सारस न्यूज, अररिया।
अररिया कॉलेज, अररिया में शुक्रवार को “भारत में श्रमिकों के सुनहरे भविष्य की संभावनाएं” विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. अशोक पाठक ने की। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि ‘श्रमिक’ शब्द अपने आप में व्यापक अर्थ समेटे हुए है। देश में श्रमिकों का भविष्य उज्जवल हो सकता है, बशर्ते उन्हें सामाजिक सुरक्षा, उचित पारिश्रमिक और भेदभाव से मुक्त वातावरण मिले। उन्होंने श्रमिकों के सशक्तिकरण के लिए ठोस नीतियों की आवश्यकता पर बल दिया।
कार्यक्रम का संचालन गणितशास्त्र विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. राजेश मोहन ने किया। उन्होंने कहा कि सरकार श्रमिकों की स्थिति सुधारने हेतु कौशल विकास, लचीले कार्य मॉडल और आधुनिक तकनीक के बेहतर उपयोग पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
सभा में फारसी विभाग के अध्यक्ष डॉ. मुकेश कुमार सिन्हा, गणितशास्त्र विभाग के अध्यक्ष डॉ. अमरीश कुमार श्रीवास्तव, संस्कृत की सहायक प्राध्यापिका डॉ. निरुपमा राय तथा वाणिज्य विभाग की सहायक अध्यापिका डॉ. मोनिका कुमारी ने भी अपने विचार साझा किए।
संगोष्ठी में छात्र-छात्राओं द्वारा प्रस्तुत शोध-पत्रों को भी सराहा गया। प्रतिभागियों में कनक, रिया, सृष्टि, उमंग, निशा, मनीष, नेहा, माही, भोला, सचिन सहित कई अन्य शामिल थे, जिन्हें प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।
मौके पर डॉ. तंजील अतहर, डॉ. ब्रजकिशोर राम, डॉ. फैयाज आलम, डॉ. सुलोचना कुमारी, राजेश कुमार, डॉ. हामिद रेजा अख्तर, डॉ. नोमान हैदर, डॉ. मो. शफीक समेत अन्य शिक्षक व छात्र-छात्राएं भी उपस्थित रहे।