बिहार राज्य चौकीदार-दफादार पंचायत की जिला इकाइयों अररिया, पूर्णिया और किशनगंज की एक संयुक्त बैठक शुक्रवार को बाबा जी की कुटिया परिसर में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता रामदेव पासवान (जिलाध्यक्ष अररिया सह प्रमंडलीय सचिव पूर्णिया) ने की।
बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में अखिल भारतीय चौकीदार-दफादार पंचायत के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. संत सिंह उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि के तौर पर कार्यकारी अध्यक्ष जीतू सिंह और पूर्णिया प्रमंडल अध्यक्ष पप्पू कुमार दास भी शामिल हुए। बैठक का संचालन पूर्णिया जिला के कोषाध्यक्ष शंकर यादव ने किया।
अपने संबोधन में डॉ. संत सिंह ने सरकार से अपील की कि सेवानिवृत्त व सेवानिवृत्त होने जा रहे चौकीदार-दफादार के आश्रितों को बहाल किया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पहले ही स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की स्थिति में आश्रितों की नियुक्ति का प्रावधान किया था, लेकिन इसे लागू करने में ढिलाई बरती जा रही है। डॉ. सिंह ने मांग की कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव से पूर्व सरकार अध्यादेश लाकर इस पर निर्णय ले ताकि चौकीदार-दफादार के परिवारों को न्याय मिल सके।
डॉ. सिंह ने पुलिस प्रशासन पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि महलगांव थानाध्यक्ष द्वारा चौकीदार-दफादारों का उत्पीड़न किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस मामले की शिकायत चार महीने पहले एसपी अंजनी कुमार से की गई थी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
बैठक में धीरनारायण सिंह (जिलाध्यक्ष पूर्णिया), परमेश्वर हरिजन (जिलाध्यक्ष किशनगंज), कामेश्वर हरिजन (जिला सचिव किशनगंज), शिवनाथ पासवान, गणेश दास, राजेश कुमार पासवान, बालदेव पासवान, लालो देवी, विजेंद्र कुमार दास, दुर्गानंद पासवान, राजेश कुमार राम, प्रसाद दास, विनोद पासवान, लाल पासवान समेत बड़ी संख्या में चौकीदार-दफादार शामिल थे।
इस बैठक में चौकीदार-दफादार समाज की समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की गई और आंदोलन की रणनीति पर भी विचार किया गया।
सारस न्यूज़, अररिया।
बिहार राज्य चौकीदार-दफादार पंचायत की जिला इकाइयों अररिया, पूर्णिया और किशनगंज की एक संयुक्त बैठक शुक्रवार को बाबा जी की कुटिया परिसर में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता रामदेव पासवान (जिलाध्यक्ष अररिया सह प्रमंडलीय सचिव पूर्णिया) ने की।
बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में अखिल भारतीय चौकीदार-दफादार पंचायत के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. संत सिंह उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि के तौर पर कार्यकारी अध्यक्ष जीतू सिंह और पूर्णिया प्रमंडल अध्यक्ष पप्पू कुमार दास भी शामिल हुए। बैठक का संचालन पूर्णिया जिला के कोषाध्यक्ष शंकर यादव ने किया।
अपने संबोधन में डॉ. संत सिंह ने सरकार से अपील की कि सेवानिवृत्त व सेवानिवृत्त होने जा रहे चौकीदार-दफादार के आश्रितों को बहाल किया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पहले ही स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की स्थिति में आश्रितों की नियुक्ति का प्रावधान किया था, लेकिन इसे लागू करने में ढिलाई बरती जा रही है। डॉ. सिंह ने मांग की कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव से पूर्व सरकार अध्यादेश लाकर इस पर निर्णय ले ताकि चौकीदार-दफादार के परिवारों को न्याय मिल सके।
डॉ. सिंह ने पुलिस प्रशासन पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि महलगांव थानाध्यक्ष द्वारा चौकीदार-दफादारों का उत्पीड़न किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस मामले की शिकायत चार महीने पहले एसपी अंजनी कुमार से की गई थी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
बैठक में धीरनारायण सिंह (जिलाध्यक्ष पूर्णिया), परमेश्वर हरिजन (जिलाध्यक्ष किशनगंज), कामेश्वर हरिजन (जिला सचिव किशनगंज), शिवनाथ पासवान, गणेश दास, राजेश कुमार पासवान, बालदेव पासवान, लालो देवी, विजेंद्र कुमार दास, दुर्गानंद पासवान, राजेश कुमार राम, प्रसाद दास, विनोद पासवान, लाल पासवान समेत बड़ी संख्या में चौकीदार-दफादार शामिल थे।
इस बैठक में चौकीदार-दफादार समाज की समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की गई और आंदोलन की रणनीति पर भी विचार किया गया।
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