सारस न्यूज़, अररिया।
देश में तेजी से बढ़ती जनसंख्या को नियंत्रित करने और इसके सामाजिक, आर्थिक व पर्यावरणीय प्रभावों से निपटने के लिए एक सख्त और प्रभावशाली जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करने की मांग को लेकर राष्ट्रीय हिंदू फ्रंट (आरएचएफ) की ओर से प्रधानमंत्री के नाम एक 11 सूत्रीय ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा गया। इस मौके पर फ्रंट के प्रदेश अध्यक्ष प्रवीण कुमार की अगुवाई में कई वरिष्ठ पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
प्रेस को जानकारी देते हुए फ्रंट के प्रदेश महामंत्री सुबोध मोहन ठाकुर, प्रदेश सह-संयोजक विभाष झा, सचिव सत्यवान मालाकार, जिला उपाध्यक्ष अर्णव सिंह गोलु, अंकित मेहता, नवीन यादव और नागेश्वर यादव ने संयुक्त रूप से बताया कि देश के भविष्य को सुरक्षित और समृद्ध बनाने के लिए अब जनसंख्या नियंत्रण पर ठोस कानून बनाना समय की मांग है।
✍️ ज्ञापन में की गई प्रमुख मांगें:
- देश के प्रत्येक नागरिक पर जाति-धर्म से ऊपर उठकर समान रूप से जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू किया जाए।
- कानून के अधिसूचित तिथि से एक वर्ष के भीतर तीसरे संतान उत्पन्न करने वालों को सभी प्रकार की सरकारी सब्सिडी, अनुदान, और लाभों से वंचित किया जाए।
- ऐसे लोगों को राजकीय सेवा और मताधिकार से भी वंचित किया जाए।
- कानून के उल्लंघन की स्थिति में दूसरी बार ऐसा करने पर 10 वर्ष का कारावास दिया जाए।
- दो संतान वाले दंपत्ति के तलाक के बाद पुनर्विवाह में सन्तानोत्पत्ति का अधिकार समाप्त किया जाए।
- पूर्वोत्तर के ऐसे राज्य जहां अवैध घुसपैठ के कारण मूल निवासियों की आबादी कम हो रही है, उन्हें इस कानून की सीमा से अस्थायी रूप से बाहर रखा जाए।
- आवश्यकता पड़ने पर संविधान में संशोधन कर इस कानून को मजबूती दी जाए।

प्रदेश अध्यक्ष प्रवीण कुमार ने कहा कि भारत आज विश्व की 17.8% जनसंख्या को मात्र 2.4% भूमि पर संजोए बैठा है, जो आने वाले वर्षों में आर्थिक और सामाजिक चुनौतियों को और बढ़ा सकता है। उन्होंने कहा कि यदि भारत को ‘विकसित राष्ट्र’ और ‘विश्वगुरु’ बनाना है तो जनसंख्या नियंत्रण को लेकर ठोस और कठोर कदम उठाने होंगे।
उन्होंने प्रधानमंत्री से मांग की कि जनसंख्या असंतुलन से उपजे संकट की गंभीरता को समझते हुए जल्द से जल्द राष्ट्रीय स्तर पर प्रभावी कानून बनाया जाए।
इस दौरान कार्यक्रम में राष्ट्रीय हिंदू फ्रंट के कई सदस्य और समर्थक मौजूद रहे जिन्होंने इस पहल को देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया।