सिमराहा थाना क्षेत्र के रेणु गेट के पास हुए कथित लूट कांड का पुलिस ने 24 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया। लूट की झूठी कहानी रचकर प्राथमिकी दर्ज कराने वाले वादी जयराम पासवान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने लूटी गई राशि और घटना में प्रयुक्त बाइक भी बरामद कर ली है।
रविवार को फारबिसगंज आदर्श थाना परिसर में एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि 8 दिसंबर 2024 को बसगड़ा, वार्ड संख्या 5 निवासी जयराम पासवान ने सिमराहा थाना में आवेदन देकर बताया था कि वह 2 लाख 53 हजार रुपये लेकर अपनी बहन के घर जोगबनी जा रहा था। रास्ते में रेणु गेट नहर के पास चार अज्ञात अपराधियों ने उसे हथियार दिखाकर मारपीट की और रुपये लूट लिए।
प्राथमिकी दर्ज होने के बाद एसपी के निर्देश पर एसडीपीओ के नेतृत्व में एक छापेमारी टीम का गठन किया गया। टीम में सिमराहा थानाध्यक्ष प्रेम कुमार भारती, पुअनि मनीष कुमार यादव, शिव कुमार पासवान, और पीटीसी गौतम कुमार शामिल थे। छानबीन के दौरान पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और वादी से पूछताछ की।
पूछताछ के दौरान वादी की बातों में बार-बार बदलाव हुआ। पहले उसने 2 लाख 53 हजार रुपये की लूट बताई, फिर इसे घटाकर 1 लाख 53 हजार कर दिया। अंततः उसने स्वीकार किया कि लूट की कोई घटना नहीं हुई थी। उसने पुलिस को बताया कि उसने पैसे मथुरा मंडल की दुकान में छिपा दिए थे और मोबाइल फोन को पानी में फेंक दिया था।
पूछताछ में जयराम ने खुलासा किया कि वह भारी कर्ज में डूबा हुआ था। कर्ज से बचने के लिए उसने लूट की झूठी कहानी गढ़ी ताकि महाजन से पैसे की माफी करवा सके। पुलिस ने वादी की बताई जगह से 1 लाख 53 हजार रुपये, घटना में प्रयुक्त बाइक और अन्य सामान बरामद कर लिए। वादी को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई जारी है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा के साथ फारबिसगंज थानाध्यक्ष राघवेंद्र कुमार सिंह, सिमराहा थानाध्यक्ष प्रेम कुमार भारती और अन्य पुलिसकर्मी मौजूद थे।
सारस न्यूज़, अररिया।
सिमराहा थाना क्षेत्र के रेणु गेट के पास हुए कथित लूट कांड का पुलिस ने 24 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया। लूट की झूठी कहानी रचकर प्राथमिकी दर्ज कराने वाले वादी जयराम पासवान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने लूटी गई राशि और घटना में प्रयुक्त बाइक भी बरामद कर ली है।
रविवार को फारबिसगंज आदर्श थाना परिसर में एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि 8 दिसंबर 2024 को बसगड़ा, वार्ड संख्या 5 निवासी जयराम पासवान ने सिमराहा थाना में आवेदन देकर बताया था कि वह 2 लाख 53 हजार रुपये लेकर अपनी बहन के घर जोगबनी जा रहा था। रास्ते में रेणु गेट नहर के पास चार अज्ञात अपराधियों ने उसे हथियार दिखाकर मारपीट की और रुपये लूट लिए।
प्राथमिकी दर्ज होने के बाद एसपी के निर्देश पर एसडीपीओ के नेतृत्व में एक छापेमारी टीम का गठन किया गया। टीम में सिमराहा थानाध्यक्ष प्रेम कुमार भारती, पुअनि मनीष कुमार यादव, शिव कुमार पासवान, और पीटीसी गौतम कुमार शामिल थे। छानबीन के दौरान पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और वादी से पूछताछ की।
पूछताछ के दौरान वादी की बातों में बार-बार बदलाव हुआ। पहले उसने 2 लाख 53 हजार रुपये की लूट बताई, फिर इसे घटाकर 1 लाख 53 हजार कर दिया। अंततः उसने स्वीकार किया कि लूट की कोई घटना नहीं हुई थी। उसने पुलिस को बताया कि उसने पैसे मथुरा मंडल की दुकान में छिपा दिए थे और मोबाइल फोन को पानी में फेंक दिया था।
पूछताछ में जयराम ने खुलासा किया कि वह भारी कर्ज में डूबा हुआ था। कर्ज से बचने के लिए उसने लूट की झूठी कहानी गढ़ी ताकि महाजन से पैसे की माफी करवा सके। पुलिस ने वादी की बताई जगह से 1 लाख 53 हजार रुपये, घटना में प्रयुक्त बाइक और अन्य सामान बरामद कर लिए। वादी को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई जारी है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा के साथ फारबिसगंज थानाध्यक्ष राघवेंद्र कुमार सिंह, सिमराहा थानाध्यक्ष प्रेम कुमार भारती और अन्य पुलिसकर्मी मौजूद थे।
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