सारस न्यूज़, अररिया।
पश्चिम बंगाल के 24 परगना ज़िले के दक्षिणेश्वर कालीघाट से विश्व शांति का संदेश लेकर रामचंद्र ठाकुर एक अनोखी साइकिल यात्रा पर निकले हैं। मंगलवार को उनकी यह यात्रा अररिया बस स्टैंड पहुंची, जहां उन्होंने मीडिया से बातचीत में अपनी आध्यात्मिक प्रेरणा और यात्रा के उद्देश्य को साझा किया।
रामचंद्र ठाकुर ने बताया कि उन्होंने 7 मई को दक्षिणेश्वर कालीघाट से साइकिल यात्रा की शुरुआत की थी। वहाँ से कामाख्या धाम की ओर रवाना हुए और मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त किया। इसके पश्चात छह दिनों का कठिन सफर तय कर वे अररिया पहुंचे, जहाँ उन्होंने प्रसिद्ध मां खड़गेश्वरी काली मंदिर में दर्शन किए और साधक नानू बाबा का आशीर्वाद प्राप्त किया।
अब उनका अगला पड़ाव है बिहार का ऐतिहासिक हरिहरनाथ मंदिर, जो सोनपुर में स्थित है। रामचंद्र का कहना है कि उनकी यह यात्रा मात्र शारीरिक परिश्रम नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। वह इसे विश्व शांति के लिए समर्पित एक व्यक्तिगत संकल्प बताते हैं।
उन्होंने यह भी खुलासा किया कि कोरोना काल के दौरान उन्हें एक स्वप्न में पशुपतिनाथ मंदिर जाने का संकेत मिला था, जिसे उन्होंने गंभीरता से लेते हुए नेपाल जाकर दर्शन भी किए। उसी प्रेरणा से उनके मन में यह विचार उत्पन्न हुआ कि साइकिल यात्रा के माध्यम से देश के विभिन्न तीर्थस्थलों का भ्रमण करते हुए हरिहरनाथ मंदिर तक पहुंचें और विश्व में शांति की कामना करें।
रामचंद्र ठाकुर की यह साइकिल यात्रा न केवल उनकी आस्था की प्रतीक है, बल्कि समाज के लिए एक प्रेरणास्रोत भी है — जिसमें समर्पण, अनुशासन और आध्यात्मिकता की झलक मिलती है।