प्रतिनिधि, सारस न्यूज़, अररिया।
सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) 52वीं वाहिनी, अररिया के निर्देशन में बाह्य सीमाचौकी मधुबनी के अंतर्गत सीमावर्ती गांव खजूरबाड़ी में निःशुल्क पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर कमांडेंट श्री महेंद्र प्रताप के नेतृत्व में आयोजित हुआ, जिसमें पशु चिकित्सा अधिकारी (TVO) डॉ. संदीप कुमार ने पशुओं का परीक्षण किया और निशुल्क दवाइयों का वितरण किया।
शिविर के प्रमुख उद्देश्य एवं लाभ
✅ 211 पशुओं की निशुल्क जांच और उपचार किया गया।
✅ पशुपालकों को मौसमी बीमारियों और उनके रोकथाम के उपायों की जानकारी दी गई।
✅ पशुओं के उचित देखभाल, पोषण और नियमित टीकाकरण पर जागरूकता बढ़ाई गई।
सामाजिक जागरूकता अभियान भी चलाया गया
गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार एसएसबी कर्मियों ने ग्रामीणों को सामाजिक और आर्थिक विकास से जुड़ी विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी।
📌 बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान: ग्रामीणों को लड़कियों की शिक्षा और सुरक्षा के महत्व के बारे में बताया गया।
📌 नशे के दुष्प्रभाव: युवाओं को नशे से होने वाले शारीरिक, मानसिक और सामाजिक नुकसान के प्रति जागरूक किया गया।
📌 भारत के वीर पोर्टल की जानकारी: ग्रामीणों को भारत के वीर पोर्टल के माध्यम से अंशदान करने और शहीद जवानों के परिवारों की सहायता करने हेतु प्रेरित किया गया।
📌 स्थानीय फल एवं सब्जी उत्पादन को बढ़ावा: सीमावर्ती क्षेत्रों में ताजे फल और सब्जियों की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु ग्रामीणों को कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
स्थानीय लोगों की सकारात्मक प्रतिक्रिया
एसएसबी द्वारा समय-समय पर सीमावर्ती गांवों में ऐसे जनकल्याणकारी कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनका सीधा लाभ ग्रामीणों को मिलता है। स्थानीय निवासियों ने इस पहल की सराहना की और भविष्य में भी ऐसे शिविरों के आयोजन की मांग की।
शिविर में उपस्थित अधिकारी एवं जवान
इस कार्यक्रम में कैंप कमांडर राजवीर मीना, सहायक उपनिरीक्षक (स.उ.नि.) राज कुमार सहित एसएसबी के अन्य जवान उपस्थित रहे।
एसएसबी का यह प्रयास न केवल पशुपालकों और ग्रामीणों के लिए लाभकारी सिद्ध हुआ, बल्कि सीमावर्ती क्षेत्रों में सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी साबित हुआ।
