सारस न्यूज़, अररिया।
अररिया जिला मंडलकारा में शुक्रवार की रात एक विचाराधीन बंदी की रहस्यमयी मौत हो गई, जिससे परिजनों में आक्रोश और शोक की लहर दौड़ गई है। मृतक की पहचान पलासी थाना क्षेत्र के बांसर गांव निवासी सोहराब खान उर्फ मुन्ना (पिता- इकबाल खान) के रूप में की गई है, जिन्हें हाल ही में न्यायिक हिरासत में लिया गया था। बंदी को शुक्रवार की रात अचानक तबीयत बिगड़ने पर पुलिस की निगरानी में इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
घटना के बाद अस्पताल में मौजूद पुलिसकर्मी शव को वहीं छोड़कर फरार हो गए। इस घटना से गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया। परिजनों ने एक पुलिसकर्मी को पकड़े रखने का दावा किया है, जिसे एसडीपीओ के सामने पेश करने की बात कही गई।
पोस्टमार्टम मजिस्ट्रेट की निगरानी में, एसडीपीओ ने दी निष्पक्ष जांच की गारंटी
सदर एसडीपीओ रामपुकार सिंह ने बताया कि बंदी की मौत के बाद मजिस्ट्रेट की निगरानी में पोस्टमार्टम कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि मौत के पीछे के कारणों की निष्पक्ष जांच की जाएगी और जो भी सच्चाई सामने आएगी, उसे परिजनों के साथ साझा किया जाएगा। वरीय अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है और मंडलकारा जाकर अन्य संबंधित पहलुओं की भी जांच की जा रही है।
जेल प्रशासन ने बताया आत्महत्या का प्रयास
मंडलकारा के जेलर मृत्युंजय कुमार ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि सोहराब खान को 17 अप्रैल को 406 और 467 धाराओं में जेल लाया गया था। उसे हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज की शिकायत थी, जिसके चलते जेल अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। 18 अप्रैल की रात वह बेचैन था और कई बार नींद से उठ जा रहा था। रात करीब डेढ़ बजे वह टॉयलेट गया, जहां उसने कथित रूप से गमछा का फंदा बनाकर खिड़की से लटकने की कोशिश की। अन्य बंदियों ने समय रहते उसे उतारकर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरे घटनाक्रम की तह तक जाने के लिए पुलिस व प्रशासन की जांच जारी है। अब सभी की निगाहें पोस्टमार्टम रिपोर्ट और मजिस्ट्रेट जांच पर टिकी हैं, जिससे मौत की असल वजह सामने आ सके।