समान है।
प्रिया की यह शुभ आशीष यात्रा 13 अप्रैल से प्रारंभ होकर 19 अप्रैल तक चलेगी, जिसमें वे मिथिला क्षेत्र के प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों का दर्शन करेंगी।
उनकी यह पहल न केवल उनके फिल्मी सफ़र के लिए एक शुभ आरंभ है, बल्कि मिथिला की समृद्ध परंपरा, संस्कृति और आस्था को जन-जन तक पहुँचाने का एक प्रेरणादायक प्रयास भी है।