सुप्रीम कोर्ट के माननीय जस्टिस संजय करोल ने श्रद्धा और आस्था का परिचय देते हुए मां खड्गेश्वरी महाकाली और उनके साधक नानु बाबा को पत्र लिखकर आशीर्वाद मांगा है। दीपावली और छठ पर्व के अवसर पर भेजे गए इस पत्र में उन्होंने मंदिर के प्रति अपनी गहरी भक्ति और सम्मान व्यक्त किया।
मां खड्गेश्वरी महाकाली से जस्टिस संजय करोल का संबंध नया नहीं है। वे इससे पहले भी कई बार अररिया स्थित इस प्रसिद्ध शक्तिपीठ में पहुंचकर पूजा-अर्चना कर चुके हैं। मंदिर से जुड़े साधक नानु बाबा ने बताया कि जस्टिस करोल का देवी मां के प्रति गहरा लगाव है और वे हमेशा विशेष अवसरों पर मां का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
नानु बाबा ने कहा कि जब संजय करोल जिला जज के पद पर थे, तब भी उन्होंने मां खड्गेश्वरी के दर्शन किए थे और उसी समय उन्हें आशीर्वाद मिला था। बाद में वे हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बने और फिर मां खड्गेश्वरी महाकाली के दरबार में पुनः उपस्थित होकर पूजा-अर्चना की। अब जब वे सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस के पद पर आसीन हैं, तब भी उन्होंने अपनी आस्था को बरकरार रखते हुए पत्र के माध्यम से मां और बाबा से आशीर्वाद मांगा है।
माना जा रहा है कि उनके करियर की प्रत्येक ऊँचाई पर मां खड्गेश्वरी और नानु बाबा के आशीर्वाद की विशेष भूमिका रही है। अररिया के स्थानीय श्रद्धालुओं ने भी जस्टिस करोल की इस आस्था को सच्ची भक्ति और भारतीय परंपरा का प्रतीक बताया है।
सारस न्यूज़, अररिया।
सुप्रीम कोर्ट के माननीय जस्टिस संजय करोल ने श्रद्धा और आस्था का परिचय देते हुए मां खड्गेश्वरी महाकाली और उनके साधक नानु बाबा को पत्र लिखकर आशीर्वाद मांगा है। दीपावली और छठ पर्व के अवसर पर भेजे गए इस पत्र में उन्होंने मंदिर के प्रति अपनी गहरी भक्ति और सम्मान व्यक्त किया।
मां खड्गेश्वरी महाकाली से जस्टिस संजय करोल का संबंध नया नहीं है। वे इससे पहले भी कई बार अररिया स्थित इस प्रसिद्ध शक्तिपीठ में पहुंचकर पूजा-अर्चना कर चुके हैं। मंदिर से जुड़े साधक नानु बाबा ने बताया कि जस्टिस करोल का देवी मां के प्रति गहरा लगाव है और वे हमेशा विशेष अवसरों पर मां का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
नानु बाबा ने कहा कि जब संजय करोल जिला जज के पद पर थे, तब भी उन्होंने मां खड्गेश्वरी के दर्शन किए थे और उसी समय उन्हें आशीर्वाद मिला था। बाद में वे हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बने और फिर मां खड्गेश्वरी महाकाली के दरबार में पुनः उपस्थित होकर पूजा-अर्चना की। अब जब वे सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस के पद पर आसीन हैं, तब भी उन्होंने अपनी आस्था को बरकरार रखते हुए पत्र के माध्यम से मां और बाबा से आशीर्वाद मांगा है।
माना जा रहा है कि उनके करियर की प्रत्येक ऊँचाई पर मां खड्गेश्वरी और नानु बाबा के आशीर्वाद की विशेष भूमिका रही है। अररिया के स्थानीय श्रद्धालुओं ने भी जस्टिस करोल की इस आस्था को सच्ची भक्ति और भारतीय परंपरा का प्रतीक बताया है।
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