भारत-नेपाल सीमा पर तस्करों के मंसूबों को एक बार फिर एसएसबी ने नाकाम कर दिया है। एसएसबी 56वीं वाहिनी, बथनाहा के जवानों ने गुप्त सूचना के आधार पर चलाए गए विशेष अभियान में 48 बोरी यूरिया को जब्त किया, जिसे अवैध रूप से नेपाल ले जाया जा रहा था।
यह कार्रवाई बाह्य सीमा चौकी (बीओपी) पूर्वी टोला, सीमा स्तंभ संख्या 194/3 के समीप की गई। तस्करी में उपयोग की जा रही तीन साइकिलें भी जवानों ने अपने कब्जे में ले लीं।
इस अभियान का नेतृत्व उप-निरीक्षक अर्जुन सिंह कर रहे थे। वे अन्य जवानों के साथ नियमित गश्त पर थे, तभी उन्होंने देखा कि तीन तस्कर साइकिलों पर यूरिया की बोरियां लादकर नेपाल की ओर बढ़ रहे हैं। जवानों को देख तस्कर हड़बड़ा गए और मौके पर ही साइकिल और यूरिया छोड़कर नेपाल की तरफ भाग खड़े हुए।
एसएसबी के मुताबिक, पकड़ा गया यूरिया सीमापार अवैध व्यापार के लिए ले जाया जा रहा था। जवानों की मुस्तैदी से न केवल भारी मात्रा में तस्करी रोकी गई, बल्कि सीमा पर सक्रिय तस्कर गिरोहों को भी बड़ा झटका लगा है।
जब्त किए गए सभी सामानों को आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद फारबिसगंज कस्टम विभाग को सौंप दिया गया है।
सारस न्यूज़, अररिया।
भारत-नेपाल सीमा पर तस्करों के मंसूबों को एक बार फिर एसएसबी ने नाकाम कर दिया है। एसएसबी 56वीं वाहिनी, बथनाहा के जवानों ने गुप्त सूचना के आधार पर चलाए गए विशेष अभियान में 48 बोरी यूरिया को जब्त किया, जिसे अवैध रूप से नेपाल ले जाया जा रहा था।
यह कार्रवाई बाह्य सीमा चौकी (बीओपी) पूर्वी टोला, सीमा स्तंभ संख्या 194/3 के समीप की गई। तस्करी में उपयोग की जा रही तीन साइकिलें भी जवानों ने अपने कब्जे में ले लीं।
इस अभियान का नेतृत्व उप-निरीक्षक अर्जुन सिंह कर रहे थे। वे अन्य जवानों के साथ नियमित गश्त पर थे, तभी उन्होंने देखा कि तीन तस्कर साइकिलों पर यूरिया की बोरियां लादकर नेपाल की ओर बढ़ रहे हैं। जवानों को देख तस्कर हड़बड़ा गए और मौके पर ही साइकिल और यूरिया छोड़कर नेपाल की तरफ भाग खड़े हुए।
एसएसबी के मुताबिक, पकड़ा गया यूरिया सीमापार अवैध व्यापार के लिए ले जाया जा रहा था। जवानों की मुस्तैदी से न केवल भारी मात्रा में तस्करी रोकी गई, बल्कि सीमा पर सक्रिय तस्कर गिरोहों को भी बड़ा झटका लगा है।
जब्त किए गए सभी सामानों को आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद फारबिसगंज कस्टम विभाग को सौंप दिया गया है।
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