महिला संवाद में महिलाओं की भागीदारी दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। महिलाएं संवाद में पहुंचकर सरकारी योजनाओं की जानकारी हासिल कर रही हैं और उनसे लाभान्वित भी हो रही हैं। इसके अलावा महिलाएं कार्यक्रम में पहुंचकर अपनी आकांक्षाएं भी प्रकट कर रही हैं।
इस महिला संवाद कार्यक्रम की मदद से गांव और दूर-दराज़ इलाकों में रहने वाले लोगों को होने वाली परेशानियों को जानने और समझने का भी मौका मिल रहा है। जिला प्रशासन और सरकार की ओर से उनके निराकरण का भी प्रयास किया जा रहा है, जो एक अच्छी पहल है। इससे समस्याओं के समाधान की आस बंधती है।
महिला सशक्तिकरण के प्रयास में महिला संवाद एक बेहतरीन कार्यक्रम साबित हो रहा है। इससे ग्रामीण महिलाओं का सशक्तिकरण हो रहा है। उन्हें अपने अधिकारों और कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी आसानी से हो रही है, जिसके बाद वे इसका लाभ भी उठा रही हैं। महिला संवाद के माध्यम से महिलाएं अपनी आकांक्षाएं जोरदार ढंग से कह रही हैं, जिसे वहां अंकित किया जाता है। फिर उसे मोबाइल एप में भी डाला जाता है। इसे जिला प्रशासन और बिहार सरकार के अधिकारी देखते हैं और उसका समुचित निराकरण करने का प्रयास करते हैं।
इससे बड़ी तादाद में समस्याओं का समाधान संभव हो रहा है। बता दें कि महिला संवाद में अररिया जिले में प्रतिदिन 36 जगहों पर 18 संवाद रथों के माध्यम से संवाद हो रहे हैं, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाओं के अलावा पुरुष भी हिस्सा ले रहे हैं। संवाद में पहुंचकर लोग बिहार सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी हासिल करते हैं। महिला संवाद के 20वें दिन भी दो पालियों में 36 स्थानों पर महिला संवाद का कार्यक्रम हुआ, जिसमें 6500 से अधिक महिलाओं ने शिरकत की और अपनी आकांक्षाएं प्रकट कीं।
सारस न्यूज, अररिया।
महिला संवाद में महिलाओं की भागीदारी दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। महिलाएं संवाद में पहुंचकर सरकारी योजनाओं की जानकारी हासिल कर रही हैं और उनसे लाभान्वित भी हो रही हैं। इसके अलावा महिलाएं कार्यक्रम में पहुंचकर अपनी आकांक्षाएं भी प्रकट कर रही हैं।
इस महिला संवाद कार्यक्रम की मदद से गांव और दूर-दराज़ इलाकों में रहने वाले लोगों को होने वाली परेशानियों को जानने और समझने का भी मौका मिल रहा है। जिला प्रशासन और सरकार की ओर से उनके निराकरण का भी प्रयास किया जा रहा है, जो एक अच्छी पहल है। इससे समस्याओं के समाधान की आस बंधती है।
महिला सशक्तिकरण के प्रयास में महिला संवाद एक बेहतरीन कार्यक्रम साबित हो रहा है। इससे ग्रामीण महिलाओं का सशक्तिकरण हो रहा है। उन्हें अपने अधिकारों और कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी आसानी से हो रही है, जिसके बाद वे इसका लाभ भी उठा रही हैं। महिला संवाद के माध्यम से महिलाएं अपनी आकांक्षाएं जोरदार ढंग से कह रही हैं, जिसे वहां अंकित किया जाता है। फिर उसे मोबाइल एप में भी डाला जाता है। इसे जिला प्रशासन और बिहार सरकार के अधिकारी देखते हैं और उसका समुचित निराकरण करने का प्रयास करते हैं।
इससे बड़ी तादाद में समस्याओं का समाधान संभव हो रहा है। बता दें कि महिला संवाद में अररिया जिले में प्रतिदिन 36 जगहों पर 18 संवाद रथों के माध्यम से संवाद हो रहे हैं, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाओं के अलावा पुरुष भी हिस्सा ले रहे हैं। संवाद में पहुंचकर लोग बिहार सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी हासिल करते हैं। महिला संवाद के 20वें दिन भी दो पालियों में 36 स्थानों पर महिला संवाद का कार्यक्रम हुआ, जिसमें 6500 से अधिक महिलाओं ने शिरकत की और अपनी आकांक्षाएं प्रकट कीं।
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