हजरत इमाम हसन, इमाम हुसैन और शहीदाने करबला की याद में मनाए जाने वाले मोहर्रम को शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न कराने को लेकर बुधवार को आदर्श थाना फारबिसगंज परिसर में एक शांति समिति की बैठक आयोजित की गई।
बैठक की अध्यक्षता एसडीओ रंजीत कुमार रंजन ने की, जिसमें शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के सभी अखाड़ा प्रतिनिधि, मोहर्रम कमिटी के सदस्य, लाइसेंसधारी, प्रशासनिक अधिकारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
बैठक में प्रशासन द्वारा यह स्पष्ट किया गया कि कोई भी अखाड़ा 3 जुलाई 2025 तक थाना से लाइसेंस प्राप्त कर ले, अन्यथा बिना लाइसेंस के ताजिया जुलूस निकालने वालों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
एसडीओ ने यह भी निर्देश दिया कि सभी अखाड़ों को अपने वोलंटियर्स की सूची, फोटो एवं आधार कार्ड सहित विवरण थाना को सौंपना अनिवार्य है। साथ ही उन्होंने लोगों से भाईचारे और सौहार्दपूर्ण वातावरण में पर्व मनाने की अपील की।
बैठक के दौरान मोहर्रम कमिटी की ओर से जुलूस मार्ग की समस्याओं जैसे कि:
जर्जर सड़कों की मरम्मत,
पेड़ की टहनियों की छंटाई,
करबला मैदान और दस आना कचहरी में प्रकाश व पेयजल की व्यवस्था,
काली मेला रोड पर रेलिंग लगाने,
झूलते बिजली के तारों की मरम्मत,
और सदर रोड पर दुकानदारों द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटवाने
जैसे मुद्दों पर प्रशासन का ध्यान आकृष्ट किया गया।
एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा ने सभी अखाड़ों को उनके निर्धारित रूट और समय का पालन करने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि पूरे शहर में हाई-रेज़ोल्यूशन सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और किसी भी प्रकार की अशांति फैलाने वालों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि विधि-व्यवस्था और सुरक्षा को लेकर प्रशासन पूरी तरह से चौकस और तैयार रहेगा।
बैठक में उपस्थित प्रमुख अधिकारी एवं प्रतिनिधिगण:
एसडीओ रंजीत कुमार रंजन, एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा, बीडीओ संजय कुमार, सीओ ललन कुमार ठाकुर, नगर परिषद ईओ सूर्यानंद ठाकुर, पीएचसी प्रभारी डॉ. राजीव कुमार बसाक, थानाध्यक्ष राघवेंद्र कुमार सिंह, आरपीएफ प्रभारी उमेश प्रसाद सिंह, बिजली विभाग के अभियंता कैलाश कुमार, मोहर्रम कमिटी अध्यक्ष दिलशाद अहमद, महासचिव वाहिद अंसारी सहित गालिब आज़ाद, पूनम पांडिया, इजहार अंसारी, शमीम अहमद, रियाज़ अनवर, सैय्यद आबिद हुसैन उर्फ गुड्डू अली, राम कुमार भगत, हजरत अली, उमर अली, नौशाद आलम, और बड़ी संख्या में स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीण मौजूद रहे।
सारस न्यूज़, अररिया।
हजरत इमाम हसन, इमाम हुसैन और शहीदाने करबला की याद में मनाए जाने वाले मोहर्रम को शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न कराने को लेकर बुधवार को आदर्श थाना फारबिसगंज परिसर में एक शांति समिति की बैठक आयोजित की गई।
बैठक की अध्यक्षता एसडीओ रंजीत कुमार रंजन ने की, जिसमें शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के सभी अखाड़ा प्रतिनिधि, मोहर्रम कमिटी के सदस्य, लाइसेंसधारी, प्रशासनिक अधिकारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
बैठक में प्रशासन द्वारा यह स्पष्ट किया गया कि कोई भी अखाड़ा 3 जुलाई 2025 तक थाना से लाइसेंस प्राप्त कर ले, अन्यथा बिना लाइसेंस के ताजिया जुलूस निकालने वालों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
एसडीओ ने यह भी निर्देश दिया कि सभी अखाड़ों को अपने वोलंटियर्स की सूची, फोटो एवं आधार कार्ड सहित विवरण थाना को सौंपना अनिवार्य है। साथ ही उन्होंने लोगों से भाईचारे और सौहार्दपूर्ण वातावरण में पर्व मनाने की अपील की।
बैठक के दौरान मोहर्रम कमिटी की ओर से जुलूस मार्ग की समस्याओं जैसे कि:
जर्जर सड़कों की मरम्मत,
पेड़ की टहनियों की छंटाई,
करबला मैदान और दस आना कचहरी में प्रकाश व पेयजल की व्यवस्था,
काली मेला रोड पर रेलिंग लगाने,
झूलते बिजली के तारों की मरम्मत,
और सदर रोड पर दुकानदारों द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटवाने
जैसे मुद्दों पर प्रशासन का ध्यान आकृष्ट किया गया।
एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा ने सभी अखाड़ों को उनके निर्धारित रूट और समय का पालन करने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि पूरे शहर में हाई-रेज़ोल्यूशन सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और किसी भी प्रकार की अशांति फैलाने वालों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि विधि-व्यवस्था और सुरक्षा को लेकर प्रशासन पूरी तरह से चौकस और तैयार रहेगा।
बैठक में उपस्थित प्रमुख अधिकारी एवं प्रतिनिधिगण:
एसडीओ रंजीत कुमार रंजन, एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा, बीडीओ संजय कुमार, सीओ ललन कुमार ठाकुर, नगर परिषद ईओ सूर्यानंद ठाकुर, पीएचसी प्रभारी डॉ. राजीव कुमार बसाक, थानाध्यक्ष राघवेंद्र कुमार सिंह, आरपीएफ प्रभारी उमेश प्रसाद सिंह, बिजली विभाग के अभियंता कैलाश कुमार, मोहर्रम कमिटी अध्यक्ष दिलशाद अहमद, महासचिव वाहिद अंसारी सहित गालिब आज़ाद, पूनम पांडिया, इजहार अंसारी, शमीम अहमद, रियाज़ अनवर, सैय्यद आबिद हुसैन उर्फ गुड्डू अली, राम कुमार भगत, हजरत अली, उमर अली, नौशाद आलम, और बड़ी संख्या में स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीण मौजूद रहे।